आंध्र प्रदेश के गुंटूर का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में YSRCP के विधायक ए शिवकुमार एक वोटर को थप्पड़ मारते दिख रहे हैं। विधायक मतदाता द्वारा लाइन तोड़े जाने से नाराज थे। घटना सोमवार (13 मई, 2024) की है। पुलिस ने MLA ए शिवकुमार के खिलाफ FIR दर्ज कर के जाँच शुरू कर दी है। सोशल मीडिया पर विधायक की इस हरकत का काफी विरोध हो रहा है। YSRCP की विरोधी TDP ने भी इस घटना में विधायक की आलोचना की है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, घटना गुंटूर में तेनाली क्षेत्र के एक मतदान केंद्र की है। वायरल वीडियो में YSRCP विधायक अपने समर्थकों के साथ खड़े नजर आ रहे हैं। इसी बीच एक वोटर को देख कर MLA ए शिवकुमार भड़क गए। उन्होंने मतदाता पर लाइन में कूदने का आरोप लगाया और उसे थप्पड़ मार दिया। हालाँकि, मतदाता ने भी पलट कर विधायक को थप्पड़ जड़ दिया। इसके बाद विधायक के तमाम समर्थक एकजुट हो गए। उन्होंने मिल कर वोटर को पीट डाला। इस घटना से मतदान केंद्र पर अफरातफरी और शोरगुल का माहौल हो गया।
వైసీపీ రౌడీయిజం, గూండాగిరికి భయపడేదే లేదు.. తగ్గేదేలేదు అంటున్న ఓటర్లు… మీ ధైర్యానికి నా హాట్సాఫ్!#YSRCPRowdyism#EndOfYCP#JaruguJagan #AndhraPradeshElections2024 pic.twitter.com/93SVIt1qfe
— Lokesh Nara (@naralokesh) May 13, 2024
मतदान केंद्र पर खड़े कुछ अन्य वोटरों ने मामले में बीच-बचाव करने की कोशिश की। वीडियो सामने आने के बाद पुलिस ने आरोपित MLA के खिलाफ FIR दर्ज कर लिया है। मामले की जाँच की जा रही है। तेलगू देशम पार्टी के नेता नारा लोकेश ने इस घटना के वीडियो को शेयर किया है। उन्होंने YSRCP पार्टी के विधायक की हरकत की आलोचना की है। उन्होंने वोटर के साहस की सराहना की है। वहीं NDTV से बात करते हुए TDP की प्रवक्ता ज्योत्सना तिरुनागी ने इसे YSRCP की हताशा बताते हुए दावा किया कि MLA ए शिवकुमार जानते हैं कि उनकी पार्टी हार रही है।
बताते चलें कि आंध्र प्रदेश में लोकसभा और विधानसभा के चुनाव एक साथ हैं। यहाँ की सभी 175 विधानसभा और 25 लोकसभा सीटों पर 13 मई (सोमवार) को सुबह 7 बजे से वोट डाले जा रहे हैं। YSRCP फ़िलहाल यहाँ सत्ता में है। मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी के नेतृत्व वाली वाईएसआरसीपी का मुकाबला भारतीय जनता और उसके साथ गठबंधन में मौजूद तेलुगु देशम पार्टी व पवन कल्याण से है। साल 2019 के विधानसभा में वाईएसआरसीपी ने 151 सीटें जीत कर सरकार बनाई थी। तब इसी पार्टी ने लोकसभा में 23 सीटों पर जीत हासिल की थी।