Sunday, November 17, 2024
Homeरिपोर्टअंतरराष्ट्रीयलादेन भी चाहता था बायडेन बनें राष्ट्रपति... ताकि अमेरिका संकट में हो, अब US...

लादेन भी चाहता था बायडेन बनें राष्ट्रपति… ताकि अमेरिका संकट में हो, अब US रक्षा विभाग भी काट रहा अपने लीडर की बात

अमेरिकी रक्षा विभाग ने राष्ट्रपति जो बायडेन का ही फैक्ट चेक कर दिया। बायडेन ने अफगानिस्तान को लेकर जो कहा, रक्षा विभाग ने तुरंत उस बात को झूठला दिया।

अफगानिस्तान से अमेरिका की वापसी और तालिबानी शासन के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बायडेन की दुनिया भर में आलोचना हो रही है। अब इन आलोचनाओं को सच साबित करता हुआ एक लेटर सामने आया है। यह लेटर अलकायदा के प्रमुख ओसामा बिन लादेन ने अपनी मौत के पहले लिखा था। इस लेटर में कहा गया है कि ओसमा ने अलकायदा को बायडेन के खिलाफ साजिश करने से इसलिए रोक दिया क्योंकि उसे पता था कि बायडेन खुद ही अमेरिका को संकट में डालेंगे।

सन् 2011 में अमेरिका ने तत्कालीन अलकायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन को पाकिस्तान में घुसकर मारा था। अपनी मौत से पहले मई 2010 में ओसामा ने आतिया अब्द अल-रहमान को 48 पन्नों का एक संदेश लिखा था। यह संदेश उन डॉक्यूमेंट्स में से एक था, जो उस जगह से मिले थे जहाँ ओसामा को मारा गया था। वैसे तो यह डॉक्यूमेंट्स सन् 2012 में ही सार्वजानिक किया गया था लेकिन उसका एक हिस्सा अफगानिस्तान के संकट के चलते चर्चा में है।

Daily Mail की रिपोर्ट के अनुसार 48 पन्नों के इस डॉक्यूमेंट के 36वें पन्ने में ओसामा ने पाकिस्तान और अफगानिस्तान में अलकायदा के हिट स्क्वाड बनाने की इच्छा जताई थी। लक्ष्य था- तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा को निशाना बनाना। ऐसा करने से जो बायडेन अमेरिका के राष्ट्रपति बन जाते और इससे अमेरिका खुद एक संकट में फँस जाता। बायडेन की इसी अक्षमता के चलते ओसामा ने अलकायदा को उनके खिलाफ षड्यंत्र करने से मना कर दिया था।

अफगानिस्तान और अमेरिका से जुड़े दशकों पुराने घटनाक्रम पर नजर रखने वाले विशेषज्ञों का मानना है कि ओसामा ने जो सन् 2010 में कहा था, वह अब सही साबित हो रहा है क्योंकि न तो बायडेन और न ही उनके नेतृत्व में उनकी खुफिया एजेंसियाँ और पेंटागन, अफगानिस्तान में तालिबान की सही स्थिति का आकलन कर सके। 08 जुलाई 2021 को ही राष्ट्रपति बायडेन ने यह कहा था कि पूरे अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे की संभावना कम है और काबुल में किसी तरह की कोई अस्थिरता नहीं होगी।

Daily Mail की ही एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार शुक्रवार (20 अगस्त 2021) को अमेरिकी रक्षा विभाग द्वारा राष्ट्रपति बायडेन के बयान का ही फैक्ट चेक कर दिया गया। बायडेन ने कहा कि अफगानिस्तान में अलकायदा को खत्म करने का मिशन सफल रहा और ऐसी कोई जानकारी नहीं है कि काबुल में अमेरिकियों को कोई समस्या हुई हो। हालाँकि बायडेन के बयान के कुछ मिनटों के बाद ही रक्षा विभाग के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने स्वीकार किया कि अफगानिस्तान में अभी भी अलकायदा की उपस्थिति है और उनके पास तालिबान के द्वारा अमेरिकियों को पीटे जाने की रिपोर्ट भी आई है। इसके बाद यह सवाल उठने लगे कि क्या राष्ट्रपति बायडेन के पास ‘व्हाइट हाउस मैसेजिंग ऑपरेशन’ का नियंत्रण है भी या नहीं।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

मुस्लिम घुसपैठियों और ईसाई मिशनरियों के दोहरे कुचक्र में उलझा है झारखंड, सरना कोड से नहीं बचेगी जनजातीय समाज की ‘रोटी-बेटी-माटी’

झारखंड का चुनाव 'रोटी-बेटी-माटी' केंद्रित है। क्या इससे जनजातीय समाज को घुसपैठियों और ईसाई मिशनरियों के दोहरे कुचक्र से निकलने में मिलेगी मदद?

दिल्ली सरकार के मंत्री कैलाश गहलोत का AAP से इस्तीफा: कहा- ‘शीशमहल’ से पार्टी की छवि हुई खराब, जनता का काम करने की जगह...

दिल्ली सरकार में मंत्री कैलाश गहलोत ने अरविंद केजरीवाल एवं AAP पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाकार पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -