Monday, November 18, 2024
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अर्पिता मुखर्जी ही नहीं, कई महिलाओं पर मेहरबान थे पार्थ चटर्जी: रिपोर्ट में दावा- मोनालिसा दास से भी रिश्ते, पसीना पोछने के लिए भी लड़कियाँ

"पार्थ चटर्जी जब शिक्षा मंत्री थे, तब बहुत बड़ी संख्या में अंडर क्वालीफाइड लड़कियों को रिक्रूट किया गया था। मैं खुद मिली अल-अमीन कॉलेज की प्रिंसिपल थी, इसलिए मुझे सब पता था।

पश्चिम बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाले में गिरफ्तार ममता बनर्जी की सरकार में मंत्री रहे पार्थ चटर्जी (Partha Chatterjee) की केवल अर्पिता मुखर्जी से ही करीबी नहीं है। टीएमसी की एक पूर्व नेत्री की माने तो मोनालिसा दास के साथ भी उनके रिश्ते थे। कथित तौर पर चार-पाँच लड़कियाँ पार्थ चटर्जी के आसपास हमेशा मँडराती रहतीं थी, जो उनका पसीना तक पोछती थीं।

यह दावा तृणमूल कॉन्ग्रेस (TMC) की नेता रहीं बैसाखी बनर्जी (Baisakhi Banerjee) ने किया है। वे पश्चिम बंगाल कॉलेज-यूनिवर्सिटीज प्रोफेसर एसोसिएशन (WBCUPA) की जनरल सेक्रेटरी भी रह चुकीं हैं। उन्होंने दैनिक भास्कर को एक इंटरव्यू दिया है। इसमें पार्थ चटर्जी के बारे में विस्तार से बताया है।

कभी पार्थ चटर्जी की बेहद करीबी रहीं बैसाखी का कहना है, “मैं पार्थ चटर्जी को 2016 से जानती हूँ। उनके बार-बार जिद करने पर ही WBCUPA की जनरल सेक्रेटरी बनी थी। उन्होंने मुझे कभी ऐसी निगाहों से नहीं देखा कि शर्मिंदा होना पड़े या मैं असहज महसूस करूँ। पार्थ चटर्जी जब शिक्षा मंत्री थे, तब बहुत बड़ी संख्या में अंडर क्वालीफाइड लड़कियों को रिक्रूट किया गया था। मैं खुद मिली अल-अमीन कॉलेज की प्रिंसिपल थी, इसलिए मुझे सब पता था। उन्होंने मंत्री होते हुए भी ये सब रोकने की कोई कोशिश नहीं की।”

ईडी के छापे के दौरान यह सामने आया है कि पार्थ चटर्जी के पास बड़ी संख्या में फ्लैट हैं, जिनमें से कई उन्होंने अर्पिता मुखर्जी और मोनालिसा दास सहित अपने ‘करीबी सहयोगियों’ को गिफ्ट में दिए हैं। अर्पिता चटर्जी ने ईडी को बताया है कि पार्थ चटर्जी उनके फ्लैट का इस्तेमाल ‘मिनी बैंक’ के तौर पर करते थे। ऐसे में माना जा रहा है कि मोनालिसा दास को गिफ्ट किए गए फ्लैट्स का इस्तेमाल भी इसी मकसद से किया गया था।

मोनालिसा के नाम पर कथित तौर पर 10 फ्लैट का पता चला है। कुछ मीडिया रिपोर्ट में यह भी कहा जा रहा है कि इनमें से 7 घर पार्थ चटर्जी के हैं और ये बीरभूम जिले के शांतिनिकेतन के फुलडांगा इलाके में हैं। मोनालिसा दास बांग्लादेश से भी जुड़ी हुई हैं। वह पहले आसनसोल में एसबी गोराई रोड पर विवेकानंद पल्ली में किराए के एक मकान में रहती थीं। मोनालिसा इस इलाके में लगभग पाँच साल तक किराए पर अकेली रहती थीं। मोनालिसा दास आसनसोल में काजी नजरूल विश्वविद्यालय में बंगाली भाषा की प्रोफेसर भी हैं।

