Wednesday, July 9, 2025
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पाकिस्तान में 22 महीने में हिन्दू मंदिरों पर 11वाँ हमला: अब सिंध के हिंगलाज माता मंदिर में कट्टरपंथी मुस्लिमों ने की तोड़फोड़

हिंगलाज माता मंदिर पर हमले के बाद पाकिस्‍तान हिंदू मंदिर प्रबंधन के अध्‍यक्ष कृशेन शर्मा ने कहा कि इस्‍लामिक कट्टरपंथी पाकिस्‍तान के सुप्रीम कोर्ट और पाकिस्‍तान की सरकार से भी नहीं डर रहे हैं।

पाकिस्तान (Pakistan) में हिंदू मंदिरों पर हमले (Attack on Hindu Temple) थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) के तमाम दावों और आश्वासनों के बावजूद कट्टरपंथी मंदिरों को निशाना बना रहे हैं। खबर है कि सिंध प्रांत के थार पार्कर ज‍िले के खत्री मोहल्ले में रविवार (23 जनवरी 2022) को मुस्लिम कट्टरपंथियों ने हिंगलाज माता मंदिर (Hinglaj Mata Mandir) में तोड़फोड़ की। हमलावरों ने मंदिर में रखी मूर्तियों सहित हर सामान को बर्बाद कर दिया। बता दें कि पाकिस्‍तान में पिछले 22 महीने में हिंदू मंदिरों पर यह 11वाँ हमला है।

किसी से नहीं डरते कट्टरपंथी

हिंगलाज माता मंदिर पर हमले के बाद पाकिस्‍तान हिंदू मंदिर प्रबंधन के अध्‍यक्ष कृशेन शर्मा ने कहा कि इस्‍लामिक कट्टरपंथी पाकिस्‍तान के सुप्रीम कोर्ट और पाकिस्‍तान की सरकार से भी नहीं डर रहे हैं। इस बीच हिंदुओं ने मंदिर पर हमले के विरोध में मोर्चा निकाला और दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने की माँग की। गौरतलब है कि पाकिस्‍तान के मुस्लिम कट्टरपंथी अक्सर अल्‍पसंख्‍यकों के धार्मिक स्‍थलों को निशाना बनाते रहते हैं। ऐसा तब है जब इमरान सरकार ने दावा किया था कि अल्‍पसंख्‍यकों को सुरक्षा दी जाएगी।

कराची में भी हुआ था हमला

पिछले साल दिसंबर में पाकिस्‍तान के कराची शहर में एक हिंदू मंदिर में कट्टरपंथियों ने हमला करके माँ दुर्गा की मूर्ति तोड़ दी थी। कट्टरपंथियों ने कराची के नरियान पूरा हिंदू मंदिर पर हमला किया था। हमलावरों ने पूरे मंदिर को तहस-नहस कर दिया था। मालूम हो कि कराची में बड़ी संख्‍या में हिंदू रहते हैं। इस हमले को लेकर इमरान सरकार की आलोचना भी हुई थी। 

2020 दिसंबर में स्थानीय मुस्लिम मौलवियों के नेतृत्व में सौ से अधिक लोगों की भीड़ ने खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के करक जिले में मंदिर को नष्ट कर दिया था और आग लगा दी थी। सोशल मीडिया पर वायरल हुई एक वीडियो क्लिप में हिंसक भीड़ को मंदिर की दीवारों और छत को तोड़ते हुए देखा जा सकता था। बता दें कि पाकिस्तान वो देश है जहाँ अल्पसंख्यकों के मानवाधिकारों का खूब उल्लंघन होता है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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