अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना हटने के बाद कथिततौर पर पाकिस्तानी सहयोग पाकर तालिबान ने एक दफा फिर वहाँ अपना दबदबा कायम कर लिया है। तालिबानी लड़ाकों द्वारा काबुल को कब्जे में लेने के बाद वहाँ के राष्ट्रपति अशरफ गनी और उपराष्ट्रपति अमीरुल्ला सालेह ने अपने कुछ करीबियों के साथ देश को छोड़ दिया है। वहीं तालिबानी नेता मुल्ला बरादर का कहना है कि उन्होंने खुद नहीं सोचा था कि इतनी आसानी से उन्हें जीत मिल जाएगी।
बता दें कि पिछले दिनों एक रिपोर्ट में सामने आया था कि तालिबानियों के पीछे पाकिस्तान का हाथ है, बिन उनके ये लोग कुछ नहीं कर सकते। हालाँकि, अब एक ऐसी वीडियो सामने आई है जिससे साफ हो जाता है कि पाकिस्तानी किस हद तक इंतजार में थे कि अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना हटे और वह वहाँ हिंदुओं के कत्लेआम को अंजाम दें।
Pakistan’s plans for Hindus after US withdrawal from Afganistan. Live on Pak TV.
— Pakistan Untold (@pakistan_untold) August 15, 2021
(ARY is 2nd largest News agency of Pak. ARY was also the official partner/distributer of Aamir Khan’s blockbuster movie PK in Pak)pic.twitter.com/JiYM9YgHdF
यह वीडियो पाकिस्तानी बुद्धिजीवी जैद हामिद का है। इस वीडियो में देख सकते हैं कि जैद किस तरह ऑन टीवी हिंदुओं के लिए जहर उगल रहे हैं और उनके नरसंहार की बात कर रहे हैं। इसमें वह कहते है,
“मैं अल्लाह से दुआ कर रहा हूँ कि अमेरिकन वहाँ से निकलें और इंडियन्स को वहाँ छोड़कर जाएँ। बहुत अरसा हो गया है कि हमने अफगानिस्तान में हिंदुओं का कत्लेआम नहीं किया। आम तौर पर ये हमेशा ही हुआ करता था, जिस वजह से अफगानिस्तान के पहाड़ों का नाम हिंदु कुश रखा गया। हिंदुओं को कत्ल करने वाली जगह। वो जगह जो हिंदुओं को कत्ल करती है। तारीखी तौर पर जब भी हिंदू अफगानिस्तान में दाखिल हुए हैं तो उन्हें जबां किया गया है। हम दुआ कर रहे हैं अल्लाह से अमेरिकन वहाँ से जाएँ और बनिए को छोड़ कर जाएँ।”
मालूम हो कि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि ये वीडियो कब की है, लेकिन ऐसी ही जानकारी रेडिट पर 8 वर्ष पहले पब्लिश हुई थी। डिस्कशन को देख अंदाजा लगा सकते हैं कि पाकिस्तान में हिंदुओं के नरसंहार की बातें टीवी के डिबेट का टॉपिक हैं। ऐसे में किसी को क्या हैरानी होगी, जब वो जानेगा कि पाकिस्तान में आए दिन हिंदुओं पर अत्याचार होते हैं, उन्हें मारा जाता है, उनकी बहू-बेटियों को किडनैप कर इस्लाम कबूल करवा दिया जाता है। इसके अलावा एक 8 साल का हिंदू बच्चा भी वहाँ ईशनिंदा का आरोपित बनने के बाद मौत का हकदार करार दिया जाता है।