बुलन्दशहर में तीन मासूम बच्चों की हत्या के मामले में जहाँ एक तरफ पुलिस ने तीन में से दो आरोपियों इमरान और बिलाल को गिरफ्तार कर लिया है और यह बात खुल कर सामने आ रही है कि हत्याकांड को मुस्लिम समुदाय के लोगों ने ही आपसी रंजिश के चलते अंजाम दिया, उसके बाद भी कुछ लोग इसे जबरदस्ती हिन्दू-मुस्लिम विवाद का रूप देने से लेकर ‘मोदी का न्यू इंडिया’ तक को घसीटने से बाज नहीं आ रहे हैं। ऐसे में क्षेत्र और प्रदेश में बेवजह का साम्प्रदायिक तनाव फैलने का खतरा मंडरा रहा है।
सोशल मीडिया पर फैलाया जा रहा जहर
सोशल मीडिया पर आधे सच का भ्रामक झूठ बोला जा रहा है। मारे गए बच्चों की तो मजहबी पहचान बताई जा रही है लेकिन हत्यारोपियों की छिपाई जा रही है।
Very painful event
— SHM-WYND (@sharafath313) May 26, 2019
Three children shot and killed in Bulandshahr of UP Three children are from Muslim community
Their murderers should be hanged.
This is the new modis New India. Muslims are in problems. pic.twitter.com/gyEsMRm8C7
कुछ लोग तो इसे भोपाल और गुरुग्राम (गुड़गाँव) में प्रकाश में आए तथाकथित साम्प्रदायिक दुर्भावना से की गई हिंसा के मामलों से जोड़ रहे हैं, जबकि न केवल इस मामले की प्रकृति न केवल उन मामलों के कथित परिप्रेक्ष्य से अलग है बल्कि उन मामलों की तो अभी जाँच भी नहीं पूरी हुई है।
Just 3 days and see what is happening #Gurgaon #Bhopal #Bulandshahr and so on and on.
— Hasan A Naqvi (@HasanANaqvi) May 27, 2019
Please don’t let your followers down https://t.co/Mz8GE99iLn
बुलंदशहर पुलिस भी ट्विटर पर लगातार मामले के अपडेट्स यथाशीघ्र दे रही है, ताकि भ्रम न फैले।
तत्काल कार्यवाही करते हुए हत्याकाण्ड में संलिप्त 02 अभियुक्त बिलाल व इमरान उर्फ गूंगा को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। pic.twitter.com/uuRpKTiW1f
— Bulandshahr Police (@bulandshahrpol) May 27, 2019
रोजा इफ्तार में न बुलाया जाना आ रहा है कारण के तौर पर
रोजा इफ्तार में न बुलाए जाने के कारण बुलंदशहर, मेरठ (उत्तर प्रदेश) के सलेमपुर क्षेत्र में मेज़बान परिवार के तीन बच्चों की गोली मार कर निर्ममता से हत्या कर दी गई थी। मृतक बच्चे अब्दुल, आसमा और अलीबा क्रमशः 8, 7 और 8 वर्ष के थे। हत्या के बाद बच्चों के शव घटनास्थल से 15 किलोमीटर दूर ले जाकर सलेमपुर थाने के अंतर्गत आने वाले धतूरी गाँव के एक कुएँ में फेंक दिए गए। हत्या का खुलासा तब हुआ जब बच्चों की लाशों को शनिवार सुबह पुलिस ने कुएँ से बरामद किया।
पुलिस हालाँकि यह दावा कर रही है कि मामले की सूचना ही पुलिस को देर से दी गई, पर प्रथम दृष्टया पुलिस की ओर से भी कुछ ढिलाई हुई देखते हुए एसएसपी एन कोलांचि ने त्वरित कार्रवाई की- नगर कोतवाल ध्रुव भूषण दूबे और मुंशी अशोक कुमार शर्मा को निलंबित कर दिया। कुछ मीडिया रिपोर्टों में यह भी कहा जा रहा था कि मुख्य आरोपी सलमान मलिक ने कुछ दिन पहले भी पिस्तौल दिखाकर पीड़ित परिवार को धमकी दी थी। मलिक पीड़ित परिवार का ही रिश्तेदार भी बताया जा रहा है।