Tuesday, November 19, 2024
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बांग्लादेश में हिंदू मंदिर पर फिर कट्टरपंथियों का हमला, तोड़ी गई माँ काली और भगवान गणेश की मूर्ति: 3 मदरसा छात्र गिरफ्तार, फुटबॉल खेलने से रोके जाने पर दे गए थे धमकी

केनमारी मंदिर के प्रशासन ने मदरसे के कुछ छात्रों को मंदिर से सटे मैदान में फुटबॉल खेलने से रोका तो उन बौखलाए से पहले गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी और उसके बाद मंदिर पर रात में हमला कर दिया गया।

बांग्लादेश में एक बार फिर से हिंदू देवी-देवताओं की मूर्ति तोड़ने की खबर सामने आई है। इस बार केनमारी मंदिर में हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियों के साथ तोड़-फोड़ की गई। मामले में बांग्लादेश की मोंगला पुलिस ने तीन आरोपितों को हिरासत में लिया है। ये तीनों आरोपित मदरसे के छात्र हैं।

घटना शनिवार (6 अगस्त 2022) रात की बताई जा रही है। रिपोर्टों में कहा गया है कि मंदिर प्रशासन मे मदरसे के कुछ छात्रों को मंदिर से सटे मैदान में फुटबॉल खेलने से रोक दिया। इससे बौखलाए छात्रों ने मंदिर पर हमला कर दिया। 

यह मंदिर चांदपई जिले के केनमारी क्षेत्र में स्थित है। एकुशी टीवी की रिपोर्ट के मुताबिक शनिवार (6 अगस्त 2022) शाम को केनमारी मंदिर में दर्शन करने के लिए कुछ लोग आए थे। तभी कुछ लोग मंदिर के मैदान पर फुटबॉल खेलने भी आ गए। इसी दौरान मंदिर में आए लोगों और फुटबॉल खेलने आए लोगों के बीच किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई।

इसके बाद मंदिर समिति ने लड़कों के मंदिर के मैदान में खेलने से रोक दिया। इसको लेकर विवाद हो गया। हालाँकि विवाद के बाद वह लड़के तो चले गए लेकिन जाते-जाते उन्होंने मंदिर के अधिकारियों को परिणाम भुगतने की धमकी दी।

इसके बाद शनिवार की रात अज्ञात बदमाशों ने आकर मंदिर में माँ काली और भगवान गणेश की मूर्तियों के साथ तोड़फोड़ की। पुलिस ने मामले की जाँच शुरू कर दी है। मामले में उपजिला पूजा उत्सव परिषद के अध्यक्ष पीयूष मजूमदार ने कहा,

“मुझे मंदिर के अधिकारियों और फुटबॉल खेलने आए लड़कों के बीच तकरार के बारे में पता चला है। हालाँकि फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि मारपीट की घटना उस विवाद के वजह से हुई थी या किसी अन्य कारण से। इलाके में इस तरह की यह पहली घटना है।”

मोंगला पुलिस स्टेशन ने मामले में जानकारी देते हुए बताया कि रविवार (7 अगस्त 2022) सुबह घटनास्थल का दौरा किया गया और मारपीट में शामिल तीन लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। आगे की जाँच की जा रही है।

बांग्लादेश में मंदिर पर हमले

बांग्लादेश में मंदिरों पर हमले की कई घटनाएँ हो चुकी हैं। 16 जुलाई को बांग्लादेश (Bangladesh) में नरैल के लोहागारा के सहपारा इलाके में एक फेसबुक पोस्ट से गुस्साए कट्टरपंथी मुस्लिमों (Radical Islam) की भीड़ ने हिंदुओं के एक मंदिर, किराने की दुकान और कई घरों को तोड़ दिया। इतना ही नहीं उसमें आग भी लगा दी। 

इससे पहले मार्च 2022 में, बांग्लादेश के ढाका डिवीजन में वारी में लालमोहन साहा स्ट्रीट पर इस्कॉन मंदिर पर हमला किया गया था। हमलावरों की इस भीड़ का नेतृत्व 62 वर्षीय हाजी सफीउल्लाह कर रहा था। उसके नेतृत्व में 150-200 लोगों की इस्लामी भीड़ ने इस्कॉन मंदिर पर हमला किया था। ‘नारा-ए-तकबीर’ और ‘अल्लाह हु अकबर’ के नारे लगाती भीड़ ने मंदिर परिसर में तोड़फोड़ की और मंदिर में रखे पैसे और अन्य कीमती सामान को भी लूट लिया।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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