भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा है कि चीन जितना चाहे अरुणाचल पर प्रलाप कर सकता है, अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न अंग है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि अरुणाचल प्रदेश सदैव से भारत का हिस्सा है और आगे भी रहेगा। विदेश मंत्रालय ने चीन को यह जवाब हाल ही चीन के अरुणाचल को लेकर शोर मचाने के बाद दिया है।
भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने चीन की अरुणाचल को लेकर टिप्पणियों के विषय में पूछे जाने पर कहा, “हम इस मामले पर अपनी स्थिति स्पष्ट कर दें, हमने पहले भी इस मामले में बयान जारी किए हैं। चीन जितनी बार चाहे अपने फर्जी दावे इस बारे में कर सकता है, इससे हमारे इस स्टैंड में कोई बदलाव नहीं आएगा कि अरुणाचल प्रदेश हमेशा से भारत का हिस्सा था, है और रहेगा।”
#WATCH | MEA Spokesperson Randhir Jaiswal says "Our position on the matter of Arunachal Pradesh has been made very clear time and again. We have also issued statements in this regard. China may repeat its baseless claims as many times as they want. That is not going to change our… pic.twitter.com/mcPS4cnQTJ
— ANI (@ANI) March 28, 2024
विदेश मंत्रालय का यह बयान चीन के अरुणाचल प्रदेश को लेकर दावों के बाद आया है। यह दावे पीएम मोदी के अरुणाचल दौरे के बाद चालू हुए थे। चीन के विदेश मंत्रालय और रक्षा मंत्रालय ने अरुणाचल प्रदेश को लेकर फर्जी दावे किए हैं।
गौरतलब है कि हाल ही में पीएम मोदी ने अरुणाचल प्रदेश का दौरा किया था। इस दौरान उन्होंने रणनीतिक तौर पर महत्वपूर्ण सेला सुरंग समेत तमाम परियोजनाओं का उद्घाटन और लोकार्पण किया था। सेला दुनिया की सबसे ऊँचाई पर बनी सुरंग है। पीएम मोदी ने इस दौरान पूर्वोत्तर में किए गए अन्य विकास कार्यों का भी ब्यौरा दिया था।
पीएम मोदी के इस दौरे के बाद चीन के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता कर्नल झांग ज़ियाओगांग ने कहा था कि जिजांग (तिब्बत का भाषा में नाम) का दक्षिण का क्षेत्र चीन का पारम्परिक रूप से हिस्सा है। उन्होंने कहा था कि भारत ने अरुणाचल प्रदेश को अवैध रूप से स्थापित किया है और बीजिंग इसे कभी नहीं मानेगा।
हालाँकि, यह पहली बार नहीं है जब चीन अरुणाचल प्रदेश में घुसपैठ या उस पर अपना दावा जताता आया हो। चीन लगातार अरुणाचल प्रदेश के इलाकों में घुसपैठ करता है और उसे तिब्बत का एक हिस्सा बताता है। वह अरुणाचल प्रदेश के नागरिकों को ‘नत्थी वीजा’ देता है। चीन ने 1950 के दशक में बौद्धों को भगा कर तिब्बत पर कब्जा कर लिया था और अब उसका दावा है कि अरुणाचल उसी तिब्बत का एक हिस्सा है। भारत ने चीन को हमेशा इस मामले में कड़ा जवाब दिया है।
चीनी रक्षा मंत्रालय की इस टिप्पणी के बाद भारतीय विदेश मंत्रालय ने भी स्पष्ट रूप से जवाब दिया था। विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा, ” हमारे ध्यान में चीनी प्रवक्ता द्वारा की गई टिप्पणियाँ आई हैं। चीनी रक्षा अरुणाचल प्रदेश को लेकर बेतुके दावे कर रहा है। इस बारे में बार-बार एक ही तरह के दावे दोहराने से इस दावे को कोई सच नहीं मान लेगा। अरुणाचल प्रदेश भारत का अविभाज्य हिस्सा था, है और हमेशा ही रहेगा। अरुणाचल प्रदेश के निवासियों को हमारे इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स का लाभ लगातार मिलता रहेगा।”
Our response to media queries on comments made by the Spokesperson of the Chinese Defence Ministry regarding Arunachal Pradesh:https://t.co/tCzhr8MG3C pic.twitter.com/MS86ssZbM9
— Randhir Jaiswal (@MEAIndia) March 19, 2024
गौरतलब है कि चीन लद्दाख और उत्तराखंड वाले क्षेत्र में भी लगातार सीमा पर गड़बड़ी करता रहता है। वह लगातार इन हिस्सों को अपना बताने का दावा करता है। हालाँकि, भारत ने उसके सभी दावे नकारते हुए इन सभी इलाकों में सेना की मजबूत तैनाती कर रखी है।