नेपाल में एक भारतीय को काठमांडू के सीतापला में 22 वर्षीय लड़की पर तेजाब फेंकने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। मुन्ना मोहम्मद ने अपने नियोक्ता मोहम्मद आलम के इशारे पर महिला पर हमला किया था। जो नेपाल का नागरिक है। पीड़ित महिला का काठमांडू के कीर्तिपुर अस्पताल में इलाज चल रहा है। जहाँ उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
आलम से जब पूछताछ हुई तो उसने बताया कि उसने पबित्रा पर तेजाब इसलिए फिंकवाया क्योंकि उसने उसका प्रेम नहीं स्वीकारा था और उसे नकार दिया था। इसलिए उसने मुन्ना से कहकर ये करवाया। इसी बीच पीड़िता ने अपने दिए बयान में पुलिस को कहा, “मुझे नहीं पता था आलम मुझसे प्रेम करता है। मेरे लिए तो वो भाई जैसा था।”
वहीं पूछताछ के दौरान मुन्ना मोहम्मद ने पुलिस से गिड़गिड़ाते हुए कहा कि उसे उस समय पता नहीं था कि बोतल में एसिड है। उसने कहा,
“बॉस ने मुझे महिला पर इसे फेंकने के लिए कहा था। यह एक शराब की बोतल थी, इसलिए मुझे लगा कि इसमें शराब है। लेकिन, बोतल को पकड़ने के बाद मुझे अपनी कलाई पर गरमाहट महसूस हुई, तब मुझे पता चला कि यह एसिड था। “बॉस ने फिर मुझे अपनी मोटरसाइकिल पर बैठाया और अपने वर्कशॉप में ले गए। उन्होंने मुझे इस काम के लिए एक पैसा नहीं दिया।”
दोनों आरोपित ने कथित तौर पर अपना अपराध कबूल कर लिया है। मामले की आगे की जाँच अभी चल रही है। फिलहाल दोनों आरोपित काठमांडू मेट्रोपॉलिटन पुलिस सर्कल की हिरासत में हैं।
गौरतलब है कि पीड़ित लड़की का चेहरा तेजाब पड़ने पर बुरी तरह झुलस गया है। पीड़िता की पहचान पबित्रा करकी के रूप में हुई है। पुलिस ने तेजाब फेंकने वाले भारतीय युवक मुन्ना मोहम्मद को घटना के दो घंटे में ही गिरफ्तार कर लिया था।
पुलिस ने बताया था कि मुन्ना ने पबित्रा पर कल रात करीब 8:45 बजे उस वक्त हमला किया था। जब वो अपने घर से बाहर निकली थी। गिरफ्तारी के वक्त मुन्ना का हाथ भी बुरी तरह से झुलसा हुआ था।