बांग्लादेशी लेखक और ब्लिट्ज पत्रिका के संपादक सलाह उद्दीन शोएब चौधरी ने फ्रांस में रहने वाले ‘नियो-मुस्लिम’ यूट्यूबर पिनाकी भट्टाचार्य के खिलाफ आवाज उठाई है। चौधरी ने भट्टाचार्य के खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह किया है। उन्होंने शनिवार (24 फरवरी 2024) को एक्स (औपचारिक रूप से ट्विटर) पर बांग्लादेशी डॉक्टर पिनाकी भट्टाचार्य द्वारा फैलाए जा रहे भयानक रूप से हिंदू विरोधी और भारत विरोधी प्रोपेगेंडा की पोल खोली। पिनाकी भट्टाचार्य लोकप्रिय यूट्यूबर है, जो फ्रांस में रहकर राजनीतिक शरण माँग रहा है।
पिनाकी भट्टाचार्य के बारे में सलाहुद्दीन शोएब चौधरी ने लंबा पोस्ट लिखा है और उसके अतीत के बारे में भी बताया है। उन्होंने एक्स पर लिखा, “पिनाकी भट्टाचार्य को उनके माता-पिता ने तब्लीगी जमात के प्रभाव में हिंदू धर्म छोड़ने और इस्लाम अपनाने के कारण कुछ साल पहले ही अपने परिवार से बाहर निकाल दिया था। उनके पिता श्यामल भट्टाचार्य, एक स्कूल शिक्षक, लेखक और नाटक अभिनेता थे और अपने बेटे के धर्म परिवर्तन से बेहद नाराज हो गए और बाद में नाराज पिता ने उसे बहिस्कृत कर बेदखल कर दिया और पिनाकी के साथ सारे संबंध तोड़ लिए।”
उन्होंने आगे लिखा, “पिनाकी का जन्म बांग्लादेश के बोगुरा जिले में हुआ था और उन्होंने 1992 में राजशाही मेडिकल कॉलेज से पढ़ाई की। इस मेडिकल कॉलेज को जमात-ए-इस्लामी गतिविधियों के केंद्र के रूप में जाना जाता है। पिनाकी की पत्नी जो खुद एक डॉक्टर हैं, ने पिनाकी के आईएसआई कनेक्शन और इस्लामवादियों, जिहादियों और आतंकवादियों के साथ मजबूत संबंधों के बारे में जाना, और उससे सारे संबंध तोड़ दिए।”
शोएब चौधरी ने बताया है कि पिनाकी हिंदू से मुस्लिम बनने के बाद कहीं ज्यादा कट्टर हो चुका है। हालाँकि उसका धर्म से कोई लेना देना नहीं है, क्योंकि वो अपनी दवा फैक्ट्री में दवाइयों की आड़ में ड्रग्स बनाता था, जिसमें खतरनाक दवा मेथामफेटामाइन और कैफीन मिला होता था। वो बांग्लादेश में अंडरवर्ल्ड अपराध रैकेटों के माध्यम से इन खतरनाक चीजों को बेचता था। इसकी वजह से उस पर कानूनी एजेंसियों ने दबाव बनाया, तो वो बांग्लादेश से भागकर फ्रांस पहुँचा और वहाँ राजनीतिक शरण की माँग की। उसने बांग्लादेश की सत्ताधारी पार्टी पर राजनीतिक उत्पीड़न का आरोप लगाया।
Pinaki Bhattacharya: From fake medicine seller to Islamist lapdog
— Salah Uddin Shoaib Choudhury (@salah_shoaib) February 23, 2024
Only few years ago, Pinaki Bhattacharya was kicked-out of his family by his parents for leaving Hindu dharma and embracing Islam at the influence of Tablighi Jamaat. His father Shyamal Bhattacharya, a school… pic.twitter.com/0lMgWh3SeY
