ईरान-इजरायल में तनाव के बीच भारत सरकार ने ट्रैवल एडवाइजरी जारी की है और दोनों देशों की यात्रा से बचने के लिए कहा है। सरकार ने दोनों देशों में मौजूद अपने नागरिकों से दूतावास के संपर्क में बने रहने की भी सलाह दी है। मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि अगले दो दिनों के भीतर दोनों ही देशों के बीच भारी जंग छिड़ सकती है।
भारत सरकार के विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार (12 अप्रैल 2024) की शाम ये एडवाइजरी जारी की और कहा कि भारतीय नागरिक अगली सूचना तक ईरान और इजराइल की यात्रा न करें। विदेश मंत्रालय ने एक्स पर जारी बयान में कहा है, “ईरान या इजराइल में रहने वाले भारतीय वहाँ के दूतावासों से फौरन संपर्क करें और अपना रजिस्ट्रेशन करवाएँ। सभी अपनी सुरक्षा का ध्यान रखें और कम से कम बाहर निकलें।”
Travel advisory for Iran and Israel:https://t.co/OuHPVQfyVp pic.twitter.com/eDMRM771dC
— Randhir Jaiswal (@MEAIndia) April 12, 2024
भारत सरकार ने ट्रैवल एडवाइजरी उस समय जारी की है, जब एक अमेरिकी अखबार वॉल स्ट्रीट जर्नल ने दावा किया है कि ईरान अगले दो दिन में इजराइल पर हमला कर सकता है। वॉल स्ट्रीट जर्नल ने शुक्रवार को अमेरिकी इंटेलिजेंस के हवाले से ये दावा किया है। वॉल स्ट्रीट जर्नल ने ईरान द्वारा जानकारी दिए गए एक व्यक्ति का हवाला देते हुए अपनी रिपोर्ट में बताया कि ईरान अगले 48 घंटों के भीतर इजरायल पर हमला बोल सकता है। रिपोर्ट में कहा गया कि ईरान इजरायल पर हमले के राजनीतिक जोखिमों का आकलन कर रहा है।
बता दें कि दोनों देशों के बीच तनाव तब अपने चरम पर पहुँच गया, जब एक हमले में सीरिया में ईरानी वाणिज्य दूतावास की एक इमारत ध्वस्त हो गई थी। ईरान ने उस हमले के लिए इजरायल को दोषी ठहराया था जिसमें उसके एक शीर्ष सैन्य कमांडर और छह अधिकारी मारे गए थे। ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स ने देश के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई से संपर्क किया था।
इस मामले में अमेरिका के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने कहा है कि विवाद को बढ़ावा देना किसी के भी हित में नहीं है। वहीं, गुरुवार (11 अप्रैल 2024) को अमेरिका ने इजरायल में काम करने वाले अपने नागरिकों और खासकर डिप्लोमैट्स के लिए एडवाइजरी जारी किया। अमेरिका ने अपनी एम्बेसी के स्टाफ को यरुशलम, तेल अवीव या बीरशेबा शहर से बिना सावधानी के बाहर न जाने को कहा है।