Sunday, December 22, 2024
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BBC शर्म करो… UK में मीडिया संस्थान के बाहर गूँजा ‘भारत माता की जय’, लोगों ने पूछा – गोधरा में मारे गए हिन्दुओं के परिजनों का इंटरव्यू लिया?

ब्रिटेन में मैन्युफैक्चरिंग कंपनी चलाने वाली वंदना शर्मा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मीडिया संस्थान की डॉक्यूमेंट्री एक प्रोपेगंडा है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर झूठ फैलाया गया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ दुष्प्रचार करने के लिए बनाई गई बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री का ब्रिटेन में भी विरोध हो रहा है। प्रवासी भारतीयों ने लंदन में स्थित बीबीसी मुख्यालय और उसके क्षेत्रीय कार्यालयों के बाहर बड़ी संख्या में एकजुट होकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन रविवार (29 जनवरी, 2023) को हुआ।

बीबीसी मुख्यालय के बाहर हुए इस प्रदर्शन में लोगों ने प्रोपेगेंडा डॉक्यूमेंट्री को ब्रिटेन में भी बैन करने की माँग की। इस दौरान, प्रदर्शनकारियों ने ‘बायकॉट बीबीसी’, ‘ब्रिटिश बायस कॉर्पोरेशन’ और ‘स्टॉप द हिन्दूफोबिक नैरेटिव’, ‘बीबीसी शर्म करो’ और ‘भारत माता की जय’ जैसे नारे वाली तख्तियाँ लहराते दिखे। कुछ प्रदर्शनकारियों ने तिरंगा लहराते हुए बीबीसी के विरोध में नारे भी लगाए। प्रदर्शन कर रहे लोगों ने मीडिया से भी बात की। ब्रिटेन में मैन्युफैक्चरिंग कंपनी चलाने वाली वंदना शर्मा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मीडिया संस्थान की डॉक्यूमेंट्री एक प्रोपेगंडा है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर झूठ फैलाया गया। डॉक्यूमेंट्री में बीबीसी ने अपने इंटरव्यू को काट दिया और वही दिखाया जो उनके एजेंडे के अनुकूल था।

उन्होंने यह भी कहा है, “बीबीसी ने हिंदुओं और मुस्लिमों के बीच हिंसा को भड़काने के लिए एक झूठी कहानी फैलाई है। हमारे सुप्रीम कोर्ट पर सवाल उठाने वाले कौन होते हैं? मैं बीबीसी का बहिष्कार कर रही हूँ। वे अब इसे क्यों दिखा रहे हैं? 2024 में मोदी को रोकने के लिए बहुत सारी शक्तियाँ काम कर रही हैं। लेकिन, मुझे लगता है कि वह फिर से जीतेंगे।”

एक अन्य प्रदर्शनकारी विश्व सिंह ने कहा, “हाई कोर्ट ने इन दंगों की जाँच में 10 साल लगाए। मोदी को सभी मामलों में बरी किया गया। फिर भी बीबीसी इसके बारे में बात करता रहता है। बीबीसी को दूसरे देश के मामलों में दखल देने का कोई अधिकार नहीं है। बीबीसी यूके में ग्रूमिंग गिरोहों की जाँच क्यों नहीं करता? क्या बीबीसी ने ब्रिटिश साम्राज्यवाद की बदहाली पर कोई डॉक्यूमेंट्री बनाई है?”

बीबीसी मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन करने वाले प्रदर्शनकारियों का कहना है कि बीबीसी ने गोधरा (ट्रेन) में मारे गए हिंदुओं के एक भी परिवार का इंटरव्यू नहीं लिया। उसका एजेंडा इस्लाम समर्थक और भारत व हिंदू विरोधी है। वह दूसरे पक्ष को नहीं दिखाता। बीबीसी मोदी और भारत को बदनाम करने के लिए एक एजेंडा चलाता है।

एक अन्य प्रदर्शनकारी जय ने कहा, “डॉक्यूमेंट्री पूरी तरह से एकतरफा है। दोनों पक्षों को नहीं दिखाया गया। बीबीसी ने इस बात पर ध्यान नहीं दिया कि दंगे क्यों शुरू हुए। पुरुषों, महिलाओं और छोटे बच्चों से भरी एक ट्रेन कैसे जल गई। मरने वाले 300 से 400 हिंदुओं पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। मारे गए 200 पुलिस अधिकारियों का कोई उल्लेख नहीं है।”

दरअसल, इस डॉक्यूमेंट्री में BBC ने गुजरात दंगों का दोष वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर डालने की कोशिश की है। यही नहीं, उनकी छवि इस्लाम विरोधी भी दिखाने की कोशिश की है। दो पार्ट में बनाई गई BBC की इस सीरीज में प्रधानमंत्री मोदी और भारत के मुस्लिमों के बीच तनाव की बात कही गई है। बीबीसी ने मोदी सरकार के देश के मुस्लिमों के प्रति रवैए, कथित विवादित नीतियाँ, कश्मीर के विशेष दर्जे को खत्म करने और नागरिकता कानून को लेकर भी सवाल उठाए गए हैं। BBC की डॉक्यूमेंट्री पर सरकार ने सख्त रुख अपनाया है। सरकार के आदेश के बाद ट्विटर और यूट्यूब से डॉक्यूमेंट्री से संबंधित लिंक हटाए जा रहे हैं।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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