उन्होंने आगे बताया है कि पिनाकी आईएसआई की मदद से अपने यूट्यूब चैनल के माध्यम से भारत, हिंदू धर्म और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी और आरएसएस के खिलाफ जहर उगलता है। वो यूएस, इजरायल, ब्रिटेन, ईयू समेत धर्मनिरपेक्ष देशों के खिलाफ भी प्रोपेगेंडा फैलाता है। वो जम्मू-कश्मीर समेत भारत में आतंक फैला रहे पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद को भी समर्थन देता है। यही नहीं, उसने 22 फरवरी को, 2024 को फेसबुक पोस्ट डालकर बांग्लादेशी निर्देशकों और अभिनेताओं से कहा कि वे पश्चिम बंगाल स्थित ओटीटी प्लेटफॉर्म होइचोई या किसी अन्य भारतीय प्लेटफॉर्म पर काम न करें। उन्होंने बांग्लादेशी अभिनेता मोशर्रफ करीम से होइचोई के लिए अपनी आगामी फिल्म ‘हब्बा’ का प्रचार नहीं करने की अपील की। इस पोस्ट में वो बांग्लादेशी डायरेक्टरों और अभिनेताओं को धमकी देता है।
उन्होंने अपने पोस्ट में पिनाकी के अन्य कारनामों के बारे में भी विस्तार से लिखा है। कुछ चीजों को हम यहाँ सबूत के साथ रख रहे हैं। खासकर उसके भारत विरोधी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ चलाए जा रहे प्रचार अभियान से जुड़ी बातों को।
ऐसा ही एक वीडियो उसने 23 जनवरी 2024 को पोस्ट किया था। जिसमें उसने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ जहर उगला था। इस वीडियो को करीब 8 लाख बार देखा जा चुका है, जिसमें वो बांग्लादेश के हिंदू समुदाय के खिलाफ भी जहर उगल रहा है। इस वीडियो में वो भारतीय कंपनियों मैरिको, इमामी, डाबर, एशियन पेंट्स, गोदरेज जैसी भारतीय कंपनियों के उत्पादों के बहिस्कार की बात कर रहा है।
पिनाकी लगातार भारत विरोधी प्रोपेगेंडा फैलाता रहा है। यहाँ तक कि राम मंदिर की डिजाइन और निर्माण से जुड़ी कंपनी एलएंडटी को भी उसने निशाने पर लिया।
अगर कोई पिनाकी भट्टाचार्य के यूट्यूब पेज को देखेगा,तो उसे अनगिनत भारत विरोधी वीडियो दिखाई देंगे, जिसमें वो अपने फॉलोवर्स को भारत के खिलाफ भड़का रहा है और भारतीय सामानों के बहिस्कार के लिए उकसा रहा है।
शोएब चौधरी ने बताया है कि अपने वीडियो और पोस्ट में पिनाकी बांग्लादेशी मुसलमानों को हिंदुओं के खिलाफ जिहाद छेड़ने के लिए उकसाता है। उसके भारत विरोधी पोस्ट बांग्लादेश में बेहद लोकप्रिय हैं। वो बार-बार बांग्लादेशी हिंदुओं पर मुस्लिम चरमपंथियों द्वारा किए गए सभी हमलों के लिए मोदी को जिम्मेदार ठहराता है।
पिनाकी के खिलाफ फ्रांस में शिकायत
गौरतलब है कि 2021 में फ्रांस पुलिस को पिनाकी भट्टाचार्य के खिलाफ बांग्लादेश विरोधी गतिविधियों में शामिल होने की शिकायत दर्ज कराई गई थी। ये शिकायत ऑल यूरोपियन अवामी लीग के अध्यक्ष एम नजरूल इस्लाम ने दर्ज कराी थी। उन्होंने अपनी शिकायत में कहा, ”पिनाकी भट्टाचार्य बांग्लादेश विरोधी गतिविधियों में शामिल हैं। यह तथाकथित लेखक फ्रांस में बैठकर बांग्लादेश, बांग्लादेश सरकार, राष्ट्रपिता बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान, प्रधान मंत्री शेख हसीना और बंगबंधु परिवार के बारे में भ्रामक और गलत जानकारी से लोगों को भ्रमित करने की कोशिश कर रहा है।”
इसी तरह, नवंबर 2022 में, ढाका मेट्रोपॉलिटन पुलिस की काउंटर टेररिज्म एंड ट्रांसनेशनल क्राइम (CTTC) यूनिट ने पिनाकी भट्टाचार्य और दो अन्य पर देश की छवि खराब करने का आरोप लगाते हुए डिजिटल सुरक्षा अधिनियम के तहत मुकदमा दायर किया था।
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