अफगानिस्तान के काबुल एयरपोर्ट पर गुरुवार (26 अगस्त 2021) को हुए आत्मघाती हमले में 13 अमेरिकी सैनिकों समेत कुल 90 लोगों के मारे जाने की खबर सामने आई है। इसके अलावा करीब 150 लोग घायल भी हुए हैं। इस हमले की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रांत ने ली है। आतंकी संगठन ने इस हमले को अंजाम देने वाले आतंकी की तस्वीर भी जारी कर दी है।
रिपोर्ट के मुताबिक, यह तस्वीर आत्मघाती हमलावर अब्दुल रहमान अल लोगहरि की है, जो लोगार प्रांत का रहने वाला माना जा रहा है। हमलावर की तस्वीर के साथ जारी संदेश में आतंकी संगठन ने दावा किया है कि ISIS के इस हमले 160 अमेरिकी सैनिक और उनके सहयोगी मारे गए हैं।
इस घटना के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बायडेन में अपने बयान में आतंकियों का चुन-चुन कर शिकार करने की बात कही है। उन्होंने कहा, “हम माफ नहीं करेंगे। हम नहीं भूलेंगे। हम चुन-चुनकर तुम्हारा शिकार करेंगे और मारेंगे। तुम्हें इसका अंजाम भुगतना ही होगा।” बाइडेन ने स्पष्ट कर दिया है कि इन हमलों के बावजूद अमेरिका अपने अभियान को नहीं रोकेगा और लोगों को अफगानिस्तान से बाहर निकालना जारी रखेगा।
इस हमले को लेकर अमेरिकी मध्य कमान के प्रमुख जनरल केनेथ एफ मैकेंजी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौतों की पुष्टि करते हुए दावा किया कि बीते 10 सालों में अमेरिकी सेना के खिलाफ यह सबसे घातक हमला किया गया है। जनरल मैकेंजी ने संवाददाताओं से कहा, “जैसा कि आप जानते हैं, दो आत्मघाती हमलावरों, जो आईएसआईएस लड़ाके थे, हवाई अड्डे पर एबी गेट के आसपास और बैरन होटल के आसपास के क्षेत्र में विस्फोट किया।”
उन्होंने आगे कहा, “एबी गेट पर हमले के बाद आईएसआईएस बंदूकधारियों ने हमला किया, जिन्होंने नागरिकों और अमेरिकी सेना पर गोलियाँ चलाईं। इस समय हम जानते हैं कि हमले में 12 अमेरिकी सेवा सदस्य मारे गए हैं और 15 अन्य घायल हुए हैं। कई अफगान नागरिक भी मारे गए या घायल हुए।”
गौरतलब है कि विस्फोट से पहले बृहस्पतिवार को ब्रिटिश सरकार ने कहा था कि इस्लामिक स्टेट (आईएसआईएस) के आतंकवादियों द्वारा हवाई अड्डे पर जमा लोगों को निशाना बनाकर हमला करने की बेहद विश्वसनीय खुफिया रिपोर्ट मिली है। वहीं, इस सप्ताह के शुरू में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बायडेन ने भी अफगानिस्तान में आईएसआईएस से संबद्ध ISIS-K द्वारा हमला करने की आशंका जताई थी।