नॉर्वे की राजधानी ओस्लो में गे बार के नजदीक हुई गोलीबारी को प्रशासन ने इस्लामी आतंकवाद करार दिया है, जिसके बाद ‘प्राइड फेस्टिवल’ को रद्द कर दिया गया है। इस हमले में दो लोगों की मौत हो गई। ये घटना शनिवार (25 जून, 2022) के सुबह की है, जब एक हमलावर ने गे बार और आसपास की सड़कों पर खड़े लोगों को निशाना बनाना शुरू कर दिया। पुलिस इस्लामी आतंकी हमले के एंगल से इसकी जाँच कर रही है।
इस हमले में 20 लोग घायल भी हुए हैं। दोनों मृतक उस समय नॉर्वे के लोकप्रिय गे बार व नाइटक्लब ‘लंदन पब’ में थे, जब उन्हें गोली मारी गई। एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि कई लोग जमीन पर पड़े हुए थे और कई चीख-चिल्ला रहे थे। ये घटना LGBTQ समुदाय के लिए हैरानी भरा है, क्योंकि वो वार्षिक ‘प्राइड परेड’ के लिए जुटे हुए थे। पुलिस की सलाह के बाद आयोजनों ने अब इसे रद्द कर दिया है। पुलिस का कहना है कि संदिग्ध आम लोगों में डर का माहौल बनाना चाहता था।
घटनास्थल से दो हथियार भी बरामद हुए हैं, जिनमें एक पूरी तरह ऑटोमैटिक बंदूक भी शामिल है। आरोपित एक 42 वर्ष का व्यक्ति है, जो ईरानी मूल का है। मृतकों की उम्र 50s और 60s में थी। 10 लोग जहाँ गंभीर रूप से घायल हैं, वहीं 11 को मामूली जख्म आए हैं। हालाँकि, किसी का भी जीवन खतरे में नहीं है। सामान्य से उच्चतम स्तर का अलर्ट पूरे देश में जारी किया गया है। नॉर्वे की सरकार ने इसे ‘कट्टर इस्लामी आतंकवाद’ बताया है।
Our thoughts and solidarity with the victims of this evil attack and the LGBTQI+ community in Norway in the dark days ahead.
— Stonewall (@stonewalluk) June 25, 2022
This is no time for complacency. Hate is on the rise and looms over our communities. We need political leadership to root it out. https://t.co/n6bIEx2gX5
संदिग्ध के बारे में ख़ुफ़िया एजेंसियाँ 2015 में ही सतर्क हो गई थीं, क्योंकि तभी उसके किसी इस्लामी गिरोह से जुड़ने की सूचना आई थी। हालाँकि, इसके बावजूद कई लोग इंद्रधनुषी झंडे लेकर सड़क पर उतरे और मार्च किया। दो किशोर इस हमले में बाल-बाल बच गए, जो ड्रिंक करने की उम्र न होने के कारण पब के अंदर नहीं थे, लेकिन मार्च में गए थे। संदिग्ध एक बैग लेकर आया था। लोगों ने उसे चिह्नित करने में पुलिस की मदद की। नॉर्वे में सामान्यतः औसत अपराध कम ही है। हालाँकि, यूरोप में ‘लोन वुल्फ अटैक’ का चलन बढ़ा है।