उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 से पहले ‘जन की बात’ ओपिनियन पोल के हालिया सर्वेक्षण ने बताया है कि इस बार प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की वापसी होगी। सर्वे में 75 जिलों के 20000 लोगों को शामिल किया गया है। इससे जो नतीजे सामने आए उनसे अनुमान है कि विधानसभा चुनावों में योगी सरकार को 233-253 सीटें मिल सकती हैं। वहीं समाजवादी पार्टी के हिस्से 135-149 सीट आएँगी। कॉन्ग्रेस को 3-6 सीट पाकर संतुष्ट होना पड़ेगा और बहुजन समाजवादी पार्टी को 11-12 सीट मिलेगी। वहीं अन्य को 1-4 सीट मिल सकती हैं।
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— Jan Ki Baat (@jankibaat1) December 24, 2021
अब यदि सर्वे के अनुसार वोट शेयर की बात करें तो जन की बात ने अनुमान लगाया है कि इस बार योगी सरकार को 39 प्रतिशत वोट शेयर मिलेगा और सपा को 35 प्रतिशत। इसी तरह बसपा को 14%, कॉन्ग्रेस को 5% और अन्य पार्टियों को 7%।
जिलेवार ढंग से यदि देखें तो उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल उपक्षेत्र में 104 सीटों में से 53-59 पर भाजपा जीत हासिल करेगी और कॉन्ग्रेस के हाथ कुछ नहीं आएगा। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के ब्रज क्षेत्र में भाजपा को आसानी से 142 में 84 से 88 सीट मिलती नजर आ रही हैं। वहीं वोट शेयर 61% पार करेगा। कॉन्ग्रेस को यहाँ भी 2 सीट मिलेंगी। सपा के हिस्से 51 से 55 सीट आएगी और बसपा को संभव है 1 से 3 सीट मिले।
बुंदेलखंड में बीजेपी को 25 में से 19-21, सपा को 6-3, बीएसपी को 0-1 सीट मिल सकती है। अवध में भाजपा को 132 में से 84 सीटें तक मिल सकती हैं। वहीं कॉन्ग्रेस के हाथ शायद 4-3 सीट आए।
दिलचस्प बात ये है कि हाथरस और लखीमपुर खीरी में भी भाजपा की बढ़त इस सर्वे में सामने आई है जबकि पिछले दिनों विपक्षी पार्टियों ने इन्हीं दो क्षेत्रों में हुई घटनाओं पर सबसे ज्यादा राजनीति की।
55 फीसद लोग चाहते हैं CM योगी की वापसी
जन की बात सर्वे के मुताबिक 55 प्रतिशत लोगों ने कहा कि वो दोबारा योगी आदित्यनाथ को सीएम बनता देखना चाहते हैं। वहीं 2 फीसद ने प्रियंका गाँधी को सीएम देखने की इच्छा जताई और 31 फीसद ने अखिलेश यादव व 10 फीसद ने मायावती को मुख्यमंत्री बनाने को कहा।
इस पोल के अलावा एक स्वतंत्र सर्वेक्षण से भी ये बात सामने आई है कि सीएम योगी ही उत्तर प्रदेश के पसंदीदा हैं। ये दूसरा सर्वेक्षण मैट्रिस न्यूज कम्युनिकेशन नामक प्राइवेट कंपनी ने करवाया था। इसके मुताबिक 43% फीसद लोग चाहते हैं कि सीएम दोबारा योगी आदित्यनाथ ही बनें। केवल 14 प्रतिशत ने ही चाहा कि प्रियंका प्रदेश सीएम बनें।
75% लोगों का कहना है कि नरेंद्र मोदी की कल्याणकारी योजनाओं के कारण ही इस बार राज्य में भाजपा दोबारा लौटेगी। इसके अलावा प्रमुख मुद्दे जो प्रदेश जनता को लगते हैं कि इस बार के चुनावों में मुख्य भूमिका निभाएँगे। वह विकास जाति-धर्म, कानून व्यवस्था है। 23 % मानते हैं कि इस बार विकास मुद्दों पर वोट पड़ेगी। 24 % मानते हैं कि जाति और धर्म को देखते हुए लोग वोट देंगे। 10% लोगों का कहना है कि महंगाई के मुद्दे पर वोट डाले जाएँगे। 1% राम मंदिर को भी मुद्दा मानता है।
जन की बात का अनुमान और पिछले चुनाव
बता दें कि जन की बात ओपिनियन पोल ने साल 2019 में भी लोकसभा चुनावों के समय भाजपा की जीत का अनुमान लगाया था। पोल के अनुमान थे कि शायद एनडीए को 304-316 सीटें मिलें और भाजपा के हिस्से 248 से 260 सीट आए। हालाँकि भाजपा ने अकेले ही 303 सीट जीत ली थी और एनडीए के हिस्से में 353 सीट आई थी। इसी पोल ने कॉन्ग्रेस को मिलने वाली सीटों पर भी अनुमान लगाया था। पोल का दावा था कि कॉन्ग्रेस 2014 में जो 44 सीट लाई थी उससे ज्यादा सीट जीत पाएगी। हुआ भी यही था कॉन्ग्रेस ने 52 सीट जीती थी।
साल 2017 में योगी आदित्यनाथ की भाजपा सरकार पूर्ण बहुमत से प्रदेश में आई थी। पार्टी ने 319 सीट जीती थी। वहीं सपा को 47 व बसपा को 19 सीट मिल पाई थी। कॉन्ग्रेस के हिस्से सिर्फ 7 सीट आई थी।