क्वाड देशों के समूह में किसी भी प्रकार की भागीदारी पर विचार करने के निर्णय को लेकर चीन द्वारा दी गई धमकी के जवाब में बांग्लादेश के विदेश मंत्री एके अब्दुल मोमन ने कहा कि एक स्वतंत्र राष्ट्र होने के नाते बांग्लादेश अपनी कूटनीतिक नीति का पालन करेगा।
बता दें कि बांग्लादेश में चीन के राजदूत ली जिमिंग ने चेतावनी देते हुए कहा था कि प्रधानमंत्री शेख हसीना की सरकार अगर क्वाड देशों के समूह से जुड़ने में रुचि दिखाती है तो दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों में कड़वाहट आ जाएगी।
Chinese Ambassador in Dhaka Li Jiming has said Bangladesh’s relations with China will “substantially get damaged” if Bangladesh joins the Quad alliance.@MFA_China @AKAbdulMomen@MEAIndia @StateDeptSpox@MofaJapan_en @dfat pic.twitter.com/rHDqUPy0bw
— Geeta Mohan گیتا موہن गीता मोहन (@Geeta_Mohan) May 10, 2021
उन्होंने कहा था, “इतिहास बार-बार यह साबित कर चुका है कि इस तरह की साझेदारी निश्चित रूप से हमारे पड़ोसियों के सामाजिक, आर्थिक विकास और लोगों की भलाई को नुकसान पहुँचाती है।”
चीन के तेवर को लेकर बांग्लादेश के विदेश मंत्री मोमन ने कहा, “यह हमारे ऊपर है कि हम इसे करते हैं या नहीं। हमने इसके लिए किसी ने आमंत्रित नहीं किया था, ना हमने इसको लेकर कोई रुचि दिखाई थी और न ही हमसे किसी ने कहा था। चीन सिर्फ एक स्वतंत्र और संप्रभु राज्य के रूप में अपनी राय दे सकता है।”
यह पूछे जाने पर कि क्या सरकार चीनी दावों का जवाब देगी, इस पर विदेश मंत्री ने कहा, “हम इस पर बात नहीं करना चाहते हैं। हम अपनी कूटनीतिक नीति का पालन करेंगे। हम आमतौर पर इन उत्तेजक बयानों का बिल्कुल भी स्वागत नहीं करते हैं।”
उल्लेखनीय है कि भारत, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान के क्वाड गठजोड़ से चीन पहले से ही चि़ढ़ता आ रहा है और ये किसी से छिपा नहीं है। लेकिन बांग्लादेश को इस मामले में खुली चेतावनी देना चीन की सोच को और पुख्ता कर रहा है। चीन ने बांग्लादेश को धमकी दी है कि अगर ढाका ने इस गठजोड़ में शामिल होने के बारे में सोचा तो बीजिंग से उसके रिश्तों पर इसका असर जरूर पड़ेगा।
बांग्लादेश में चीन के राजदूत ली जिमिंग ने ढाका में मीडिया से बातचीत करते हुए अगर बांग्लादेश इन चार देशों के गठजोड़ में शामिल होगा, तो उसके चीन के साथ उसके रिश्तों को काफी नुकसान होगा। ली ने बताया कि क्वाड एक छोटे उद्देश्य के साथ बनाया गया एक भूराजनीतिक गुट है, जो चीन के खिलाफ काम कर रहे हैं।
ली ने कहा कि भले ही ये गठजोड़ आर्थिक और सुरक्षा के मकसद से बनाया गया हो लेकिन ये सच नहीं है। असल में इस क्वाड को चीन के खिलाफ काम करने के लिए बनाया गया है। ली ने कहा कि इसका हिस्सा बनने पर बांग्लादेश को कोई फायदा नहीं होगा बल्कि नुकसान ही होगा।
बता दें कि क्वाड्रीलेटरल सिक्योरिटी डायलॉग यानी क्वाड भारत, जापान, ऑस्ट्रेलिया और बांग्लादेश के बीच एक बहुपक्षीय समझौता है। क्वाड बनाने का मुख्य उद्देश्य हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सहयोग बढ़ाना है, ताकि समुद्रों से व्यापार आसान हो। लेकिन व्यापार के साथ-साथ अब यहाँ सैनिक बेस को भी मजबूती दी जा रही है और यही बात चीन को सबसे ज्यादा परेशान कर रही है।
दरअसल, चीन को लगता है कि भारत, ऑस्ट्रेलिया, जापान और अमेरिका मिलकर चीन के खिलाफ रणनीतिक साजिश रच रहे हैं। इसकी वजह यह है कि क्वाड संगठन दूसरे मुद्दों के साथ-साथ समुद्र में चीन की बढ़ती दादागिरी पर भी लगाम लगाने की तैयारी में है। इस गुट को चीन हमेशा से चीन की साजिश मानता है।