Sunday, November 17, 2024
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20 साल में ही 10 गुना बढ़ गई मुस्लिम आबादी, मस्जिद 15 से बढ़कर हुए 113: जापान के लिए भी जंजाल बना इस्लामी कट्टरपंथ, खुद के पवित्र स्थल बने निशाना

डेमोग्राफिक चेंज के पीछे कारण जापान में आकर बसने वाले प्रवासी मुस्लिम हैं। इसके अलावा मुस्लिम और जापानियों में शादियों के चलते भी यह बदलाव देखने को मिल रहा है।

जापान में पिछले 2 दशक में अचानक से मुस्लिमों की संख्या में बढ़ौतरी हुई है। वहाँ मस्जिद जो पहले गिने-चुने होते थे वो भी अब गिनती में काफी बढ़ गए हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक इस डेमोग्राफिक चेंज के पीछे कारण जापान में आकर बसने वाले प्रवासी मुस्लिम हैं। इसके अलावा मुस्लिम और जापानियों में शादियों के चलते भी यह बदलाव देखने को मिल रहा है।

हैरान करने वाली बात है कि सन् 2000 में जापान में मुस्लिमों की संख्या सिर्फ 10 से 20 हजार थी लेकिन अब इनकी गिनती 2 लाख पार है। यानी एक ही पीढ़ी में ये लोग जापान में 10 गुना बढ़े हैं। वहीं 2010 तक जापान में मुस्लिम 110,000 हुए थे और अब ये 230,000 पहुँच गए।

इसी तरह जापान में मस्जिद दिखना पहले आसान नहीं था। 1999 में केवल 15 मस्जिद थे। मगर अब वहाँ 113 मस्जिद हैं। बताया जा रहा है जो जगह कभी एक फैक्ट्री हुआ करती थी वहाँ भी मस्जिद खोल लिया गया जिसे इंडोनेशिया फंड देता है।

जापान के पवित्र स्थल पर इस्लामी कट्टरपंथी का हमला

हाल में एक मामला सामने आया था जब जापान के कोबे शहर में जापानियों के (शिंटो धर्म के) पवित्र स्थल पर घुस एक मुस्लिम प्रावासी ने हमला किया था और प्रार्थना के बीच में जाकर जापानी महिला को कहा था, “यहाँ सिर्फ एक ईश्वर है। अल्लाह। और कोई ईश्वर नहीं।”

घटना की वीडियो जब वायरल हुई तो जापानी यह देख नाराज हो गए। उन्होंने कहा कि जापान में सबको अपना धर्म मानने की आजादी है। लेकिन बावजूद इसके अगर ये लोग इस तरह करते हैं तो हम साथ नहीं रह सकते। ऐसे मुस्लिमों का होना मुस्लिमों के लिए भी खतरनाक है।

जापान में इस्लाम की एंट्री

बता दें कि जापान में मुस्लिमों की एंट्री 16 वीं सदी की बात है। जब जापानी व्यवसायियों ने मि़डल ईस्ट और साउथईस्ट एशिया में व्यापार बढ़ाया। इसी के बाद जापानियों की पहचान इस्लामी रिवाज और तौर-तरीकों से हुई। 19वीं शताब्दी में जापान के औद्योगिक और आर्थिक विकास के साथ कई प्रवासियों का आना हुआ। इनमें कई भारत, तुर्की और मिडल ईस्ट के मुस्लिम पहुँचे। धीरे-धीरे वहाँ इस्लाम फैसना शुरू हुआ। 20वीं शताब्दी तक इस्लामी संगठन बन चुके थे। कुछ जापानियों ने इस्लाम अपनाना शुरू कर दिया था। 1960 में कई पाकिस्तानी-बांग्लादेशी मुस्लिम भी जापान आकर बस गए। धीरे-धीरे इनकी तादाद इतनी बढ़ी कि ये 2 लाख का आँकड़ा पार कर गए हैं।

स्पेन में डेमोग्राफी चेंज

उल्लेखनीय है कि केवल जापान में ही मुस्लिमों की बढ़ती तादाद चिंता का कारण नहीं है। पिछले 30 वर्षों में स्पेन में मुस्लिमों की जनसंख्या 10 गुना बढ़ी है। ये जानकारी खुद स्पेन के ही ‘सेक्रेटरी ऑफ द इस्लामिक कमीशन’ ने अपनी एक रिपोर्ट में दी है। इसके साथ ही दक्षिण-पश्चिम यूरोप के इस देश में मुस्लिमों की जनसंख्या 25 लाख के पार चली गई है। मोहम्मद अजाना ने ‘Anadolu’ मीडिया संस्थान को बताया कि अनाधिकारिक आँकड़ों की मानें तो स्पेन में मुस्लिमों की जनसंख्या 30 लाख के भी पार चली गई है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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