नोट: यह रिपोर्ट नई सूचनाओं के आधार पर अपडेट की गई है।
बांग्लादेश के नोआखाली इलाके में जुमे की नमाज के बाद 200 कट्टरपंथियों की भीड़ ने हिंदुओं के इस्कॉन मंदिर पर हमला कर इस्कॉन श्रद्धालु पार्थ दास की बर्बरता से हत्या कर दी। इस्कॉन ने अपने बयान में बताया कि पार्थ का शव मंदिर के पास तालाब में तैरता मिला। वहीं इस्कॉन से जुड़े राधारमण दास ने ट्वीट कर बताया कि पार्थ को बुरी तरह से पीटा गया था कि जब उनका शव मिला तो शरीर के अंदर के हिस्से गायब थे।
It is with great grief that we share the news of a ISKCON member, Partha Das, who was brutally killed yesterday by a mob of over 200 people. His body was found in a pond next to the temple.
— ISKCON (@iskcon) October 16, 2021
We call on the Govt of Bangladesh for immediate action in this regard. https://t.co/BLwqGsN36h
रामधरण दास के अनुसार, पार्थ केवल 25 साल के थे और कल से गायब थे। आज कुछ समय पहले उनका शव मंदिर के पास तालाब में मिला। उनके शरीर से अंग निकाल लिए गए थे। इससे पहले भीड़ द्वारा दो साधुओं की हत्या की बात सामने आई थी। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने आश्वासन दिया था कि वो उपद्रवियों के ख़िलाफ़ सख्त कार्रवाई करेंगे। हालाँकि जानकारी के मुताबिक, देश के विभिन्न इलाकों में हिंसा अब भी जारी है। कट्टरपंथी कुरान के अपमान का आरोप लगाकर हिंदुओं को मार रहे हैं, उनके धार्मिक स्थलों पर, देवी-देवताओं की मूर्ति पर हमले हो रहे है और घरों को आग के हवाले किया जा रहा है।
#Update on Bangladesh violence: Today morning the dead body of another ISKCON devotee Partha Das was found floating in the pond near temple. He was missing since yesterday. He was brutally tortured, body parts removed. He was just 25 year’s old. @narendramodi @DrSJaishankar
— Radharamn Das (@RadharamnDas) October 16, 2021
बता दें कि सोशल मीडिया पर फैली जानकारी के अनुसार, कोमिला शहर में नानुआर दिघी झील के पास एक दुर्गा पूजा पंडाल में कुरान को कथित तौर पर अपवित्र किया गया था। इसी के बाद कट्टरपंथियों की भीड़ ने चांदपुर के हाजीगंज, चट्टोग्राम के बंशखली और कॉक्स बाजार के पेकुआ में हिंदू मंदिरों और पांडालों पर हमला किया था। कुछ जगह ये बात भी कही जा रही है कि कुरान का अपमान नहीं हुआ, कट्टरपंथी सिर्फ हिंदुओं को मारने के लिए कहानी गढ़ रहे हैं।
😥😥😥😥@USAmbBangladesh @UNHumanRights pic.twitter.com/BnM5c2LOjE
— Iskcon Bangladesh 🇧🇩 (@IskconBDH) October 16, 2021
सिर्फ इस्कॉन मंदिर की बात करें तो वहाँ 500 के करीब दंगाइयों ने इकट्ठा होकर मंदिर में तोड़फोड़ की। शुरुआत में आई सूचना के आधार पर श्रद्धालुओं के साथ भी मारपीट हुई और रेप जैसी घटनाओं को भी अंजाम दिया गया। इस्कॉन बांग्लादेश ने संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयोग को ट्वीट कर एक रेप की जानकारी दी, जो चांदपुर के हाजीगंज का मामला है। वहाँ मुस्लिम कट्टरपंथियों ने पूरे हिंदू परिवार का बलात्कार किया। पहले कट्टरपंथियों ने माँ का रेप किया, फिर उसकी बेटी का और फिर भतीजी का जो कि केवल 10 साल की थी। हालाँकि बाद में यह सूचना एक अफवाह के तौर पर सामने आई।
बांग्लादेश के एक रिपोर्ट के हवाले से इस पूरी घटना से इनकार किया जा रहा है। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि हाजीगंज उपजिला को लेकर फिर से अफवाहें फैल रही हैं। शनिवार सुबह से ही देश-विदेश में कई सोशल मीडिया के जरिए हिंदू समुदाय के एक माँ-बहन और दस साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म की खबर फैलाई जा रही है। बच्ची मर चुकी है। जबकि हाजीगंज उपजिला में ऐसी कोई घटना नहीं हुई है।
फैक्टवॉच ने चाँदपुर के स्थानीय अख़बार ‘popularbd.news‘ के रिपोर्ट के हवाले से पाया कि हाजीगंज में हिंदू समुदाय के खिलाफ बलात्कार की पूरी घटना को अफवाह बताया गया था। पॉपुलरबीडीन्यूज की रिपोर्ट में बताया गया है कि हाजीगंज थाना प्रभारी हरुनूर राशिद और बांग्लादेश पूजा उदयपन परिषद हाजीगंज उपजिला के अध्यक्ष बाबू रूहिदास बानिक ने भी इस जानकारी की पुष्टि की।
ज्ञात हो कि इससे पहले दुर्गा पूजा के पंडालों पर हमले की खबरें बांग्लादेश से लगातार आ रही थीं। 10 अक्टूबर 2021 को बांग्लादेश के चटगाँव के फिरंगी बाजार इलाके में इस्लामिक कट्टरपंथियों ने एक मंदिर पर हमला कर उसमें तोड़फोड़ की थी। इस्लामी चरमपंथियों ने श्री श्मशानेश्वर शिव विग्रह मंदिर की दुर्गा प्रतिमा को तोड़ दिया था। बांग्लादेश हिंदू एकता परिषद ने घटना की जानकारी देते हुए ट्वीट किया, “हमला सड़क पर उस समय हुआ जब चटगाँव के कोतवाली में पूजा मंडप में माँ दुर्गा की मूर्ति को प्रवेश कराया जा रहा था। पुलिस ने एक को गिरफ्तार किया है। चटगाँव में कोतवाली की सड़कों पर विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं।”