पाकिस्तानी में इस्लामी कट्टरपंथ के बढ़ते वर्चस्व के साथ ही धार्मिक अल्पसंख्यकों, विशेष रूप से हिंदुओं की स्थिति दिन प्रतिदिन दयनीय होती जा रही है। हिंदू लड़कियों का अपहरण करने और उन्हें धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर करने की कई रिपोर्टें हैं।
इसके अलावा, हिंदू मंदिरों पर हमले किए जाने और हिंदू घरों को इमरान सरकार के मौन समर्थन के साथ बुलडोजर चलाकर ध्वस्त किए जाने के कई मामले सामने आए हैं। हाल ही में इस तरह की एक और खबर सामने आई है, जिसमें आरोप लगाया जा रहा है कि पाकिस्तानी सरकार अब सिंध के उमरकोट जिले में मुख्य रूप से हिंदुओं के घरों पर बुलडोजर चला रही है।
पाकिस्तानी लेखक और पत्रकार राहत ऑस्टिन ने ट्विटर पर घटना के दो वीडियो जारी किए हैं। राहत ने कई घरों पर बुलडोज़र चलने का वीडियो पोस्ट किया और कहा कि हाल ही में आई बाढ़ से पाकिस्तान की दूसरे धर्मों की आबादी बुरी तरह प्रभावित हुई है, लेकिन अब उमरकोट के चोर में हिंदुओं के घरों पर बुलडोज़र चलाया जा रहा है।
उन्होंने कहा, “हाल ही में आई बाढ़ ने पाकिस्तान में दूसरे धर्म वालों के लिए और अधिक बुरी स्थिति उत्पन्न कर दी है। वे न केवल सरकार और गैर सरकारी संगठनों द्वारा भोजन और राहत से वंचित हैं, बल्कि इस वीडियो में सिंध-पाकिस्तान के उमरकोट के चोर में हिंदुओं के घरों पर बुलडोजर चलाए गए हैं। कोरोना लॉकडाउन के दौरान लोगों को इस्लाम में परिवर्तित करने के लिए इसी तरह के हथकंडों का इस्तेमाल किया गया था।”
Recent floods have brought more misery to Non-Muslims in Pakistan.They are not only denied food & relief by Gov & NGOs but in this video homes of Hindus are bulldozed in Chor, Umarkot, Sindh-Pakistan. Same tactics were used during Corona lockdown to convert Non-Muslims to Islam. pic.twitter.com/bApX9gJzb5
— Rahat Austin (@johnaustin47) September 18, 2020
उन्होंने बाद में एक और वीडियो पोस्ट किया, जिसमें एक व्यक्ति को यह कहते हुए सुना जा सकता है, “केवल हिंदुओं के घरों पर बुलडोजर चलाया गया है।”
राहत ने यह भी कहा है कि हिंदुओं के घरों को गिराने जैसे हथकंडों का इस्तेमाल उन्हें इस्लाम में परिवर्तित करने के लिए किया जाता है। उन्होंने कहा, “वे पहले से ही हाल की बाढ़ से प्रभावित हैं, दूसरे धर्म वालों को न केवल राशन और राहत देने से मना कर दिया गया, बल्कि उनके जीवन को और अधिक दुखी करने के लिए उनके घरों को ध्वस्त कर दिया गया। ऐसी चालों का उपयोग धर्मांतरणों के लिए किया जाता है।”
गौरतलब है कि इससे पहले मई में पाकिस्तान में सरकार के इशारे पर हिंदुओं की बस्ती उजाड़ दी गई थी। बहावलपुर में इमरान सरकार के मंत्री के नेतृत्व में हिंदुओं के घर जमीदोंज कर दिए गए थे। पाकिस्तान के गृह मंत्री तारिक बशीर चीमा की निगरानी में चिलचिलाती गर्मी में अल्पसंख्यक हिंदुओं के घरों को बुलडोजर से गिरवा दिया गया था।
चिलचिलाती धूप में अल्पसंख्यक हिंदुओं के परिवारों के महिला पुरुष, बच्चे और बुजुर्ग चिल्लाते और दया की याचना करते रहे, लेकिन इमरान सरकार के मंत्रियों का उनके प्रति दिल नहीं पसीजा और इन सभी परिवारों के सामने ही उनका घर चंद मिनटों में गिराकर मलबे में तब्दील कर दिया गया था। इन सभी का आशियाना मलबे के नीचे दब गया और ये परिवार आँसू बहाते देखते रह गए।
ये मंजर बेहद दर्दनाक था जब बुलडोजर लोगों के घरों को बेरहमी से तोड़ रहे थे और महिलाएँ, पुरुष और बच्चे रहम की भीख माँग रहे थे। हिंदुओं के घरों पर बुलडोजर चलने की दर्दनाक तस्वीरें देख हर कोई दहल गया। भारत ने मंगलवार (जून 9, 2020) को पाकिस्तान के समक्ष इस सम्बन्ध में कड़ा विरोध दर्ज कराया था।
इसके साथ ही पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों का धार्मिक उत्पीड़न जारी है। इस साल जनवरी में पाकिस्तान के सिंध प्रांत में हिंदू लड़की भारती बाई कुमारी का दिनदहाड़े उसकी ही शादी के मंडप से अगवा कर लिया गया।
लड़की के पिता किशोर दास ने बताया था कि जिस समय उनकी बेटी को किडनैप किया गया था, उस वक्त उसकी शादी की रस्में निभाई जा रहीं थी। लेकिन, तभी वहाँ शाहरूख गुल नाम का युवक अपने कुछ साथियों और पुलिसवालों के साथ आया और दिन दहाड़े उनकी बिटिया को अगवा कर ले गया। बाद में भारती के इस्लाम धर्म में परिवर्तन और शाहरुख गुल से शादी के दस्तावेज के साथ सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी।