चुनाव से पहले टीएनएन वर्ल्ड नामक एक यूके आधारित समाचार पोर्टल का नाम सामने आया था जिसके लेखों का इस्तेमाल वरिष्ठ कॉन्ग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने ईवीएम षड्यंत्र को सही बताने के लिए किया था। उसने अब अपने व्यापार मॉडल को बदलकर कामुक मसाज बेचने का कर लिया है।
इंडिया टुडे की ख़बर के अनुसार, लोकसभा चुनाव से पहले तक ब्रिटेन स्थित इस न्यूज़ पोर्टल ने ईवीएम और और विमुद्रीकरण की आलोचना से संबंधित विभिन्न लेख शेयर किए। लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के मात्र दो हफ़्ते से भी कम समय में ये न्यूज़ पोर्टल अब एक विचित्र डोमेन- ‘कामुक बॉडी-मसाज सर्विस’ में तब्दील हो गया। लंदन के टीएनएन वर्ल्ड की ख़बरों का इस्तेमाल कॉन्ग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने चुनाव से पहले कई मौक़ों पर मोदी सरकार को घेरने के लिए किया था। ताज़ा समाचार यह है कि अब यह न्यूज़ पोर्टल ऑफ़लाइन हो चुका है।
26 मार्च को कपिल सिब्बल, गुलाम नबी आज़ाद, शरद यादव, अहमद पटेल, हेमंत सोरेन और मनोज झा ने नई दिल्ली के कॉन्स्टीट्यूशन क्लब में एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेन्स का आयोजन किया था। इसमें टीएनएन वर्ल्ड द्वारा किया गया स्टिंग ऑपरेशन दिखाया गया था। इस स्टिंग ऑपरेशन में आरोप लगाया गया था कि गुजरात में एक बीजेपी कार्यकर्ता नोटबंदी के बाद बैंक में पुराने नोटों को एक्सचेंज करने की अवधि बीत जाने के बाद भी 40% कमीशन पर उनका लेन-देन करता रहा।
कपिल सिब्बल के झूठे दावों की प्रामाणिकता पर कई सवाल भी उठाए गए, बावजूद इसके उन्होंने टीएनएन न्यूज़ पोर्टल के लेखों का उपयोग करते हुए एक और प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की। टीएनएन ने देश में बड़े पैमाने पर EVM में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए लाइव प्रसारण भी किए।
29 अप्रैल को टीएनएन (ट्राई कलर न्यूज नेटवर्क लिमिटेड) के निदेशक दीना बिचिन ने ईवा की तांत्रिक मालिश शुरू करने का फ़ैसला किया। एक ऐसी मालिश सेवा जो अपने लंदन केंद्रों में ‘लंबे समय तक यौन आनंद का वादा करते हुए अंतरंग कामुक मालिश’ सेवा देने का वादा करती है।
हालाँकि, टीएनएन वर्ल्ड वेबसाइट ने 3 जून तक ईवीएम में गड़बड़ी से जुड़ी ख़बरों को प्रकाशित करना जारी रखा, लेकिन उसके बाद से वो ऑफ़लाइन हो गई। विपक्षी नेताओं द्वारा मार्च में आयोजित की गई प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद, वरिष्ठ भाजपा नेता और केंद्रीय कैबिनेट मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस वेबसाइट के पीछे कॉन्ग्रेस का हाथ होने का दावा किया था, और कहा था कि पार्टी ने चुनाव के बाद इसे बंद करने की योजना बना ली।