Friday, November 15, 2024
Homeदेश-समाजरीब्रांडिग के लिए नाम बदलने की तैयारी कर रहा है Facebook: गूगल, पेप्सी, टिंडर...

रीब्रांडिग के लिए नाम बदलने की तैयारी कर रहा है Facebook: गूगल, पेप्सी, टिंडर जैसी कंपनियाँ भी कर चुकी हैं ये काम

फेसबुक सिलिकॉन वैली की पहली ऐसी कंपनी नहीं है, जो अपना नाम बदलने जा रही है। इससे पहले भी कई कंपनियाँ अपना नाम बदल चुकी हैं।

मार्क जुकरबर्ग दिग्गज सोशल मीडिया कंपनी फेसबुक को रीब्रांड करने की तैयारी कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि जल्द ही एक नए नाम के साथ फेसबुक आ सकता हैं। ‘द वर्ज’ के मुताबिक, नए नाम के साथ फेसबुक का मुख्य फोकस मेटावर्स (Metaverse) पर रहेगा। हालाँकि, इसे लेकर फेसबुक के प्रवक्ता ने कोई भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है। उनका कहना है कि कंपनी अफवाहों और अटकलों पर टिप्पणी नहीं करती है।

यदि फेसबुक नाम बदलती है तो वह ऐसा करने वाली पहली कंपनी नहीं होगी। गूगल, पेप्सी जैसी कपनियाँ ऐसा कर चुकी हैं। पर गौर करने वाली बात यह है कि ज्यादातर कंपनियों ने अपने नाम तब बदले थे, जब बाजार में उनकी उपस्थिति वैसी नहीं थी जैसी आज फेसबुक की है।

खबर यह भी है कि मार्क जुकरबर्ग, फेसबुक का नाम बदलने को लेकर 28 अक्टूबर को कंपनी की सालाना कनेक्ट कॉन्फ्रेंस में बात कर सकते हैं। नाम बदलने के पीछे का मकसद फेसबुक को अपनी पहचान सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सबसे आगे बनाने की है। जुकरबर्ग ने जुलाई 2021 में earning कॉल में कहा था कि कंपनी का भविष्य मेटावर्स ‘(metaverse)’ में है। रीब्रांडिंग के तहत फेसबुक का लक्ष्य अल्फाबेट इंक जैसी होल्डिंग कंपनी बनने का है, जिसके पास वॉट्सऐप, इंस्टाग्राम, मैसेंजर, ओकुलस आदि का स्वामित्व है। दरअसल, फेसबुक सिलिकॉन वैली की पहली ऐसी कंपनी नहीं है, जो अपना नाम बदलने जा रही है। इससे पहले भी कई कंपनियाँ अपना नाम बदल चुकी हैं।

​गूगल: पुराना नाम बैकरब

दुनिया की सबसे सफल कंपनियों में से एक गूगल को लॉन्च किया गया था तो इसका नाम बैकरब (BackRub) था। इसे लैरी पेज और सर्गे ब्रिन ने शुरू किया था। बाद में इसका नाम बदलकर गूगल कर दिया गया। गूगल की पेरेंट कंपनी अल्फाबेट इंक है और इसके सीईओ भारतीय मूल के सुंदर पिचाई हैं।

​इंस्टाग्राम: पुराना नाम बरबन

इंस्टाग्राम जब फेसबुक की कंपनी में शामिल नहीं था, उस समय इसका नाम बरबन (Burbn) था। यह नाम इसके फाउंडर्स केविन सिस्ट्रोम और माइक क्रिगर ने रखा था। बरबन को आईफोन यूजर्स के लिए लोकेशन शेयरिंग, चेक इन्स करते हुए पॉइंट्स अर्न करने और किसी ईवेंट के बाद फोटो शेयर करने के लिए लॉन्च किया गया था। इसमें कई दिक्कतें आने के बाद बरबन के फाउंडर्स ने कई बार बदलाव किए और अंत में फोटो शेयरिंग और वीडियो पर फोकस किया। आज यह इंस्टाग्राम के नाम से मशहूर है और हर किसी का पसंदीदा ऐप है।

​ऐमाजॉन: पुराना नाम कैडेब्रा इंक

जुलाई 1994 में जेफ बेजोस ने ऐमाजॉन को कैडेब्रा इंक के रूप में शुरू किया था। कुछ म​हीने के बाद इसका नाम बदलकर ऐमाजॉन डॉट कॉम कर दिया गया था। कंपनी का नाम दुनिया की सबसे बड़ी नदी ऐमाजॉन रिवर के नाम पर रखा गया था।

​टिंडर: पुराना नाम मैचबॉक्स

डेटिंग ऐप टिंडर का पुराना नाम मैचबॉक्स था। टिंडर 2012 में लॉन्च हुई थी और आज काफी पॉपुलर डेटिंग ऐप बन चुकी है।

पेप्सी: पुराना नाम ब्रैड्स ड्रिंक

साल 1898 में ब्रैड्स ड्रिंक का नाम बदलकर पेप्सी कोला कर दिया गया था। 1961 में यह पेप्सी बन गई। आज यह बेवरेजेस इंडस्ट्री में दिग्गज नाम है।

​सोनी: पुराना नाम Tokyo Tsushin Kogyo

सोनी का पुराना नाम Tokyo Tsushin Kogyo है, जिसकी शुरुआत 1946 में हुई थी। Tokyo Tsushin Kogyo एक रिपेयर शॉप थी। 1955 में इसने जापान के पहले ट्रांजिस्टर रेडियो का बनाया था। 1960 में Tokyo Tsushin Kogyo ने दुनिया को पहली ट्रांजिस्टर टीवी दी। साल 1958 में इसका नाम बदलकर सोनी कॉरपोरेशन हो गया।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

अंग्रेज अफसर ने इंस्पेक्टर सदरुद्दीन को दी चिट… 500 जनजातीय लोगों पर बरसने लगी गोलियाँ: जब जंगल बचाने को बलिदान हो गईं टुरिया की...

अंग्रेज अफसर ने इंस्पेक्टर सदरुद्दीन को चिट दी जिसमें लिखा था- टीच देम लेसन। इसके बाद जंगल बचाने को जुटे 500 जनजातीय लोगों पर फायरिंग शुरू हो गई।

कश्मीर को बनाया विवाद का मुद्दा, पाकिस्तान से PoK भी नहीं लेना चाहते थे नेहरू: अमेरिकी दस्तावेजों से खुलासा, अब 370 की वापसी चाहता...

प्रधानमंत्री नेहरू पाकिस्तान के साथ सीमा विवाद सुलझाने के लिए पाक अधिकृत कश्मीर सौंपने को तैयार थे, यह खुलासा अमेरिकी दस्तावेज से हुआ है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -