खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश के मामले में अमेरिका ने जिस निखिल गुप्ता को आरोपित बनाया है, उसी निखिल गुप्ता ने अब भारत की सर्वोच्च न्यायालय यानी सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दाखिल की है। निखिल गुप्ता ने सुप्रीम कोर्ट से माँग की है कि वो भारत सरकार से इस मामले में दखल देने के लिए कहे, क्योंकि उन्हें गलत तरीके से चेक गणराज्य के प्रॉग में पकड़ा गया है। यही नहीं, उन्हें बीफ और पोर्क तक खाने को मजबूर किया जा रहा है, जो उनकी धार्मिक मान्यताओं के खिलाफ है।
बता दें कि निखिल गुप्ता को कथित तौर पर अमेरिकी एजेंटों ने कथित तौर पर पकड़ा है और उन्हें अमेरिका भेजे जाने की तैयारी हो रही है। अभी निखिल गुप्ता प्रॉग में ही हैं, या उन्हें अमेरिका को सौंप दिया गया है, इस मामले में कोई जानकारी नहीं मिल पाई है।
निखिल गुप्ता को जून माह में ही हिरासत में लिया गया था, इसके काफी समय बाद अमेरिका ने इस बारे में भारत सरकार को सूचित किया और बताया कि गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या करने के लिए भारत सरकार से जुड़े व्यक्ति ने निखिल गुप्ता को ‘सुपारी’ दी थी। अमेरिका ने इस मामले में कनाडा के निज्जर हत्याकांड से भी जोड़ा है। हालाँकि भारत सरकार ने आरोपों के जाँच की बात कही है। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में अगली सुनवाई 4 जनवरी को होगी।
अब निखिल गुप्ता की तरफ से सुप्रीम कोर्ट में पेश हुई वकील रोहिणी मूसा ने बताया, “चेक गणराज्य में निखिल गुप्ता को अमेरिका भेजे जाने की तैयारी की गई है। इस तरह का आदेश भी जारी किया जा चुका है, लेकिन हमें इस आदेश की कॉपी तक नहीं मिल पाई है। अभी निखिल के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पा रही है। ऐसी हालत में परिवार भी पूरी तरह से बेबस है।” उन्होंने कहा, हमने विदेश मंत्रालय से कुछ सहायता की मांग करते हुए याचिका दायर की है जो विदेश में अवैध रूप से हिरासत में लिए गए किसी भी भारतीय नागरिक को उपलब्ध कराई जाती है।
#WATCH | Delhi: Rohini Moosa, counsel for Nikhil Gupta, who is detained in the Czech Republic and facing extradition charges for alleged conspiracy of murder of Gurpatwant Singh Pannun, "We have filed a petition by a near friend of an Indian citizen who has been illegally… pic.twitter.com/eQ1Mq606SV
— ANI (@ANI) December 15, 2023
निखिल गुप्ता की तरफ से दावा किया गया है कि उन्हें बिना किसी वॉरंट के ही हिरासत में लिया गया है और उन्हें निष्पक्ष कानूनी मदद भी नहीं दी गई है। यहाँ उन्हें अकेले में रखा गया है। याचिका में ये भी कहा गया है कि उन्हें बीफ और पोर्क खाने को मजबूर किया जा रहा है, जबकि हिंदू होने के नाते ऐसा करना उनके धार्मिक मान्यताओं के खिलाफ है। निखिल गुप्ता की तरफ से दाखिल की गई याचिका में कहा गया है कि उन्हें राजनीतिक रुप से प्रताड़ित किया जा रहा है। निखिल गुप्ता का दावा है कि वो अमेरिका के किसी ऐसे व्यक्ति को नहीं जानते, जिसकी हत्या की साजिश का ठीकरा उनके सिर पर फोड़ा जा रहा है।
गुप्ता के परिवार ने भारत सरकार से गुजारिश की है कि वह उनकी रिहाई के लिए इस मामले में दखल दे और उन्हें कानूनी मदद भी दे। इसके साथ ही गुप्ता ने अमेरिका और चेक रिपब्लिक में अपने प्रतिनिधित्व के लिए एक भारतीय वकील की भी माँग की है।
बता दें कि कुछ समय पहले ही अमेरिका ने दावा किया था कि भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता ने न्यूयॉर्क में रहने वाले खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या के लिए 1 लाख डॉलर की सुपारी दी थी। गुप्ता ने जिस व्यक्ति को सुपारी दी थी, तो अमेरिकी सरकार का ही खुफिया एजेंट था। अमेरिकी कोर्ट में इस बात पर जोर डाला गया है कि निखिल ने ये सुपारी ‘भारत सरकार के एक कर्मचारी’ की ओर से दी थी। इस मामले में उन्हें चेक गणराज्य में 30 जून 2023 को गिरफ्तार किया गया था और उन्हें अमेरिका प्रत्यर्पित करने की कार्रवाई चल रही थी।