पाकिस्तान (Pakistan) में हिंदू मंदिरों पर हमले (Attack on Hindu Temple) थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) के तमाम दावों और आश्वासनों के बावजूद कट्टरपंथी मंदिरों को निशाना बना रहे हैं। खबर है कि सिंध प्रांत के थार पार्कर जिले के खत्री मोहल्ले में रविवार (23 जनवरी 2022) को मुस्लिम कट्टरपंथियों ने हिंगलाज माता मंदिर (Hinglaj Mata Mandir) में तोड़फोड़ की। हमलावरों ने मंदिर में रखी मूर्तियों सहित हर सामान को बर्बाद कर दिया। बता दें कि पाकिस्तान में पिछले 22 महीने में हिंदू मंदिरों पर यह 11वाँ हमला है।
#Pak radicals destroy Hinglaj Mata Mandir in Sindh province
— Andreas Mountzouroulias 🇬🇷 (@andreasmoun) January 25, 2022
Pakistan Islamist radicals on Sunday demolished Hinglaj Mata Mandir, located in Khatri Mohalla, Teh Mithi, Tharparker district of Sindh province.
This is the 11th attack on Hindu shrines in the past 22 months pic.twitter.com/pKP3sYEpmm
किसी से नहीं डरते कट्टरपंथी
हिंगलाज माता मंदिर पर हमले के बाद पाकिस्तान हिंदू मंदिर प्रबंधन के अध्यक्ष कृशेन शर्मा ने कहा कि इस्लामिक कट्टरपंथी पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट और पाकिस्तान की सरकार से भी नहीं डर रहे हैं। इस बीच हिंदुओं ने मंदिर पर हमले के विरोध में मोर्चा निकाला और दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने की माँग की। गौरतलब है कि पाकिस्तान के मुस्लिम कट्टरपंथी अक्सर अल्पसंख्यकों के धार्मिक स्थलों को निशाना बनाते रहते हैं। ऐसा तब है जब इमरान सरकार ने दावा किया था कि अल्पसंख्यकों को सुरक्षा दी जाएगी।
Krishen Sharma, President, Pakistan Hindu Mandir Management reached the spot and in interaction with media told them that Islamist radicals are not even afraid of Pakistan Supreme Court and the Pakistani Government.
— Andreas Mountzouroulias 🇬🇷 (@andreasmoun) January 25, 2022
कराची में भी हुआ था हमला
पिछले साल दिसंबर में पाकिस्तान के कराची शहर में एक हिंदू मंदिर में कट्टरपंथियों ने हमला करके माँ दुर्गा की मूर्ति तोड़ दी थी। कट्टरपंथियों ने कराची के नरियान पूरा हिंदू मंदिर पर हमला किया था। हमलावरों ने पूरे मंदिर को तहस-नहस कर दिया था। मालूम हो कि कराची में बड़ी संख्या में हिंदू रहते हैं। इस हमले को लेकर इमरान सरकार की आलोचना भी हुई थी।
stringent measures to protect its minority communities, despite the country’s Prime Minister Imran Khan vowing to protect them on numerous occasions.
— Andreas Mountzouroulias 🇬🇷 (@andreasmoun) January 25, 2022
2020 दिसंबर में स्थानीय मुस्लिम मौलवियों के नेतृत्व में सौ से अधिक लोगों की भीड़ ने खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के करक जिले में मंदिर को नष्ट कर दिया था और आग लगा दी थी। सोशल मीडिया पर वायरल हुई एक वीडियो क्लिप में हिंसक भीड़ को मंदिर की दीवारों और छत को तोड़ते हुए देखा जा सकता था। बता दें कि पाकिस्तान वो देश है जहाँ अल्पसंख्यकों के मानवाधिकारों का खूब उल्लंघन होता है।