अफगानिस्तान से भारतीय नागरिकों को बचा कर भारत लाए जाने की मुहिम शुरू है। काबुल पर तालिबान के कब्जे के बाद अफगानिस्तान में शरिया कानून के तहत इस्लामी शासन चलेगा। इस कारण वहाँ के हिन्दुओं व सिखों में भय व्याप्त है। भारत के भी कई सिख नेताओं ने केंद्रीय विदेश मंत्रालय से इसके लिए गुहार लगाई थी। अब वहाँ से सिखों को बचा कर लाए जाने पर अफगान सांसद नरेंदर सिंह खालसा ने पीएम मोदी को धन्यवाद दिया है।
उन्होंने अफगानिस्तान से उन्हें व सिख समुदाय के अन्य लोगों को बचा कर भारत लाए जाने पर भारतीय वायुसेना और केंद्र सरकार को भी धन्यवाद दिया है। बता दें किनरेंदर के पिता अवतार गिल 2018 में जलालाबाद में हुए एक आतंकी हमले में मारे गए थे। खालसा ने कहा कि अफगानिस्तान से अल्पसंख्यकों को इस बुरे वक़्त में निकाला जाना ज़रूरी था, ऐसे समय में साथ खड़े रहने के लिए भारत सरकार का धन्यवाद।
वहीं रविवार (22 अगस्त, 2021) के दिन सुबह ही अफगानिस्तान से 87 लोगों को लेकर एयर इंडिया का एक विशेष विमान दिल्ली पहुँचा। इन लोगों को सबसे पहले काबुल से तजकिस्तान की राजधानी दुशांबे ले जाया गया, जहाँ से विमान ने दिल्ली के लिए उड़ान भरी। इससे पहले 168 लोगों को वहाँ से निकाला गया था। इस 168 में से 107 भारतीय थे। इनमें अधिकतर सिख ही थे। साथ ही दो नेपाली नागरिकों को भी बचाया गया है।
#BREAKING: Afghan MP Narender Singh Khalsa thanks Indian Prime Minister @narendramodi, Indian Government & Indian Air Force for rescuing him and Afghan Sikh minority community from Taliban in Kabul tonight. His father Avtar Singh was killed in a 2018 terror attack in Jalalabad. pic.twitter.com/c5UaNJH8tu
— Aditya Raj Kaul (@AdityaRajKaul) August 21, 2021
उधर अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद तालिबानी शासन ने पहला फतवा जारी कर दिया है। तालिबान ने देश के सरकारी और निजी विश्वविद्यालयों और दूसरे शिक्षण संस्थानों में लड़के-लड़कियों के साथ पढ़ने पर रोक लगा दी है। सरकारी और निजी संस्थानों के साथ तीन घंटे की बैठक करने के बाद तालिबान ने कहा है कि इन सब का कोई मतलब है। को एड एजुकेशन को बंद किया जा रहा है।