Sunday, November 17, 2024
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TMC ने की नए लेवल की गुंडई: EVM बटन पर छिड़का इत्र, हर वोटर की सूँघी ऊँगली और…

पश्चिम बंगाल में जैसे-जैसे चुनाव आगे बढ़ रहे हैं, चुनाव आयोग को तृणमूल कार्यकर्ताओं द्वारा फैलाई जा रही हिंसा को रोकने में काफ़ी मशक्कत करनी पड़ रही।

तृणमूल कॉन्ग्रेस के कार्यकर्ताओं ने बौखलाहट में अज़ीबोग़रीब तरीके आज़माने शुरू कर दिए हैं। तृणमूल कॉन्ग्रेस के गुंडों ने ईवीएम में किसी भी प्रकार की कथित छेड़छाड़ का पता लगाने के लिए एक नया तरीका खोजा है। आनंद बाजार पत्रिका में छपी एक ख़बर के अनुसार, बीरभूम लोकसभा क्षेत्र स्थित मंगलकोट क्षेत्र के माँझीग्राम गाँव में तृणमूल कॉन्ग्रेस उम्मीदवार के नाम और चुनाव चिह्न के सामने वाले बटन पर तृणमूल कार्यकर्ताओं द्वारा इत्र छिड़क दिया गया। इसके बाद जो भी मतदाता अंदर वोट देने के बाद बाहर निकल रहा था, ये गुंडे उसकी ऊँगली सूँघ रहे थे ताकि पता लगा सके कि मतदाताओं ने तृणमूल को वोट दिया है या नहीं। पहले से ही पूरे बंगाल में हिंसा फैला रहे तृणमूल कॉन्ग्रेस के गुंडों की इस हरक़त को लेकर ममता बनर्जी भी चुप हैं।

तृणमूल कॉन्ग्रेस के गुंडों ने उन मतदाताओं को परेशान किया, जिनकी ऊँगली से इत्र की महक नहीं आ रही थी। जिनकी ऊँगली से इत्र की महक आ रही थी, उन्हें यह समझकर छोड़ दिया गया कि उन्होंने तृणमूल को ही वोट दिया है। पार्टी ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि ऐसा कुछ भी नहीं किया गया। पश्चिम बंगाल में जैसे-जैसे चुनाव आगे बढ़ रहे हैं, चुनाव आयोग को तृणमूल कार्यकर्ताओं द्वारा फैलाई जा रही हिंसा को रोकने में काफ़ी मशक्कत करनी पड़ रही है।

चुनाव आयोग ने 30 अप्रैल की सुबह तक विवादास्पद TMC नेता अनुब्रत मंडल पर कड़ी निगरानी रखने का फैसला किया है। मतदानकर्मियों ने TMC नेता के प्रति अपना डर व्यक्त किया था जिसके बाद चुनाव आयोग ने रविवार (28 अप्रैल) को यह फैसला लिया। मतदानकर्मियों ने यह भी कहा था कि यदि TMC बीरभूम जिला अध्यक्ष मतदान के दिन एक बूथ से दूसरे बूथ तक चहलकदमी करेंगे यानी वहाँ आएँगे-जाएँगे तो इससे उन्हें ख़तरा है। बीरभूम में भाजपा कार्यालय के बाहर पुलिस तैनात थी, जहाँ यह आरोप लगाया गया था कि TMC के गुंडों ने कार्यालय में तोड़फोड़ की थी। मंडल ने इस आरोप का खंडन किया और कहा कि बीजेपी इन हमलों का ज़िक्र केवल ‘ध्यान आकर्षित’ करने के लिए कर रही है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस तरह की हिंसक वारदातों के लिए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए कहा कि तृणमूल के गुंडे विपक्षी प्रत्याशियों को प्रचार तक नहीं करने दे रहे। प्रधानमंत्री ने सीधा ममता पर हमला बोलते हुए उन्हें हिंसा के लिए ज़िम्मेदार ठहराया और कहा कि तृणमूल सरकार दमनकारी नीतियों पर चल रही है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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