पहले अमेरिकी क्षेत्र और उसके बाद लैटिन अमेरिका में चीनी गुब्बारा देखे जाने के बाद एक बार फिर से अमेरिका और चीन के बीच तनाव बढ़ गया है। यहाँ तक कि अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन ने अपना चीन का दौरा रद्द कर दिया है। अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन की तरफ से शुक्रवार (03 फरवरी, 2023) की रात बयान जारी कर दूसरे चीनी गुब्बारे की जानकारी दी गई।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बुधवार (01 फरवरी, 2023) को एक चीनी गुब्बारा अमेरिका के मोंटाना इलाके के ऊपर देखा गया था। अमेरिका का यह क्षेत्र संवेदनशील है। यहाँ अमेरिकी एयरफोर्स का बेस होने के साथ-साथ न्यूक्लियर मिसाइलें भी रखी हुई हैं। पेंटागन की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक, गुब्बारे का आकार तीन बसों के बराबर है, जो 60 हजार फीट पर उड़ रहा है। लोगों की सुरक्षा को देखते हुए इसे शूट करने का निर्णय नहीं लिया गया। पेंटागन इससे निपटने के उपाय तलाश रहा है। गुब्बारे की जाँच के लिए लड़ाकू विमानों को भी उड़ाया गया था।
इस 130 फीट बैलून में समा जाएंगी तीन बसें, 60 हजार फीट पर उड़ रहा है चीन का जासूसी#ChinaSpyBalloon #airspace https://t.co/ZvqRrK1A04
— TV9 Bharatvarsh (@TV9Bharatvarsh) February 4, 2023
दूसरे गुब्बारे के बारे में जानतारी देते हुए पेंटागन के प्रवक्ता पैट राइडर ने कहा कि हमें लैटिन अमेरिका के आसमान में एक गुब्बारे की जानकारी मिली है। हम इसे दूसरा चाइनीज जासूसी गुब्बारा मान रहे हैं। रिपोर्टों के मुताबिक जासूसी गुब्बारे देखे जाने के बाद पैदा हालात के बीच अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन का चीन दौरा रद्द कर दिया गया है। साथ ही चीनी गुब्बारे को देखते हुए अमेरिका ने सभी संवेदनशील डाटा को सुरक्षित करने की बात कही है।
चीन की सफाई
अमेरिका में देखे गए गुब्बारे को लेकर चीन ने सफाई दी है। चीन ने स्वीकार किया है किअमेरिकी क्षेत्र में पाया गया गुब्बारा चीन का ही है। चीन के विदेश मंत्रालय की तरफ से कहा गया है कि गुब्बारे का इस्तेमाल मौसम संबंधी जानकारी प्राप्त करने के लिए किया जाता है। संभवतः गुब्बारा अपने मार्ग से भटक गया है। चीन ने अमेरिकी हवाई क्षेत्र में गुब्बारे के प्रवेश पर खेद प्रकट करते हुए कहा कि यह जानबूझकर नहीं किया गया है।
इसके पहले चीन ने मामले की जाँच की बात करते हुए शांति की अपील की थी। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माओ निंग ने कहा था कि चीन एक जिम्मेदार देश है और उसने हमेशा से अंतरराष्ट्रीय नियमों का पालन किया है।
जासूसी गुब्बारे को शूट क्यों नहीं कर रहा अमेरिका?
अमेरिका में सर्विलांस या जासूसी गुब्बारों के विशेषज्ञ विलियम किम ने आशंका जताई है कि चीनी गुब्बारे का उद्देश्य अमेरिकी सीमाओं के बाहर से डेटा एकत्र करना हो सकता है। किम ने कहा कि इन गुब्बारों को शूट करना जोखिम भरा हो सकता है क्योंकि ये हीलियम पर चलते हैं। ऐसे में, यदि गुब्बारे को शूट किया गया तो गुब्बारा आग की लपटों में बदल जाएगा।
जासूसी गुब्बारे की विशेषताएँ
किम कहते हैं कि पहला जासूसी गुब्बारा देखने में बिलकुल सामान्य मौसम की जानकारी हासिल करने वाले गुब्बारे जैसा दिखता है लेकिन इसमें कई दूसरी विशेषताएँ भी हैं। यह सामान्य वेदर बैलून के मुकाबले काफी बड़ा है। इसमें सोलर पैनलों द्वारा संचालित बड़ा पेलोड है। जानकारी जुटाने के लिए इलेक्ट्रॉनिक उपकरण भी लगाए गए हैं। संभव है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से हवा में परिवर्तन भाँप कर इसमें अपना रास्ता चुनने की क्षमता भी है।
किम ने कहा कि इसे इस तरह डिजाइन किया गया हो सकता है कि इसे एक बार छोड़ने के बाद यह हवा के साथ उड़ता रहता है। किम ने कहा कि इन दिनों सैटेलाइट द्वारा निगरानी मुश्किल है लेकिन स्पाई बैलून ने काम आसान कर दिया है। बैलून रडार आसानी से नहीं देखे जा सकते। क्योंकि इसमें धातु (Metal) का इस्तेमाल काफी कम होता है। किम का मानना है निकट भविष्य में इस तरह के बैलून बड़ा खतरा बनकर सामने आने वाले हैं। विशालकाय बैलून में छोटे-मोटे पेलोड को छिपाना आसान हो सकता है। बता दें पेलोड के जरिए हथियार ले जाए जा सकते हैं। सैटेलाइट्स की तुलना में गुब्बारों द्वारा निगरानी से सटीक जानकारी मिलने की संभावना ज्यादा होती है।