फलस्तीनी आतंकी संगठन हमास के युद्ध विराम की अपील को इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ठुकरा दिया है। इजरायल की सरकार ने कहा है कि आने वाले 6 महीने या साल भर में वे कुछ ऐसा करेंगे जो उन्होंने अब तक नहीं किया। हमास के वरिष्ठ नेता मौसा अबू मरजूक ने गुट के 9 कमांडरों के मरने के बाद रूसी विदेश मंत्री (मध्य पूर्व के मुद्दों को देखने वाले) मिखाइल बोगदानोव से फोन पर युद्ध विराम का प्रस्ताव रखा था।
टाइम्स ऑफ इजरायल की एक रिपोर्ट के मुताबिक अबू मरजूक इससे पहले दूसरी टोन में बात कर रहा था। वह हमास का वरिष्ठ नेता है। उसने एक हालिया साक्षात्कार में कहा था, “यूरोपीय लोगों ने हमसे संपर्क किया और कहा कि हम शॉर्ट रेंज की मिसाइलों को दागना बंद कर दें, वरना वे गाजा के पुनर्निर्माण में भाग नहीं लेंगे। मैंने उनसे कहा कि हम अपनी छोटी दूरी की मिसाइलों को रोकेंगे और इसकी जगह लंबी दूरी की मिसाइलों का इस्तेमाल करेंगे।”
मरजूक के प्रस्ताव के बाद इजरायली सेना ने साफ किया है कि इस बार वे युद्ध विराम नहीं चाहते। इजरायली सरकार ने भी सीजफायर से साफ मना करते हुए कहा कि अभी ये संघर्ष खत्म नहीं होगा। एक लोकल समाचार साइट से एक कैबिनेट मंत्री ने कहा, “हमारे हर निशाने पर हमला बोलने के बाद यदि उन लोगों ने सरेंडर नहीं किया तो हम ग्राउंड ऑपरेशन लॉन्च करेंगे।”
एक रिपोर्ट में इजरायली सेना के खुफिया विभाग से मिले संकेतों के आधार पर बताया गया है कि संघर्ष शुरू होने के बाद से इजरायल पर 1600 से ज्यादा रॉकेट दागे गए हैं। जवाब में गाजा में करीब 600 ठिकानों को इजरायली सेना अब तक निशाना बना चुकी है। बताया जाता है इजरायल डिफेंस फोर्स चीफ ऑफ स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल अवीव कोहावी के पास ग्राउंड अटैक के लिए ड्राफ्ट तैयार कर भेजा गया है। जनरल से मँजूरी मिलने पर इसे नेतन्याहू और उनकी कैबिनेट के पास भेजा जाएगा।
एक कैबिनेट मंत्री ने बताया है कि ये सब कुछ दिनों में शांत नहीं होगा। इजरायल इसे नहीं रोकेगा और न ही उसका ऐसा करने में दिलचस्पी है। उनके मुताबिक ये सब सही हो रहा है और तब तक चलता रहेगा जब तक फलस्तीन मान नहीं जाता कि कि हमला करना उसकी गलती थी। बिलकुल वैसे, जिस तरह हिजबुल्ला नेता हसन नसरल्लाह ने 2006 में द्वितीय लेबनान युद्ध के बाद किया था।
मालूम हो कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और इंगलैंड के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसॉन लगातार दोनों पक्षों से शांत होने की अपील कर रहे हैं। वहीं तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्डोगन लगातार मुस्लिम नेताओं से बात करके इजरायल को सबक सिखाने की अपील कर रहे हैं।
इस बीच बुधवार को हुए संघर्ष में इजरायल में एक 5 साल के मासूम ने अपनी जान गवा दी। वहीं गाजा में ईद से पहले 14 मंजिला इमारत नष्ट कर दी गई। IDF ने बताया में कि उन्होंने हमास के नेताओं, सरकारी इमारतों, बैंक मिलाकर कई जगह स्ट्राइक की, जिसमें 9 कमांडरों की तरह हमास के 60 अधिकारी मारे गए।
At least 83 people have been killed in #Gaza since Israel began its bombing campaign in the besieged territory on Monday.
— Middle East Eye (@MiddleEastEye) May 13, 2021
ICC chief prosecutor warns crimes may have been committed in the occupied territory. pic.twitter.com/DapmVYl1Di
जानकारी के मुताबिक, गाजा में हमले के कारण मरने वालों की संख्या 83 और घायल की संख्या 480 पहुँच गई है। इजरायल में एक बच्चे समेत 7 लोगों की मौत हुई है। इजरायल के लॉड शहर में इस संघर्ष के भयावह परिणाम नजर आ रहे हैं। अरब लोगों ने कथित तौर पर वहाँ पुलिस पर पत्थर फेंके और एक यहूदी पर बुरी तरह हमला किया। स्थिति देखते हुए प्रधानमंत्री ने वहाँ इमरजेंसी लगा दी है।