दुनिया की सबसे अधिक आबादी वाला देश चीन तेजी से बढ़ती उम्र के कारण परेशान है। चीन की ‘वन चाइल्ड पॉलिसी’ का असर ये हुआ है कि वहाँ पर जन्म दर पर बहुत ही कम हो गई। इस कारण अब चीन अब अपनी जनसंख्या को बढ़ाने की कोशिश में लगा है। चीन अपने देश में वन चाइल्ड पॉलिसी खत्म हो गई है, लेकिन अब चीन लोगों को बच्चे पैदा करने का ऑफर दे रहा है।
ताकि, देश में बुजुर्गों की बढ़ती आबादी को कम किया जा सके। नेशनल ब्यूरो ऑफ स्टैटिस्टिक्स ने बताया कि पिछले साल केवल 10.62 मिलियन बच्चे पैदा हुए थे, जो 2020 में 12.02 मिलियन से कम था और रिकॉर्ड किए गए इतिहास में सबसे कम संख्या है। टाइम्स ऑफ इजरायल की रिपोर्ट के मुताबिक, सेंटर फॉर पॉलिटिकल एंड फॉरेन अफेयर्स (CPFA) के अध्यक्ष फैबियन बौसार्ट ने कहा कि चीन ने प्रोत्साहन के रूप में बेबी बोनस, अधिक भुगतान वाली छुट्टी, टैक्स में कटौती और बच्चे के पालन-पोषण के लिए सब्सिडी की पेशकश की है।
बीजिंग डॉबिनॉन्ग टेक्नोलॉजी ग्रुप अपने कर्मचारियों को 90,000 युआन तक नकद, 12 महीने की मैटर्नल लीव और 9 दिनों की पैटर्नल लीव है। इसके अलावा चीनी कंपनियाँ और मैनेजरों को अपने एग सुरक्षित रखने के लिए सब्सिडी दी जा रही है।
चीन में लगातार घट रही जन्मदर
चीन में लगातार बुजुर्गों की आबादी बढ़ती जा रही है। कम्युनिस्ट चीन की जनसंख्या पिछले साल 2021 में 1.4126 बिलियन थी। उस दौरान पाँच लाख से भी कम की वृद्धि दर्ज हुई थी. चीन के जन्म दर में लगातार पाँचवें साल गिरावट दर्ज की गई थी। उल्लेखनीय है कि चीन में बच्चों की जन्म दर बढ़ाने के लिए वन चाइल्ड पॉलिसी को खत्म करके पहले टू चाइल्ड किया गया था। इसके बाद पिछले साल अगस्त 2021 में ही चीन ने तीन बच्चों की नीति लागू की थी। बावजूद इसके जनसंख्या में वृद्धि नहीं हो पा रही है।