पाकिस्तान में हिंदुओं पर अत्याचार की कहानियों का कोई अंत होता नहीं दिख रहा। पिछले दिनों कृष्ण मंदिर के नाम पर वहाँ कट्टरपंथियों की वास्तविक मानसिकता खुलेआम इंटरनेट पर देखने को मिली और अब कुछ घटनाएँ ऐसी सामने आई हैं जिन्हें सुनकर रूह काँप जाए।
दरअसल, 14 जुलाई को पाकिस्तान के सिंध के मिटियारी हाला में मोहन बागरी नामक हिंदू युवक का शव नदी से बरामद हुआ। सामाजिक कार्यकर्ता व वकील राहत ऑस्टिन ने इसपर वीडियो साझा की।
WARNING: GRAPHIC CONTENT: A Hindu Youth Mohan Bagari’s dead body found in river in Hala, Mitiari,Sindh-Pakistan. His throat was slit by a sharp tool. His family was starving already & now they are worry about his funral. Its a curse to be born as a Non-Muslim in Pakistan. 14-6-20 pic.twitter.com/cf3vxvPm1p
— Rahat Austin (@johnaustin47) July 15, 2020
उन्होंने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि मोहन को इस तरह से मारा गया है कि उनकी जीभ भी काट ली गई। अब परिवार पहले ही भूख के कारण तड़प रहा था। मगर अब उन्हें मोहन के दाह संस्कार की भी चिंता है। वीडियो में हम देख सकते हैं कि एक आदमी शव का कपड़ा उठाता है और वहाँ खड़ी भीड़ उसकी हालत देखकर तितर-बितर हो जाती है। व्यक्ति को शव पर कपड़ा दोबारा ढकना पड़ता है।
WARNING: GRAPHIC CONTENT:
— Rahat Austin (@johnaustin47) July 14, 2020
A Hindu youth Suneel Kumar S/o Rumesh Kumar is Brutally Tortured to death. His dead body is found in a cotton field in very bad condition.
Place: Kunri, Umarkot Sindh-Pakistan.
14-7-2020
Report:
Faqir Shiva Kachhi https://t.co/BH2yXoIQn7 pic.twitter.com/EvDN1KfWy0
ऐसे ही 14 जुलाई को सिंध से एक और बर्बरता का मामला सामने आया। जानकारी के मुताबिक, उमरकोट के कुनरी में एक सुनील कुमार नाम के लड़के का शव रुई के बागान में बहुत बुरी अवस्था में पाया गया। शव की हालत ऐसी थी जैसे उसे बुरी तरह जलाकर मारा गया हो।
A 17 yr old #Hindu boy, Ashok was abducted from Tharparkar, Sindh on 6th June. He was tortured and forcibly converted to Islam. Luckily, he managed to escape, but now he is receiving death threats as the punishment for leaving Islam is death. @KashifMD @Gulalai_Ismail @HRCP87 pic.twitter.com/XVSIXuXjAh
— Voice of Pakistan Minority (@voice_minority)इसके बाद सिंध से ही एक मामला धर्मांतरण का आया। ट्विटर पर साझा की गई वीडियो में बताया गया कि 17 साल के अशोक को सिंध के थरापार्कर से 6 जून को उठाया गया। फिर जबरन उसे इस्लाम कबूल करवा दिया गया। खुशनसीबी से वह उनके चंगुल से निकलकर भाग तो आया। लेकिन अब उसमें कट्टरपंथियों का खौफ बसा हुआ है। उसे लगातार धमकियाँ मिल रही हैं क्योंकि पाकिस्तान में इस्लाम छोड़ने का मतलब सिर्फ़ मौत है।
गौरतलब है कि अशोक की तरह ही पिछले दिनों सविता का मामला भी संघर इलाके से उजागर हुआ था। कट्टरपंथियों ने सविता का न केवल अपहरण किया था। बल्कि उसका रेप करके उससे इस्लाम कबूल करवाया था। इतने के बावजूद एक दिन वो भी चकमा देकर अपने घर लौट आई थी। मगर, उसके भीतर से अभी भी बहुसंख्यक आबादी का डर नहीं खत्म हुआ।