Monday, December 23, 2024
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फ्रांस में अब ऑर्थोडॉक्स चर्च के पादरी को गोली मारी: विदेश में रह रहे फ्रेंच नागरिकों को किया गया अलर्ट, 3 दिन में तीसरा हमला

पादरी को काफी नजदीक से 'पॉइंट ब्लेंक रेंज' से गोली मारी गई। फ्रांस में फिर से लॉकडाउन लगे हैं, ऐसे में चर्च में हलचल भी नहीं थी और वहाँ लोग न के बराबर थे। विदेश में रहने वाले फ्रेंच नागरिकों को भी सावधान किया गया है कि वो जहाँ भी हैं, उन पर हमले हो सकते हैं।

फ्रांस में आतंकी हमले थमते नहीं दिख रहे हैं। ताज़ा वारदात लियोन शहर में हुई है, जहाँ शॉटगन से लैस अपराधी ने एक ऑर्थोडॉक्स चर्च के पादरी को गोली मार दी। ग्रीक ऑर्थोडॉक्स पादरी पर हमला तब हुआ, जब वो चर्च को बंद करके लौटने की तैयारी में थे। शनिवार (अक्टूबर 31, 2020) को हुई इस घटना में नुकीले हथियार लगे शॉटगन का इस्तेमाल किया गया। 52 वर्षीय पादरी को उसके पेट में गोली मारी गई।

इस गोलीकांड को अंजाम देकर अपराधी भाग निकला। हालाँकि, पुलिस ने एक संदिग्ध को धरा है, जिसके बारे में आशंका है कि उसने ही इस घटना को अंजाम दिया है। काले रंग का लम्बा कोट पहने अपराधी ने कोट के नीचे ही बन्दूक छिपा रखी थी। लियोन के 7वें जिले के निवासियों ने हेलेनिक ऑर्थोडॉक्स चर्च के पास गोली चलने की दो आवाज़ें सुनीं। उन्होंने फायरिंग करने वाले को भागते देखा और फिर पादरी घायल अवस्था में पड़े हुए पाए गए।

इस हमले का क्या उद्देश्य था, इस बारे में कुछ स्पष्ट नहीं हो सका है। फ्रांस की आतंक-रोधी एजेंसियाँ वहाँ की पुलिस के साथ मिल कर जाँच में लगी हुई है। वहाँ के प्रधानमंत्री जीन कास्टेक्स ने इसे एक गंभीर घटना करार दिया। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रो पहले ही कह चुके हैं कि इस्लाम के नाम पर आतंकवाद उनके देश के लिए समस्या है। पादरी निकोलोस काकावेलाकि फ़िलहाल अस्पताल में हैं और उनकी हालत गंभीर बनी हुई है।

पादरी को काफी नजदीक से ‘पॉइंट ब्लेंक रेंज’ से गोली मारी गई। फ्रांस में फिर से लॉकडाउन लगे हैं, ऐसे में चर्च में हलचल भी नहीं थी और वहाँ लोग न के बराबर थे। विदेश में रहने वाले फ्रेंच नागरिकों को भी सावधान किया गया है कि वो जहाँ भी हैं, उन पर हमले हो सकते हैं। फ्रांस में रविवार तक धार्मिक स्थलों को लॉकडाउन से बाहर रखा गया है क्योंकि उस दिन ईसाई ‘ऑल सेंट्स डे’ मनाने वाले हैं।

इससे पहले फ्रांस के एविगनन (Avignon) शहर में एक व्यक्ति ने अल्लाह-हू-अकबर का नारा लगाते हुए धारदार हथियार से पुलिसकर्मियों के एक समूह पर हमला कर दिया था। इसके बाद पुलिस वालों ने उस व्यक्ति पर जवाबी कार्रवाई में गोली चलाई जिसमें उस व्यक्ति की मौत हो गई। हाल ही में फ्रांस के ही नीस शहर के चर्च में 1 महिला समेत 3 लोगों की गला काट कर हत्या कर दी गई थी। ये सब तब हो रहा है, जब देश पैगम्बर मुहम्मद का कार्टून दिखाने वाले शिक्षक सैमुअल पैटी की हत्या के बाद से ही उबल रहा है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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