नेपाल के झापा जिले से ‘लव जिहाद’ का मामला सामने आया है। यहाँ डेढ़ माह पहले एक नाबालिग हिन्दू लड़की को फ़िरोज़ मंसूरी नाम का युवक अपहरण कर के अपने साथ ले गया। पीड़िता के परिजनों ने 24 मार्च, 2024 को पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है। शिकायत में ओहिद, मजुदीन खातून, सकीना खातून और आलम सहित कुल 7 लोगों को नामजद किया है। नेपाली पुलिस अभी तक पीड़िता को बरामद नहीं कर पाई है।
पीड़िता की माँ ऑपइंडिया को बताया कि पीड़िता को ले कर फ़िरोज़ भारत के किसी हिस्से में छिपा हुआ है। आरोप है कि फ़िरोज़ पीड़िता के घर वालों पर कॉल कर के केस वापस लेने का दबाव बना रहा है।
शिकायत कॉपी के मुताबिक, घटना झापा जिले के कंचनकवल इलाके की है। यहाँ रहने वाले पीड़ित हिन्दू परिवार ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है। शिकायत में पीड़िता के पिता ने बताया है कि 15 मार्च, 2024 को उनकी बेटी का अपहरण फ़िरोज़ मंसूरी ने कर लिया। पीड़िता नाबालिग बताई जा रही है। फ़िरोज़ नेपाल के सिरहा जिले के मिरचैया नगरपालिका के वार्ड नंबर 7 का निवासी है। दिन में लगभग 8:30 पर हुए लड़की के अपहरण में फ़िरोज़ का साथ उसके अम्मी-अब्बा सहित अन्य परिजनों व कुछ परिचितों ने दिया है।
पीड़ित परिवार का कहना है कि उनकी बेटी के अपहरण में उनके कुछ पड़ोसियों का भी हाथ है। इन पड़ोसियों पर आरोप है कि उन्होंने पुलिस प्रशासन के आगे ही पीड़ित परिवार पर हमला किया। बताया गया है कि उन हमलावरों पर भी शिकायत के बावजूद अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हो पाई है। पार्वती और श्याम गिरी नाम के 2 संदिग्धों पर फ़िरोज़ और उसके घर वालों का साथ देने का आरोप लगा है। पीड़ित परिवार ने अपनी बेटी के साथ किसी अनहोनी की आशंका ही जताई है और प्रशासन से उसे जल्द से जल्द बरामद करने की अपील की है। ऑपइंडिया के पास शिकायत कॉपी मौजूद है।
‘बंधक बना कर रखेंगे जब तक बालिग नहीं हो जाती’
ऑपइंडिया ने पीड़िता की माँ से बात की। पीड़िता की माँ ने हमें बताया कि फ़िरोज़ की चाची का कहना है कि वो लड़की को तब तक अपने पास छिपा कर बंधक बना कर रखेंगे जब तक वो बालिग नहीं हो जाती। बालिग होने के बाद पीड़िता का बकायदा निकाह इस्लाम कबूल करवा के कराया जाएगा। लड़की के परिवार वालों पर दबाव है कि वो केस वापस लें तो मामले में आगे की बात होगी। हालाँकि पीड़िता के परिजनों ने केस वापस लेने से इनकार कर दिया। उन्होंने आशंका जताई है कि उनकी बेटी को भारत की किसी जगह छिपाया गया है।
बातचीत के लिए कर रहा IMO एप का प्रयोग
पीड़िता की माँ ने हमें आगे बताया कि फ़िरोज़ उनके परिवार पर IMO एप कर कॉल कर के केस वापस लेने का दबाव बना रहा है। डेढ़ महीने पहले उनकी बेटी ने IMO पर रोते हुए कॉल किया। इस दौरान लड़की ने अपनी माँ से कहा, “मुझे खोजने की कोशिश मत करना। मेरा सारा जेवर फ़िरोज़ ने बेच दिया है। मैं कहीं मुँह दिखाने लायक नहीं बची।” बकौल पीड़िता की माँ, उनकी बेटी घर से घर से सोना और चाँदी भी साथ ले गई है। पीड़िता के पिता मेहनत मजदूरी कर के अपना परिवार चलाते हैं।
टोकरी बेचने के दौरान हुआ था परिचय
पीड़िता की माँ ने ऑपइंडिया को बताया कि फ़िरोज़ का परिवार टोकरी बनाने का काम करता है। इसी टोकरी को बेचने के लिए फ़िरोज़ गाँव-गाँव घूमा करता था। आशंका है कि इसी दौरान दोनों का परिचय हुआ था। बाद में दोनों सोशल मीडिया पर बात करने लगे। पीड़िता की माँ ने बताया कि उनकी बेटी धार्मिक स्वभाव की है लेकिन इसके बावजूद फ़िरोज़ के चंगुल में फँस गई। ऑपइंडिया से बात करते हुए ‘हिन्दू सम्राट सेना’ के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेश यादव ने बताया कि उन्होंने नेपाली प्रशासन से आरोपितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की माँग की है। जल्द बरामदगी न होने पर राजेश यादव ने आंदोलन की चेतावनी दी है।