अफगानिस्तान के उत्तरी काबुल में मस्जिद के पास जुमे की नमाज के दौरान बम विस्फोट हुआ। पुलिस ने बताया कि इस धमाके में 12 नमाजी मारे गए। मरने वालों में मस्जिद के इमाम मुफ्ती नैमन भी शामिल हैं। अभी तक 15 लोगों के घायल होने की बात कही जा रही है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक प्रवक्ता फिरदौस फरामार्ज़ ने बताया कि मस्जिद में नमाज शुरू होने के बाद यह विस्फोट हुआ। अभी हमले की जिम्मेदारी किसी ने नहीं ली है। लेकिन पुलिस ने शुरुआती जाँच में पाया है कि शायद इमाम को निशाना बनाने के लिए यह हमला हुआ था।
बता दें कि कुछ दिन पहले ही तालिबान और अफगान सरकार ने तीन दिन के युद्ध विराम का ऐलान किया था। लेकिन आज ईद वाले दिन और युद्ध विराम की घोषणा के दूसरे दिन यह धमाका हो गया।
मुहिबुल्लाह साहेबजादा नाम के एक नमाजी ने बताया कि जैसे ही उन्होंने मस्जिद में कदम रखा वैसे ही ये धमाका हुआ। वह बच्चों समेत कई लोगों के चिल्लाने की आवाज सुनकर सन्न हो गए। थोड़ी देर में मस्जिद में धुआँ भर गया। जब माहौल शांत हुआ तो कई शव मस्जिद में पड़े थे। इनमें एक बच्चा भी था।
1 हफ्ते पहले लड़कियों के स्कूल के बाहर हुआ था धमाका
अभी तक होने वाले ज्यादातर हमलों की जिम्मेदारी स्थानीय IS संगठन लेता रहा, बावजूद इसके तालिबान और सरकार एक-दूसरे पर इल्जाम लगाते हैं। हाल में एक ऐसा हमला पिछले हफ्ते हुआ था। उस समय 90 से ज्यादा लोग मारे गए थे। इनमें ज्यादातर स्कूली लड़कियाँ थीं। तालिबान ने इस हमले में अपनी किसी प्रकार की संलिप्ता से इनकार करके हमले की निंदा की थी।
रिपोर्ट्स के मुताबिक अफगानिस्तान की राजधानी काबुल के पश्चिमी इलाके में 8 मई शाम को एक के बाद एक तीन बम धमाके हुए। ब्लास्ट में स्कूल से निकल रही लड़कियों को मिलाकर 90 से ज्यादा जान गई थी। घटना के वक्त स्कूल की छुट्टी हुई थी। स्कूल के एक टीचर ने दावा किया कि पहले एक कार में धमाका हुआ। फिर दो और धमाके हुए।