पाकिस्तान (Pakistan) के आर्थिक हालात बद से बदतर हो गए हैं। खैबर पख्तूनख्वा, सिंध और बलूचिस्तान प्रांतों के कई क्षेत्रों में गेहूँ की किल्लत (Wheat Crisis) होने से आटे की कीमतें आसमान छू रही हैं। लोग रोटी के लिए तरस रहे हैं। सब्सिडी वाले आटे के लिए मची भगदड़ में लोगों की जानें जा रही हैं। वे एक आटे बोरी पाने के लिए एक-दूसरे से लड़ रहे हैं। वहीं, पाकिस्तान में सुरक्षा गार्ड AK-47 लेकर ट्रक से लोगों को आटा बाँटने के लिए जाते हैं, ताकि वे आटे की बोरियों की रक्षा कर सकें। सोशल मीडिया पर इसका वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है।
यहाँ सब्सिडी वाले आटे को बाँटने के दौरान अराजकता का माहौल देखा जाता है। वायरल वीडियो में आप देख सकते हैं किस तरह लोग एक आटे की बोरी को पाने के लिए एक-दूसरे से लड़ रहे हैं। एक व्यक्ति जिसके हाथों में आटे की बोरी है, उसे दो लोग छीन रहे हैं। इस दौरान वह जोर-जोर से चिल्ला रहा है, लेकिन बोरी को नहीं छोड़ रहा है। यहाँ आए दिन आटे के लिए झड़प की खबरें आम बात हो गई है।
दलीप पंचोली ने पाकिस्तान में आटे की बोरियों के लिए लड़ते हुए लोगों का वीडियो शेयर करते हुए लिखा, “भले ही लोग आटे के लिए आपस में लड़ रहे हो, लेकिन लिबरल सेक्युलर इस्लामी गैंग और पिद्दी मीडिया का चहेता मुल्क पाकिस्तान ‘हंगर इंडेक्स’ में भारत से बेहतर स्थिति में तो है ही… और लड़ने के मनोरंजन की वजह से ‘हैप्पीनेस इंडेक्स’ में भी।”
भले ही लोग आटे के लिए आपस में लड़ रहे हो लेकिन लिबरल सेक्यूलर इज्लामिस्ट गैंग और पिद्दी मिडिया का चहेता मुल्क पाकिस्तान “हंगर इंडेक्स” में भारत से बेहतर स्थिती में तो है ही… और लड़ने के मनोरंजन की वजह से “हैप्पीनेस इंडेक्स” में भी 😂 pic.twitter.com/QaW5v6b3p8
— दलीप पंचोली 🇮🇳 (@idalippancholi) January 10, 2023
वहीं, दूसरे वीडियो में मिनी ट्रक और वैन में आटा बाँटने के दौरान सुरक्षा गार्ड हाथों में AK-47 लिए हुए हैं। आटे की बोरियाँ देखते ही ट्रक के चारों ओर लोग इकट्ठा हो गए हैं। इस दौरान आपस में लड़ रहे लोगों को शांत करने के लिए सुरक्षा गार्ड हवा में गोलीबारी कर रहे हैं।
#Pakistan में आटे की बोरियों के लिए लड़ रहे हैं लोग…देखिए कैसे Pakistan Occupied #Balochistan में आटे की बोरियों की सुरक्षा के लिए तैनात है AK-47… pic.twitter.com/pRdOfR0JEq
— Jyot Jeet (@activistjyot) January 8, 2023
रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाकिस्तान के कराची में आटा 140-160 रुपए किलो तक बिक रहा है। इस्लामाबाद और पेशावर में 10 किलो आटा 1500 रुपए प्रति किलोग्राम बेचा जा रहा है, जबकि 20 किलो आटे की बोरी 2800 रुपए में बेची जा रही है। पंजाब प्रांत में मिल मालिकों ने आटे की कीमत 160 रुपए प्रति किलोग्राम कर दी है। इसी तरह, खैबर पख्तूनख्वा में लोग रोटी के लिए तरस रहे हैं। यहाँ 20 किलो आटा 3100 रुपए में बेचा जा रहा है, क्योंकि सरकार स्टेबल की कीमत को नियंत्रित करने में विफल रही है।
बलूचिस्तान के खाद्य मंत्री जमारक अचकजई के मुताबिक, प्रांत में गेहूँ का स्टॉक पूरी तरह से समाप्त हो गया है। उन्होंने कहा कि बलूचिस्तान को तुरंत 400000 बोरी गेहूँ की जरूरत है, नहीं तो यह संकट और गहरा सकता है।
जमरक अचकजई ने आगे कहा कि उन्हें 2 लाख बैग की बजाए केवल 10000 बैग गेहूँ ही प्राप्त हुआ है। उन्होंने पंजाब के मुख्यमंत्री चौधरी परवेज इलाही से 6 लाख बैग देने के लिए आग्रह किया था। इलाही ने भी उन्हें गेहूँ उपलब्ध कराने का वादा किया था, लेकिन उसने अपना वादा पूरा नहीं किया।
पाकिस्ताान में संकट का कारण
गेहूँ के आयात अनुमानों का पता लगाने में सरकार की विफलता को इस संकट के लिए जिम्मेदार माना जा रहा है। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, पाकिस्तान में चल रहे गेहूँ संकट के लिए संघीय और पंजाब सरकारों के बीच टकराव भी उतना ही जिम्मेदार है।
इसके अलावा पंजाब खाद्य विभाग ठीक से अनुमान लगाने और आयात किए जाने वाले गेहूँ की आवश्यकता का नोट बनाने में असमर्थ रहा। बताया जाता है कि बलूचिस्तान गेहूँ के लिए 85 प्रतिशत पंजाब और सिंध पर निर्भर है और दोनों प्रांतों ने इसके निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया है।
गौरतलब है कि बीते दिनों पाकिस्तान में आटे के लिए मची भगदड़ में 7 बच्चों के अब्बा की मौत हो गई थी। भगदड़ के बाद हुई मौत को लेकर भील समुदाय के लोगों ने बड़ी संख्या में एकजुट होकर सरकार विरोधी प्रदर्शन किया। इस दौरान, कई राजनीतिक दल के नेता भी विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए थे।