क्या आप सोच सकते हैं कि ऐसे समय में, जब देश-दुनिया के तमाम लोग कोरोना की महामारी से आतंकित हैं, कुछ लोग व्यवस्था को बनाए रखने में अपना दिन-रात झोंक देने वाले डॉक्टर्स से बदसलूकी कर सकता है? खुद को कोरोना का मरीज बताकर महिला डॉक्टर्स को अश्लील संदेश भेज सकता है? उन्हें अपनी सेक्सुअल डिज़ायर्स बता सकता है? पाकिस्तान में कोरोना वायरस या उसके लक्षणों से पीड़ित लोगों की मदद करने को बनाए गए ऐप्स पर ऑनलाइन सेवा दे रहीं महिला डॉक्टरों को कुछ इस तरह कि मानसिक प्रताड़ना का सामना करना पड़ रहा है।
वर्तमान में डॉक्टर्स में से बहुत से लोग अस्पतालों में मरीजों की सेवा में अथक परिश्रम कर रहे हैं। अपने परिवारों से खुद को अलग रख रहे हैं और अपने जीवन को खतरे में डाल रहे हैं। रोगियों का परीक्षण और उपचार कर रहे हैं। कई लोगों ने जागरूकता बढ़ाने के लिए अपनी सेवाओं को स्वेच्छा से दिया है और संक्रमण के डर के बावजूद लोगों की किसी भी चिंता का जवाब देने के लिए खुद को उपलब्ध कराया है।
यह भी देखा जा रहा है कि सोशल मीडिया पर लोग स्वास्थ्यकर्मियों के प्रति आभार व्यक्त कर रहे हैं, उन्हें नायक और योद्धा कह रहे हैं। निश्चित रूप से इस समय डॉक्टर्स वह सम्मान प्राप्त कर रहे हैं, जिसके वे हकदार हैं। खैर, यह पुरुष डॉक्टर की कहानी हो सकती है। लेकिन पाकिस्तान में महिला डॉक्टर्स के बारे में यह दावा करना जरा मुश्किल है।
एक डॉक्टर का आधा से ज्यादा कीमती समय ऐसे लोगों को ब्लॉक और रिपोर्ट करने में व्यतीत हो रहा है जो उनके लिए अपमानजनक भाषा का प्रयोग कर रहे हैं।
पाकिस्तानी समाचार पत्र डॉन की एक रिपोर्ट के अनुसार, सोशल मीडिया पर पाकिस्तान की कई ऐसी डॉक्टर्स, नर्सों और महिला मेडिकल स्टाफ ने अपने बुरे अनुभव शेयर किए हैं। ये महिला डॉक्टर मोबाइल एप्लीकेशंस के जरिए या ऑनलाइन ही लोगों की मदद करने की कोशिश कर रही हैं, लेकिन इनसे आपत्तिजनक बातें की जा रही हैं। मरीज बनकर ये लंपट बात शुरू करते हैं और फिर निजी होने लगते हैं। यही नहीं, कई बार ये लोग डॉक्टर्स को अश्लील तस्वीरें और पॉर्न वेबसाइट्स के लिंक भी भेज रहे हैं।
दरअसल, ये ऐसे ऐप या पोर्टल्स हैं, जिसके माध्यम से मरीज सीधे महिला डॉक्टरों से जुड़ सकते हैं और चैट, ऑडियो या वीडियो कॉल के माध्यम से परामर्श ले सकते हैं। लेकिन लोग इसका भी दुरुपयोग करने से बाज नहीं आ रहे हैं।
डॉक्टर फिजा ने लिखा है कि आप टेक्स्ट को इग्नोर कर सकते हैं लेकिन कई बार ये लोग पैसे देकर अपॉइंटमेंट बुक करते थे और फिर अश्लील मेसेज किया करते थे। कभी उम्र पूछते थे, कभी मैरिटल स्टेटस तो कभी सीधा सेक्स की डिमांड करते थे। ये लोग रोग दूर करने के नाम पर ग्राफिक्स और अश्लील वीडियो से गेलेरी भर देते हैं।
घर बैठकर सिर्फ मस्ती करने के बहाने ये लोग स्टाफ की व्यक्तिगत जिंदगी को भी नुकसान पहुँचाते हैं क्योंकि कई नर्स और डॉक्टर्स को मानसिक रूप से इतना परेशान किया गया कि उन्हें अपना पेशा छोडना पड़ा।
एक डॉक्टर का कहना है कि पिछले शनिवार को उन्होंने अपने एप को अगले तीन महीनों के लिए मुफ्त कर दिया ताकि लोग इस महामारी के दौरान इसका इस्तेमाल कर सकें, और COVID-19 के लक्षणों, स्क्रीनिंग आदि के बारे में पूछने के लिए उन्हें तकलीफ उठाकर अस्पताल नहीं जाना पड़ेगा। लेकिन हुआ यह कि लोगों ने उनकी डॉक्टर्स से अश्लील बातें करनी शुरू कर दीं।
डॉक्टर्स का कहना है कि इस प्रकार की हरकतों के बढ़ने से स्टाफ को निराशा में अपनी नौकरी के बारे में सोचने पर मजबूर होना पड़ता है।