पंजाब से निर्दलीय सांसद और जेल में बंद खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह को रिहा करवाने के लिए अमेरिका में मुहिम की शुरुआत हो गई है। यह शुरुआत अमेरिका में रहने वाले वकील सरदार जसप्रीत सिंह ने की है। इस मुहिम के तहत उन्होंने अमेरिका के उपराष्ट्रपति कमला हैरिस से मुलाकात की। इस मुलाकात के दौरान अमृतपाल की रिहाई के लिए भारत की कार्रवाई में अमेरिकी हस्तक्षेप की माँग की गई। इस मीटिंग का दावा खुद जसप्रीत सिंह ने सोमवार (10 जून 2024) को किया है।
एडवोकेट जसप्रीत सिंह ने सोमवार को अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर एक पोस्ट शेयर की है। इस पोस्ट में वो अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के साथ नजर आ रहे हैं। कैप्शन के तौर पर उन्होंने अपनी इस मुलाकात का मकसद अमृतपाल सिंह की रिहाई बताया है। जसप्रीत ने अपनी पोस्ट में अमृतपाल को ‘भाई’ शब्द से सम्बोधित किया है।
इस मुलाकात के बाद जसप्रीत सिंह ने अपने यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो शेयर किया है। उन्होंने बताया कि अमृतपाल ने निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर जीत हासिल की है, जिसकी रिहाई का मुद्दा अमेरिकी सरकार के आगे रखा गया है। जसप्रीत के मुताबिक उन्हें अमेरिका के तमाम गुरुद्वारों के प्रतिनिधि, अमेरिका में मौजूद सिख समुदाय के लोगों और उनके तमाम क्लाइंट ने अमृतपाल की रिहाई के मुद्दे को उठाने के लिए कहा है। अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस से अपने अच्छे ताल्लुकात बताते हुए जसप्रीत सिंह ने दावा किया कि वो 2 बार उनसे मिल चुके हैं।
जसप्रीत सिंह ने आगे बताया कि उनको अमृतपाल सिंह के मुद्दे पर बात करने के लिए अमेरिकी उपराष्ट्रपति से मंगलवार (11 जून) का समय मिला। उन्होंने उम्मीद जताई है कि अमेरिकी सरकार इस मामले में हस्तक्षेप जरूर करेगी। इस बीच वकील जसप्रीत सिंह 7 जून को न्यूजर्सी में कोरी ब्रूकर से भी अमृतपाल के ही मुद्दे पर मुलाकत कर चुके हैं। जसप्रीत सिंह ने कई अमेरिकी सीनेटरों और नेताओं से भी मुलाकात का दावा किया है। उन्होंने यह भी कहा कि इन सभी ने अमृतपाल की रिहाई में उनकी मदद का भरोसा दिया है।
जसप्रीत सिंह ने अपनी कानूनी जानकारी के हिसाब से दावा किया है कि अमृतपाल पर की गई कार्रवाई मानवाधिकार का उल्लंघन है। उन्होंने अमृतपाल पर लगे NSA एक्ट को भी नियम के हिसाब से गलत बताया। जसप्रीत ने अमृतपाल के साथियों पर भी की गई कार्रवाई को कायदे के खिलाफ माना है। उन्होंने अमेरिकी सरकार से माँग की है कि वो भारत सरकार पर दबाव बनाए कि अमृतपाल को तत्काल रिहा किया जाए। वकील जसप्रीत ने अमेरिका की शान में कसीदे गढ़े और उसे मानवाधिकार का रक्षक घोषित कर डाला।
वीडियो के बीच में सरदार जसप्रीत सिंह ने अमृतपाल पर की जा रही कार्रवाई को तमाम सिखों पर हो रहा अत्याचार बता डाला। उनका दावा है कि अमेरिका के तमाम सिख अमृतपाल पर हुई कानूनी कार्रवाई से आहत हैं। आगे उन्होंने शांति व्यवस्था भी कायम रखने की दुहाई दी है। जसप्रीत ने अमृतपाल को पंजाब से काफी दूर असम की जेल में रखने पर भी आपत्ति जताई है। वकील जसप्रीत ने अपने वीडियो में तमाम अमेरिकी सीनेटरों के साथ खिंचवाए गए फोटो भी दिखाए हैं।
अमृतपाल सिंह, थाने पर हमला और खालिस्तान
‘वारिस पंजाब दे’ का मुखिया खालिस्तानी अमृतपाल सिंह अजानला पुलिस थाने पर हमला करने के बाद मीडिया की सुर्खियाँ बना था। 23 फरवरी 2023 को अमृतपाल के एक करीबी की गिरफ्तारी के बाद खालिस्तान समर्थकों ने अजनाला थाने पर हमला कर दिया था। अमृतपाल ने मीडिया के सामने आकर पंजाब पुलिस को अल्टीमेटम दिया था, जिसके कुछ ही घंटों के भीतर उसके साथी लवप्रीत को पुलिस ने छोड़ दिया था।
अजनाला थाने पर हमले में पंजाब पुलिस के कई कर्मचारी घायल हुए थे। काफी मशक्कत के बाद पुलिस करीबन एक महीने बाद उसे पकड़ने में सफल हुई थी। इसके बाद उसे असम के डिब्रूगढ़ जेल में भेज दिया गया था। उस पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) भी लगाया गया था।