अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने घोषणा की है कि सिक्युरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड (SEC) के पूर्व अध्यक्ष जे क्लेटन उनके शासनकाल में न्यूयॉर्क के दक्षिणी जिले के डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी होंगे। क्लेटन अब डेमियन विलियम्स की जगह लेंगे। विलियम्स ने ही खालिस्तानी आतंकी और आतंकी संगठन ‘सिख फॉर जस्टिस’ के सरगना गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की तथाकथित साजिश में पूर्व R&AW अधिकारी विकास यादव के खिलाफ कोर्ट में आरोप दायर किए थे। बायडेन प्रशासन खत्म होने के साथ ही उनकी छुट्टी हो जाएगी।
इस बात के कयास लगाए जा रहे हैं कि भारत सरकार इस घटनाक्रम पर कड़ी नज़र रख रही है। क्योंकि सरकार ने इस तरह की किसी भी साजिश से जुड़े होने या इसमें शामिल होने से इनकार किया है। इस मामले में अन्य आरोपित भारतीय नागरिक निखिल है जो अभी अमेरिका की गिरफ्त में है।
निखिल गुप्ता एक व्यवसायी है, उस पर मामले में साजिशकर्ता का साथ देने का आरोप लगाया गया था। उसे चेक गणराज्य में गिरफ्तार किया गया था। बाद में, उसे जून 2024 में अमेरिका प्रत्यर्पित किया गया। गुप्ता ने इस हत्या की तथाकथित साजिश में शमिल होने से इनकार किया है।
विलियम्स ने यादव को R&AW का ‘वरिष्ठ फील्ड अधिकारी’ बताया है। यादव कथित तौर पर जबरन वसूली और अपहरण के आरोप में भारत में हिरासत में है। यादव को FBI ने अपनी वांटेड लिस्ट में शामिल कर रखा है। विकास यादव, निखिल गुप्ता और एक और अधिकारी पन्नू की हत्या के लिए कथित सुपारी देने का आरोप है।
विलियम्स की जगह पर जे क्लेटन की नियुक्ति करते हुए लिखा, “मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि न्यूयॉर्क के जे क्लेटन, जो मेरे पहले कार्यकाल के दौरान SEC के मुखिया थे और वहाँ जबरदस्त काम किया था। उनको अब न्यूयॉर्क के दक्षिणी जिले के अमेरिकी अटॉर्नी के रूप में नामित किया गया है। जे एक बहुत ही सम्मानित कारोबैर, वकील और लोकसेवक हैं।”
ट्रम्प के पहले कार्यकाल के दौरान, जे क्लेटन ने 2017 से 2021 तक SEC के अध्यक्ष के रूप में काम किया था। उन्हें वॉल स्ट्रीट और वित्तीय अनियमितताओं से संबंधित मामलों में विशेषज्ञता हासिल है। न्यूयॉर्क का दक्षिणी जिले में मैनहट्टन शामिल है जहाँ विश्व की कई बड़ी कम्पनियों के दफ्तर हैं। इनसे जुड़े मामले यहीं आते हैं।
नवंबर 2023 में, अमेरिका ने भारत पर खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया था। यह आरोप कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो द्वारा जून 2023 में भारत पर खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का आरोप लगाने के लगभग डेढ़ महीने बाद आए थे।
यह दावा किया गया था कि अमेरिका ने कनाडा को तथाकथित खुफिया जानकारी दी थी कि निज्जर की हत्या के पीछे भारत का हाथ था। जबकि भारत पन्नू की हत्या की साजिश की जाँच में सहयोग कर रहा है, कनाडा ने अभी तक निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंटों की संलिप्तता का कोई ठोस सबूत नहीं दिया है।