भारत में बैन की मार झेल रहे वीडियो शेयरिंग ऐप टिकटॉक पर अब अमेरिका भी प्रतिबंध लगाने जा रहा है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आदेश के मुताबिक अमेरिका में रविवार से TikTok चीनी ऐप की डाउनलोडिंग पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। इसी के साथ We Chat की डाउनलोडिंग पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है।
AFP न्यूज एजेंसी के मुताबिक, “अधिकारियों ने बताया कि पूरे अमेरिका में रविवार से टिक टॉक और वीचैट के ऑपरेशंस पर पूरी तरह से प्रतिबंध लग दिया जाएगा। अमेरिकी अधिकारियों ने शुक्रवार को लोकप्रिय चीनी मोबाइल एप्लिकेशन WeChat और TikTok के डाउनलोड पर प्रतिबंध लगाने का आदेश देते हुए कहा कि उन्हें राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा है।”
#BREAKING US to ban TikTok, WeChat operations from Sunday: official pic.twitter.com/Qj36dxaAWE
— AFP news agency (@AFP) September 18, 2020
अमेरिकी सरकार ने भी इन एप्स को बैन करने के पीछे राष्ट्रीय सुरक्षा में सेंधमारी को कारण बताया है। कोरोना वायरस, चीन की चालबाजी, टैक्नोलॉजी पर बढ़ते तनाव और अमेरिकी निवेशकों के लिए वीडियो ऐप TikTok की बिक्री के बीच यह फैसला सामने आया है।
जानकारी के मुताबिक, अमेरिकी वाणिज्य विभाग ने आज एक आदेश जारी करने की योजना बनाई है, जिसके तहत 20 सितंबर के बाद से अमेरिका में रहने वाले लोग चाइनीज वीडियो-शेयरिंग एप्स टिकटॉक और वीचैट को डाउनलोड नहीं कर पाएँगे। अमेरिका में टिकटॉक के करीब 100 मिलियन यानी 10 करोड़ यूजर्स हैं। बता दें कि अब से कुछ दिन पहले ही भारत ने भी टिकटॉक पर बैन लगा दिया था।
बता दें इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन के साथ बढ़ते तनाव और जासूसी के आरोपों के बीच इसको बैन करने के संकेत दिए थे। उन्होंने टिकटॉक की जगह दूसरे विकल्प को तलाशने की बात कही थी।
गौरतलब है कि अब से कुछ दिन पहले ही भारत ने भी टिकटॉक पर बैन लगा दिया था। चीन के साथ सीमा पर जारी गतिरोध के बीच बड़ा फैसला लिया गया था। भारत सरकार ने जून के अंत में टिकटॉक समेत कुल 59 चीनी ऐप्स को बैन कर दिया था। चीनी ऐप्स पर बैन लगाने के फैसले पर भारत सरकार का कहना था कि सुरक्षा के मद्देनजर ये कदम उठाया गया है।
इसके बाद पिछले दिनों चीन के 47 और ऐप पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। इसके अलावा बताया गया था कि PUBG समेत 250 ज्यादा ऐप्स की केंद्र सरकार समीक्षा करते हुए हाल ही में बैन किया है। बता दें कि सरकार ने इन चीनी एप्स पर आईटी एक्ट 2000 के तहत बैन लगाया है।