पाकिस्तान (Pakistan) में बकरीद के दिन नमाज के दौरान 17 कैदी बलूचिस्तान की चमन जेल (Balochistan Jail) से फरार हो गए। इस दौरान जेल की सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों ने फायरिंग, जिसमें एक कैदी की मौत हो गई। हिंसा और गोलीबारी में कुछ पुलिस गार्ड और कैदी घायल हो गए हैं। भागने वालों में कुछ आतंकी भी हैं।
बलूचिस्तान जेल के महानिरीक्षक मलिक शुजा काजी ने बताया कि गुरुवार (29 जून 2023) को जेल में ही खुली जगह पर बकरीद के मौके पर नमाज अता की जा रही थी। इस दौरान कुछ कैदी वहाँ से भाग निकले। उन्होंने आगे बताया कि इन कैदियों ने भागने की योजना पहले ही बना रखी थी।
काजी का कहना है कि कैदियों ने नमाज के लिए बैरक से बाहर लाया गया था। भागने वाले कैदी जैसे ही अपने बैरक से बाहर आए, उन्होंने पुलिस गार्डों पर जानलेवा हमला कर दिया। इसके बाद वे वहाँ से भाग निकले। इस दौरान उन्हें रोकने के लिए सुरक्षाकर्मियों ने उन पर फायरिंग की।
फायरिंग के दौरान एक कैदी को गोली लग गई और वह उसकी मौत हो गई। हालाँकि, इस दौरान 17 कैदी भागने में सफल रहे। जेल महानिरीक्षक ने कहा कि ऐसा लगता है कि कैदियों को भागने की उनकी योजना को सफल बनाने के लिए बाहर से मदद मिली थी।
काजी का कहना है कि जो कैदी भागे हैं, उनमें कुछ आतंकवादी गतिविधियों में संलिप्त होने के दोषी थे और उसकी सजा काट रहे थे। उन्होंने कहा कि चमन जेल ईरान के सीमावर्ती शहर के करीब है और सुरक्षा बलों को शक है कि कैदियों ने साथियों की मदद से सीमा पार की होगी और ईरान भाग गए होंगे।
स्थानीय मीडिया के अनुसार, भागने वाले कैदियों में अधिकांश बैरक नंबर-4 के कैदी थे। ये सभी हत्या, आतंकवाद जैसे अत्यंत गंभीर अपराधों के दोषी थे। इनमें से कुछ विकलांग कैदियों की बैसाखियों से लैस थे और ड्यूटी पर तैनात पुलिस पर कर दिया। उन्होंने जेल के मुख्य द्वार पर तैनात एक संतरी से कलाश्निकोव राइफल छीन लिया और गोलियाँ चलाने लगे।
इसके बाद कैदियों ने गोली मारकर मुख्य द्वार का ताला खोल दिया और भागने में सफल हो गये। इसके बाद हुडी पख्त और गोराई कहोल के इलाकों में पुलिस और भागे हुए लोगों के बीच मुठभेड़ हुई, जिसमें एक भगोड़े कैदी की मौत हो गई और दो अन्य घायल हो गए। घायल कैदी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
भागने वाले कैदियों की सूची तैयार की जा रही है। वहीं, भागने वाले कैदियों को पकड़ने के लिए अभियान चलाया गया है। इसकी जिम्मेदारी पाकिस्तानी सेना को दी गई है। पाकिस्तानी मीडिया में कहा जा रहा है कि भागने वाले कैदियों की संख्या 12 है।
इसके अलावा, बलूचिस्तान में ही एक आत्मघाती हमले को भी अंजाम दिया गया है। एक महिला आत्मघाती हमलावर ने बलूचिस्तान के तुरबत शहर में फ्रंटियर कोर के एक वाहन को टक्कर मार दी। इसके बाद हुए विस्फोट में एक पुलिस अधिकारी की मौत हो गई है।