मिजोरम में इस बार नई पार्टी ZPM सत्ता में आई है, जिसे 40 सदस्यीय विधानसभा में 27 सीटें मिलीं। पार्टी के अध्यक्ष लालदुहोमा, जो कभी भारत की प्रधानमंत्री रहीं इंदिरा गाँधी के सिक्योरिटी इंचार्ज हुआ करते थे, वो अब मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। ‘जोरम पीपल्स मूवमेंट’ 6 क्षेत्रीय दलों को मिला कर बनी है। इसे 2019 में चुनाव आयोग ने पंजीकृत किया था। ZPM के नए विधायकों में एक नाम बेरिल वन्नेइहसांगी का भी है, जिन्होंने राजधानी आइजोल की तीसरी सीट से जीत दर्ज की है।
बेरिल वन्नेइहसांगी मिजोरम बतौर मॉडल, TV प्रेजेंटर और रेडियो जॉकी काम करती रही हैं। उन्हें जब टिकट दिया गया था तो किसी को उनकी जीत का अंदेशा नहीं था, उलटे लोगों ने उनका मजाक बनाया था। उन्हें 9370 वोट प्राप्त हुए, जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी उम्मीदवार MNF के एफ लालनुनमाविया को 7956 वोटों से संतोष करना पड़ा। इस तरह बेरिल वन्नेइहसांगी ने 1414 वोटों से जीत दर्ज की। वो मिजोरम की सबसे युवा महिला विधायक बन गई हैं। उनकी उम्र फ़िलहाल 32 वर्ष है।
उन्होंने कहा कि व्यक्तिगत रूप से उन्हें अपने विधानसभा क्षेत्र के लिए काफी कुछ करना है, पता नहीं ये संभव हो पाएगा या नहीं। उन्होंने कहा कि हर प्रोफेशन में बदलाव लाना होगा और विकास के लिए काम करना होगा। उन्होंने दैनिक मूलभूत ज़रूरतों पर बल देते हुए कहा कि स्वास्थ्य क्षेत्र में काम करना है। उन्होंने अपनी जीत को समाज में महिलाओं की जीत करार दिया। उन्होंने इसे गौरव का क्षण बताते हुए कहा कि महिलाओं ने उस दीवार को तोड़ा है, जिसे असंभव बताया जा रहा था।
बेरिल वन्नेइहसांगी रेडियो जॉकी भी हैं, जो पहले आइजोल नगर निगम का चुनाव जीत कर वार्ड पार्षद बनी थीं। इस बार पहली बार मिजोरम में 3 महिला विधायक चुनी गई हैं, जिनमें वो एक हैं। उन्होंने मेघालय की राजधानी शिलॉन्ग के नॉर्थ ईस्टर्न हिल यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की है। उन्होंने वहाँ से आर्ट्स में MA किया। उनके पिता का नाम वानरोचुआंगा है। वो अविवाहित हैं। इंस्टाग्राम पर उनके ढाई लाख से भी अधिक फॉलोवर्स हैं। एक मॉडल के रूप में वो सोशल मीडिया पर पहले से लोकप्रिय रही हैं।