बैसाखी के मुताबिक, “मैंने पार्थ के साथ कई लड़कियों को देखा है। लड़कियाँ उनका पसीना तक पोछा करती थीं। वो महीने में एक-दो बार ही ऑफिस आते थे। बाकी समय कहाँ रहते थे, ये कोई नहीं जानता। अब मीडिया से पता चला रहा है कि वो विदेश घूमने जाया करते थे।” बनर्जी के मुताबिक, “मोनालिसा दास पार्थ की गर्लफ्रेंड रह चुकी हैं। मोनालिसा जिस कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर थीं, वहाँ के वाइस चांसलर की वाइफ ने मोनालिसा की शिकायत मुझसे की थी। उन्होंने मुझसे कहा था कि पार्थ चटर्जी की गर्लफ्रेंड मोनालिसा का मेरे पति के साथ अफेयर चल रहा है। मेरा घर बर्बाद हो रहा है। आप उन्हें जानती हैं, कुछ कीजिए। इस पर मैंने कहा था कि आप इतना बड़ा आरोप लगा रही हैं, आपके पास क्या प्रूफ है कि मोनालिसा पार्थ की गर्लफ्रेंड हैं।”

तृणमूल कॉन्ग्रेस (TMC) की पूर्व नेता के अनुसार, “उन्होंने सबूत के तौर पर मुझे पार्थ और मोनालिसा के बीच की कुछ चैट भेजी थीं। इनसे यह साफ हो गया था कि दोनों एक-दूसरे के बेहद नजदीक हैं। यह चैट मेरे पास अब भी है। लेकिन यह उनका निजी मामला है, इसलिए मैं किसी से शेयर नहीं करूँगी। हालाँकि मैं उस महिला की शिकायत लेकर पार्थ चटर्जी के पास गई थीं, लेकिन उन्होंने मुझे नजरअंदाज करते हुए कहा कि मैं TMC में नंबर-2 हूँ। मेरा कोई कुछ नहीं कर सकता। इसके बाद उस महिला ने यह पूरा मामला लिखकर CM ममता बनर्जी के पास भेज दिया था।”

उन्होंने बातचीत में कहा, “CM को शिकायत करने के बाद भी कुछ नहीं हुआ, क्योंकि वो लेटर पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी को ही भेज दिया गया। पार्थ ने शिकायत करने वाली महिला को बुलाकर उसकी बात सुनी और उससे कहा कि आप घर जाओ, सब ठीक हो जाएगा। लेकिन अगले दिन उन्होंने उसके पति को बुलाकर कहा कि अपनी पत्नी को समझाओ। वो CM तक पहुँच गई है। यदि वो चुप नहीं हो रही तो उसे पागल करार दे दो। जब उस महिला ने ये बातें मुझे बताईं तो मैं सुनकर हैरान रह गई। पार्थ चटर्जी के दो चेहरे हैं। एक जो मेरे सामने था और दूसरा जो बाकी लोगों के जरिए मुझे पता चल रहा था। बाद में उस महिला को नौकरी से हटा दिया गया। उसे CM के पास जाने से भी कुछ मदद नहीं मिल पाई थी।”

गौरतलब है कि बीते कुछ दिनों से बंगाल के पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी और उनकी करीबी दोस्त अर्पिता मुखर्जी करोड़ों रुपए के एसएससी भर्ती घोटाले को लेकर चर्चा में हैं। प्रवर्तन निदेशालय अर्पिता मुखर्जी के घरों पर छापेमारी कर अब तक 50 करोड़ रुपए से ज्यादा कैश और 5 किलो सोना बरामद कर चुका है। फिलहाल दोनों ईडी की हिरासत में हैं।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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