इजराइल और फिलीस्तीन के बीच खूनी संघर्ष अभी भी जारी है। इजराइल ने सातवें दिन रविवार (16 मई 2021) को गाजा पट्टी में हमास प्रमुख के घर पर बम बरसाए। वहीं, इस्लामी समूह ने भी तेल अवीव पर जमकर रॉकेट बैराज दागे। दोनों तरफ से भीषण बमबाजी की गई। शाम होते-होते गाजा शहर पर भी इजरायल द्वारा एयर स्ट्राइक किया गया जिसमें कई सिविलियन के मारे जाने की भी भी खबर है।
रविवार शाम को गाजा शहर में की गई इजरायली एयर स्ट्राइक में तीन इमारतें तबाह हुईं और लगभग 42 लोग मारे गए। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि इजरायल और फिलिस्तीन के बीच लड़ाई चलती रहेगी। वहीं गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने दावा किया है कि मारे गए लोगों में 16 महिलाएँ और 10 बच्चे हैं।
बता दें कि आज ही इजराइल पर गाजा से हो रही रॉकेट फायरिंग की भारत ने UN में की निंदा! संयुक्त राष्ट्र में भारत के प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने कहा, “गाजा से इजरायल में नागरिक आबादी को लक्षित कर अंधाधुंध रॉकेट फायरिंग की जा रही है, जिसकी हम निंदा करते हैं।”
India has also lost one of her nationals living in Israel in this rocket fire – a caregiver in Ashkelon. We deeply mourn her demise along with all other civilians who have lost their lives in current cycle of violence, provocation, incitement, and destruction: TS Tirumurti (2/2) pic.twitter.com/WwS7Opqz6O
— ANI (@ANI) May 16, 2021
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इजराइल ने आज येहाया अल-सिनवार के घर पर हमला किया, जो कि 2017 से हमास के राजनीतिक और सैन्य विभाग के प्रमुख है। हालाँकि, अभी तक इसकी पुष्टि नहीं हुई है कि हमले के वक्त हमास प्रमुख वहाँ मौजूद था या नहीं। वहीं, स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि इजराइल की ओर से किए गए एयर स्ट्राइक्स में कम से कम 3 फिलीस्तीनी मारे गए हैं और कई घायल हैं।
बताया जा रहा है कि इजराइल में रॉकेट हमलों को लेकर बजते सायरन के बीच लोग बम शेल्टर्स में भागते नजर आए। तेल अवीव और इसके आसपास में भागते हुए करीब 10 लोग घायल हुए हैं।
मालूम हो कि सोमवार 10 मई 2021 से शुरू हुए इजराइल हमले में अब तक गाजा में कम से कम 148 लोग मारे जा चुके हैं। इनमें 41 बच्चे भी शामिल हैं। वहीं, इजरायल ने भी अपने यहाँ 10 नागरिकों की मौत की जानकारी दी है, जिसमें 2 बच्चे शामिल हैं।
कई सालों में यह सबसे भीषण संघर्ष है
अमेरिका, संयुक्त राष्ट्र और इजिप्ट के दूत दोनों पड़ोसी देशों में शांति कायम करने के लिए कोशिश में जुटे हैं, लेकिन अभी तक कोई प्रगति नहीं हुई है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में आज इस अशांति को लेकर बैठक हुई है। इजराइल और फिलीस्तीन के बीच कई सालों में यह सबसे भीषण संघर्ष है। दरअसल, इजराइल और हमास दोनों की ओर से लगातार हमले जारी हैं। उन्होंने कहा है कि वे देश में शांति बहाल करने के लिए इसे कुछ दिन और जारी रखेंगे।
गौरतलब है कि इजराइली डिफेंस फोर्स (IDF) ने शनिवार (मई 15, 2021) शाम एयरस्ट्राइक कर उस 12 मंजिला अपार्टमेंट (गाजा टावर) को तबाह कर दिया था, जहाँ अमेरिकी मीडिया एसोसिएट प्रेस (AP) और कतर के मीडिया हाउस अल जजीरा सहित कई समाचार समूहों के ऑफिस थे।
हमले से पहले IDF ने एक अनाउंसमेंट किया था। इसमें लोगों से अपने घर खाली करने के लिए कहा गया। ठीक एक घंटे बाद इजराइल के फाइटर प्लेन ने बमबारी शुरू कर दी और कुछ ही सेकेंड में 12 मंजिला बिल्डिंग तबाह हो गई।
इजराइल डिफेंस फोर्स ने ट्विटर के माध्यम से जानकारी दी कि क्यों उस इमारत को निशान बनाया गया, जहाँ अल-जजीरा समेत अन्य मीडिया समूहों के कार्यालय थे। इजराइल डिफेंस फोर्स (@IDF) ने ट्वीट करके बताया कि हमास गाजा की ऊँची इमारतों का उपयोग इजरायल के खिलाफ संचार साधने, कमांड-कंट्रोल, हमले की प्लानिंग और खुफिया सूचनाओं को इकट्ठा करने के लिए कर रहा है और जब हमास इन इमारतों को सैन्य उपयोग में ले रहा है तो ये इमारतें निश्चित तौर पर सैन्य लक्ष्य भी बन जाती हैं।
Here’s some important context to the headlines you’re seeing about Israel Defense Forces operations in the Gaza Strip ⬇
— Israel Defense Forces (@IDF) May 15, 2021
वहीं, मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अल जज़ीरा और अन्य मीडिया आउटलेट्स वाले गाजा की ऊँची इमारत के मालिक का कहना था कि उन्हें इजराइल की सेना से एक कॉल आया था, जिसमें उन्हें चेतावनी दी गई थी कि उनकी इमारत को हवाई हमले से निशाना बनाया जाएगा।