AIMIM के राष्ट्रीय अध्यक्ष व संसद असदुद्दीन ओवैसी ने भारत रत्न को लेकर विवादस्पद बयान दिया है। अपने बयान में ओवैसी ने कहा कि सच तो यह है कि भारत रत्न ब्राह्मणों का क्लब है।
ओवैसी ने कहा कि सच यह भी है कि इस पुरस्कार के लिए कभी पारदर्शिता रही ही नहीं है। देश के सर्वोच्च पुरस्कार के बारे में ओवैसी द्वारा दिया गया यह बयान न सिर्फ दुखद है बल्कि बेहद शर्मनाक भी है।
दरअसल कुछ दिनों पहले सरकार ने भारत रत्न सम्मान सेनानाजी देशमुख, प्रणब मुखर्जी और भूपेन हजारिका को सम्मानित किया था। जानकारी के लिए आपको बता दें कि इससे पहले भी कर्नाटक जेडीएस के नेता दानिश अली ने देश के इस सर्वोच्च सम्मान के लिए विवादित बयान दिया था।
जनता दल सेकुलर (JDS) के नेता दानिश अली ने कहा था कि पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी नागपुर में आरएसएस मुख्यालय में एक कार्यक्रम में शामिल हुए थे, इसलिए उन्हें भारत रत्न सम्मान दिया गया है।
आपको बता दें कि इस साल गणतंत्र दिवस के मौके पर सरकार ने भारत रत्न के अलावा 112 विभूतियों को पद्म पुरस्कारों से नवाजा , जिसमें चार पद्म विभूषण, 14 पद्म भूषण और 94 पद्म श्री शामिल हैं।