Monday, November 18, 2024
Homeरिपोर्टअंतरराष्ट्रीयसबसे ज्यादा मुस्लिम आबादी वाले देश में हिंदू यूनिवर्सिटी, राम सखा सुग्रीव पर रखा...

सबसे ज्यादा मुस्लिम आबादी वाले देश में हिंदू यूनिवर्सिटी, राम सखा सुग्रीव पर रखा नाम

यूनिवर्सिटी का नाम आई गुस्ती बागस सुग्रीव स्टेट हिंदू यूनिवर्सिटी (UHN) रखा गया है। इस यूनिवर्सिटी में 'एडमिनिस्टर हिंदू हायर ऐजुकेशन प्रोग्राम' के साथ-साथ 'हिंदू हायर ऐजुकेशन प्रोग्राम को सपोर्ट करने वाले' दूसरे हायर ऐजुकेशन प्रोग्राम भी होंगे।

इंडोनेशिया में पहली हिंदू यूनिवर्सिटी खोली गई है। इस यूनिवर्सिटी का नाम आई गुस्ती बागस सुग्रीव स्टेट हिंदू यूनिवर्सिटी (UHN) रखा गया है। बता दें कि पहले इस यूनिवर्सिटी का नाम हिंदू धर्म स्टेट इंस्टीट्यूट (IHDN) था। अब इसे राष्ट्रपति जोको विदोदो ने एक प्रेजिडेंशियल रेगुलेशन के तहत पहली हिंदू यूनिवर्सिटी बना दिया है। इस रेगुलेशन के बाद इसका नाम आई गुस्ती बागस सुग्रीव स्टेट हिंदू यूनिवर्सिटी रखा गया है। यह रेगुलेशन पिछले हफ्ते ही लागू किया गया है।

उल्लेखनीय है कि इंडोनेशिया सबसे ज्यादा मुस्लिम आबादी वाला देश है। लेकिन, इसकी संस्कृति में रामायण रची-बसी है। यहॉं की रामलीला दुनियाभर में प्रसिद्ध है। ताजा रेगुलेशन का मकसद हिंदू उच्च शिक्षा को समर्थन और बढ़ावा देना है। जानकारी के मुताबिक इस यूनिवर्सिटी में ‘एडमिनिस्टर हिंदू हायर ऐजुकेशन प्रोग्राम’ के साथ-साथ ‘हिंदू हायर ऐजुकेशन प्रोग्राम को सपोर्ट करने वाले’ दूसरे हायर ऐजुकेशन प्रोग्राम भी होंगे। बताया जा रहा है कि IHDN के सभी मौजूदा विद्यार्थियों और कर्मचारियों का UHN में ट्रांसफर कर दिया गया है। इसके साथ ही हिंदू धर्म स्टेट इंस्टीट्यूट की सभी प्रॉपर्टी भी अब UHN को हैंडओवर कर दिया गया है।

View this post on Instagram

Finally 😊🤗

A post shared by IHDN Denpasar (Official) (@ihdndenpasar_) on

IHDN के रेक्टर आई गुस्ती नगुराह सुदियाना ने इस बात की जानकारी देते हुए संस्थान की आधिकारिक वेबसाइट पर लिखा, “इंस्टीट्यूट के स्टेटस में एक नए रेगुलेशन के जरिए बदलाव किया गया है और अब सिर्फ केंद्र सरकार के हैंडओवर करने का इंतजार है। इसके लिए मैं बहुत खुश और शुक्रगुजार हूँ।” सुदियाना ने इसे इंडोनेशिया के हिंदुओंके लिए ऐतिहासिक और गौरवशाली क्षण बताया। उन्होंने कहा कि ये बात पूरी तरह से साफ है कि राष्ट्रपति
विदोदो ने बाली में हिंदू शिक्षा संस्थानों पर विशेष ध्यान दिया है।

इस इंस्टीट्यूट के इतिहास पर गौर करें तो यह साल 1993 में हिंदू धर्म के शिक्षा के लिए एक स्टेट अकादमी के तौर पर शुरू हुआ था। इससे बाद साल 1999 में इसे हिंदू रिलीजन स्टेट कॉलेज में बदल दिया गया और फिर 2004 में IHDN में बदला गया। अब नए रेगुलेशन के बाद इसका नाम UHN कर दिया गया है।

गौरतलब है कि जिस सुग्रीव के नाम पर इस यूनिवर्सिटी का नाम पर रखा गया है, वह रामायण में बाली के भाई और वानरों के राजा थे। वह किष्किन्धा में रहते थे। सुग्रीव भगवान राम के भक्त एवं सखा थे। देवी सीता को ढूँढते हुए जब भगवान राम किष्किन्धा पहुँचे थे, तब हनुमान ने सुग्रीव की मित्रता राम से करवाई थी। सुग्रीव का राज्य उनके भाई बाली ने छीन लिया था, और उनकी पत्नी रूमा को भी अपने पास रख लिया था। इसके बाद राम ने बाली का वध कर सुग्रीव की पत्नी को मुक्त कराया और उन्हें किष्किन्धा का राजा बनाया। राम-रावण युद्ध में सुग्रीव ने राम की बहुत मदद की थी। सुग्रीव भगवान सूर्य के पुत्र कहे जाते हैं।

दुनिया के सबसे बड़े मुस्लिम देश में 1300 साल पुरानी गणेश भगवान की मूर्ति, सिर और हाथ ग़ायब

1200 साल बाद 12 नवंबर को सबसे बड़े मुस्लिम देश में हिन्दुओं ने किया शिव का अभिषेक

पहला हलाल चश्मा: इंडोनेशिया में किया गया लॉन्च, सिद्धार्थ की कंपनी ने किया यह काम

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

महाराष्ट्र में महायुति सरकार लाने की होड़, मुख्यमंत्री बनने की रेस नहीं: एकनाथ शिंदे, बाला साहेब को ‘हिंदू हृदय सम्राट’ कहने का राहुल गाँधी...

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने साफ कहा, "हमारी कोई लड़ाई, कोई रेस नहीं है। ये रेस एमवीए में है। हमारे यहाँ पूरी टीम काम कर रही महायुति की सरकार लाने के लिए।"

महाराष्ट्र में चुनाव देख PM मोदी की चुनौती से डरा ‘बच्चा’, पुण्यतिथि पर बाला साहेब ठाकरे को किया याद; लेकिन तारीफ के दो शब्द...

पीएम की चुनौती के बाद ही राहुल गाँधी का बाला साहेब को श्रद्धांजलि देने का ट्वीट आया। हालाँकि देखने वाली बात ये है इतनी बड़ी शख्सियत के लिए राहुल गाँधी अपने ट्वीट में कहीं भी दो लाइन प्रशंसा की नहीं लिख पाए।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -