पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भवानीपुर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगी। इसके लिए 30 सितंबर 2021 को वोटिंग होगी और चुनाव के नतीजे 3 अक्टूबर को घोषित होंगे। इसके अलावा प्रदेश में दो अन्य सीटों शमशेरगंज और जंगीपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव होंगे। इसके लिए टीएमसी ने उम्मीदवारों के नामों का ऐलान भी कर दिया है।
West Bengal CM and TMC chief CM Mamata Banerjee (in file photo) to contest from Bhabanipur in the Assembly bypolls
— ANI (@ANI) September 5, 2021
TMC candidates Jakir Hossain & Amirul Islam to contest from Jangipur & Samserganj seats respectively
Elections on the three seats will be held on Sept 30 pic.twitter.com/ykoi81ONKE
तृणमूल कॉन्ग्रेस ने जहाँ शमशेरगंज से अमीरुल इस्लाम को अपना उम्मीदवार घोषित किया है तो जंगीपुर से जाकिर हुसैन पार्टी के उम्मीदवार हैं। इस चुनाव के लिए उम्मीवार 13 सितंबर तक रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं इसके बाद 16 सितंबर को नाम वापसी की आखिरी तिथि होगी।
बीजेपी ने की मीटिंग
पश्चिम बंगाल में तीन सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी ने रविवार (5 सितंबर 2021) को एक मीटिंग की है। माना जा रहा है कि पार्टी ममता के खिलाफ भवानीपुर से तथागत राय रूद्रनिल घोष को पार्टी का उम्मीदवार घोषित कर सकती है। हालाँकि, अभी तक यह फिक्स नहीं हुआ है। वहीं कॉन्ग्रेस पार्टी ने भी उम्मीदवार के नाम का ऐलान नहीं किया है।
बहरहाल भवानीपुर सीट से ममता बनर्जी के चुनाव लड़ने की खबरों के बाद टीएमसी के कार्यकर्ता उत्साहित हो उठे हैं। विधानसभा क्षेत्र में जगह-जगह ममता के बैनर पोस्टर लगाए जा रहे हैं। पार्टी ने जनसंपर्क अभियान शुरू कर दिया है। इस बीच इस चुनाव से पहले ही टीएमसी नेता मदन मित्रा ने इसे एकतरफा मुकाबला बताते बीजेपी को अपना पैसा बर्बाद नहीं करने की नसीहत दी है।
Don't waste your (BJP's) money by fielding your candidates in Bhabanipur Assembly by-elections. This election will be totally one-sided: TMC leader Madan Mitra
— ANI (@ANI) September 5, 2021
West Bengal CM Mamata Banerjee will contest the Assembly bypolls from Bhabanipur pic.twitter.com/aWWtHx2gzv
गौरतलब है कि इसी साल पश्चिम बंगाल में हुए विधानसभा चुनावों के दौरान नंदीग्राम सीट से बीजेपी उम्मीदवार सुवेंदु अधिकारी ने ममता बनर्जी को हरा दिया था। ममता बनर्जी को सुवेंदु अधिकारी ने 1956 वोटों से हराया था। वहाँ हारने के बाद पहले तो ममता बनर्जी से इसे स्वीकार कर लिया था, लेकिन बाद में वो सुवेंदु अधिकारी के खिलाफ कोर्ट भी गई थीं।