Saturday, November 16, 2024
Homeरिपोर्टअंतरराष्ट्रीयएनल स्वैब से लगेगा कोरोना वायरस का पता: चीन की 'अभद्र' हरकत का अमेरिका...

एनल स्वैब से लगेगा कोरोना वायरस का पता: चीन की ‘अभद्र’ हरकत का अमेरिका ने किया विरोध

“विभाग इस तरह के परीक्षण के लिए कभी सहमत नहीं हुआ और जैसे ही हमें पता चला कि कुछ कर्मचारी भी इसके अधीन थे तो सीधे विदेश मंत्रालय का विरोध किया।"

चीन सरकार ने गुरुवार (फरवरी 25, 2021) को अमेरिकी सरकार से वादा किया कि वह कोरोना जाँच के लिए अमेरिकी राजदूतों से एनल स्वैब (Anal swab) नहीं लेंगे। इससे पहले चीन की इस हरकत पर वाशिंगटन में नाराजगी जाहिर की गई थी। अमेरिका ने इस अभ्यास को अभद्र करार दिया था। साथ ही खुल कर इसका विरोध भी किया था।

अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अमेरिकी राजदूतों से एनल स्वैब माँगे जाने की बात जानने के बाद अमेरिकी राज्य विभाग ने चीनी विदेश मंत्रालय के साथ गुरुवार को इसका विरोध किया था। उन्हें खबर मिली थी कि चीन के कुछ प्रांतों में प्रशासन ने क्वारंटाइन हुए लोगों के एनल स्वैब लेने के निर्देश दिए हैं, जिसमें विदेशी भी शामिल हैं।

जानकारी के अनुसार चीन ने अब कोविद-19 के लिए कथित तौर पर एनल स्वैब परीक्षण लागू कर दिया है। वहाँ प्रशासन को लगता है कि गले से लिए गए स्वैब से इंफेक्शन चूक सकता है। चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने इस पर तर्क दिया है कि गले और नाक के स्वैब की तुलना में कोरोना वायरस एनल स्वैब की मदद से अधिक आसानी से पाया जा सकता है क्योंकि वायरस के निशान साँस के रास्ते पर रहने से ज्यादा देर मल के पास रहते हैं।

यूएस राजनयिकों का एनल स्वैब हुआ गलती से: चीन

इस खबर के आने के बाद यूएस राज्य विभाग के प्रवक्ता ने साफ शब्दों में कहा है कि अमेरिका अपने राजनयिकों और उनके परिवार के सदस्यों की सुरक्षा के लिए तत्पर है। एक रिपोर्ट में अमेरिकी विदेश विभाग के एक अधिकारी के हवाले से लिखा गया है, “विभाग इस तरह के परीक्षण के लिए कभी सहमत नहीं हुआ और जैसे ही हमें पता चला कि कुछ कर्मचारी भी इसके अधीन थे तो सीधे विदेश मंत्रालय का विरोध किया।”

बता दें कि अमेरिका की नाराजगी के बाद चीन ने इस पूरे मामले पर पहले सफाई दी। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान (Zhao Lijian) ने कहा कि चीन ने कभी भी अमेरिकी राजनयिकों को एनल स्वैब टेस्ट की प्रक्रिया से गुजरने के लिए नहीं कहा। हालाँकि, बाद में उन्होंने इस तरह के परीक्षण की बात को स्वीकारा और आश्वासन दिया कि वे भविष्य में कोविड के परीक्षण के लिए अमेरिकी राजनयिकों पर एनल स्वैब का उपयोग नहीं करेंगें।

प्रवक्ता ने जोर देकर कहा कि उन्होंने अमेरिकी सरकार से वादा किया कि जो टेस्ट दिए गए वो गलती से दिए गए थे और राजनयिक कर्मियों को इससे छूट दी जाएगी, जिसे चीन में आने वाले यात्रियों के लिए अनिवार्य किया गया था।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

ऑस्ट्रेलिया में बनने जा रहा है दुनिया का सबसे ऊँचा श्रीराम मंदिर, कैंपस में अयोध्यापुरी और सनातन विश्वविद्यालय भी: PM मोदी कर सकते हैं...

ऑस्ट्रेलिया के पर्थ में बन रहे भगवान राम के मंदिर में अयोध्यापुरी और सनातन विश्वविद्यालय भी मौजूद हैं। यह विश्व का सबसे ऊँचा मंदिर होगा।

अमेरिका के जिस सरकारी वकील ने आतंकी पन्नू की हत्या में विकास यादव पर लगाए थे चार्ज, उसकी नवनिर्वाचित राष्ट्रपति ट्रम्प ने की छुट्टी:...

आतंकी पन्नू की हत्या की साजिश मामले में विकास यादव पर आरोप दायर करने वाले डेमियन विलियम्स की डोनाल्ड ट्रम्प ने छुट्टी कर दी है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -