युवा कॉन्ग्रेस (Yuva Congress) द्वारा रविवार (20 नवंबर 2022) को केरल के कोझीकोड (Kozhikode, Kerala) में ‘संघ परिवार और धर्मनिरपेक्षता के लिए चुनौतियाँ’ विषय पर वार्ता आयोजित करा रही है। अब आयोजकों ने इसकी मेजबानी से कॉन्ग्रेस सांसद शशि थरूर (Congress MP Shashi Tharoor) से हटा दिया।
इसके पीछे कॉन्ग्रेस या युवा कॉन्ग्रेस ने कोई कारण नहीं बताया है। थरूर उत्तरी केरल के चार दिवसीय दौरे पर हैं। ऐसे में कोझीकोड जिला युवा कॉन्ग्रेस ने इस कार्यक्रम का आयोजन किया था। हालाँकि, अंतिम समय में थरूर को इससे अलग कर दिया गया। माना जा रहा है कि कॉन्ग्रेस का एक वर्ग थरूर को बुलाने से नाराज चल रहा था।
इसको लेकर थरूर ने कहा, “जब भी मैं कोझीकोड में होता हूँ, DCC मुझे एक कार्यक्रम में आमंत्रित करता है। मुझे लगा कि यह एक समान निमंत्रण था। जो मैं समझता हूँ, उन्हें कुछ असुविधा हुई, लेकिन मुझे इससे कोई समस्या नहीं है। कोझीकोड में मेरा कार्यक्रम वैसे भी भरा हुआ है।”
जब उनसे मीडियाकर्मियों ने पूछा कि उनका बढ़ता कद किसी के लिए खतरा है, तब इस पर थरूर ने कहा, “मैं किसी से नहीं डरता और मुझे नहीं लगता कि किसी को भी मुझसे डरना चाहिए।”
कोझीकोड के सांसद एमके राघवन भी इस कार्यक्रम में शामिल हो रहे हैं। राघवन ने पार्टी अध्यक्ष पद के चुनाव में थरूर का समर्थन किया था। बता दें कि थरूर ने पार्टी अध्यक्ष के चुनाव में उम्मीदवार थे और वे गाँधी परिवार द्वारा समर्थित उम्मीदवार मल्लिकार्जुन खड़गे के खिलाफ चुनाव लड़े थे, लेकिन हार गए।
कार्यक्रम से थरूर को हटाने को लेकर यूथ कॉन्ग्रेस की राज्य इकाई के उपाध्यक्ष और पूर्व विधायक केएस सबरीनाधन ने एक फेसबुक पोस्ट में कहा, “इस कार्यक्रम के माध्यम से थरूर उत्तरी केरल में कॉन्ग्रेस के धर्मनिरपेक्ष रुख को उजागर कर सकते थे, लेकिन मीडिया के माध्यम से मुझे पता चला कि कुछ तबकों से इस कार्यक्रम को बदलने का निर्देश दिया गया था।”
शनिवार की शाम को थरूर ने कोझीकोड के सांसद एमके राघवन के साथ थमारसेरी कैथोलिक बिशप बिशप रेमिगियोस इनचानानियिल से मुलाकात की। बिशप को किसानों के मुद्दों को उठाने के लिए जाना जाता है और थरूर की पादरियों से मुलाकात को ईसाई समुदाय के किसानों का विश्वास जीतने के प्रयास के रूप में देखा जाता है।