भारत में सिंगापुर के उच्चायुक्त साइमन वोंग वी कुएन ने शनिवार (25 सितंबर 2021) को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से कहा कि राज्य में कनेक्टिविटी बढ़ाने और व्यापार करने में आसानी होने के चलते सिंगापुर की कंपनियाँ उत्तर प्रदेश में निवेश की इच्छुक हैं। ये बैठक लखनऊ स्थित योगी आदित्यनाथ के आधिकारिक आवास पर हुई।
मुख्यमंत्री @myogiadityanath से मिलकर खुशी हुई। मैंने सीएम को बताया कि मैं 2017 से यूपी में व्यापार करने में आसानी और बेहतर कनेक्टिविटी से कितना प्रभावित हूं। हमें सीएम के नेतृत्व पर बहुत भरोसा है और राज्य में और अधिक निवेश करने की उम्मीद है।धन्यवाद सीएम!- HC Simon #BJP #BJP4UP pic.twitter.com/pzB1V3wHyO
— Singapore in India (@SGinIndia) September 25, 2021
साइमन के साथ उप उच्चायुक्त एलिस चेंग भी इसमें शामिल रहीं। बाद में साइमन ने हिंदी में किए एक ट्वीट में योगी आदित्यनाथ के साथ अपनी बातचीत का विवरण साझा किया और इस मुलाकात पर संतोष व्यक्त किया।
सिंगापुर के उच्चायुक्त ने ट्वीट कर बताया, “मुझे मुख्यमंत्री से मिलकर खुशी हुई, मैंने सीएम से कहा कि हम 2017 से उत्तर प्रदेश में कनेक्टिविटी और व्यापार करने में आसानी करने से प्रभावित हैं। हमें सीएम के नेतृत्व पर भरोसा है और उम्मीद है कि हम राज्य में और निवेश करेंगे। धन्यवाद सीएम।”
बैठक के दौरान उच्चायुक्त ने कहा कि उन्होंने पिछले चार सालों में बहुत ही करीब से देखा है कि उत्तर प्रदेश ने कैसे प्रगति की है। उन्होंने कहा कि सिंगापुर अब उत्तर प्रदेश के विकास में भागीदार बनना चाहेगा। इस मामले में सहयोग और निवेश के लिए हमने कई क्षेत्रों की पहचान भी की है।
दरअसल, सीएम योगी आदित्यनाथ के शासन में उत्तर प्रदेश ने तेजी से अपने कारोबारी माहौल को सकारात्मक तरीके से बदला है। इसी का नतीजा है कि भारत ने ‘ईज ऑफ डूइंग बिजनेस’ के मामले में दूसरा स्थान हासिल किया है। योगी आदित्यनाथ सरकार ने बुनियादी ढाँचे के विकास में तेजी लाते हुए 21 उद्योग और निवेश अनुकूल नीतियाँ पेश कीं। 2018 में सफल उत्तर प्रदेश इन्वेस्टर्स समिट के बाद उत्तर प्रदेश ने निवेश को और अधिक आकर्षित करने में सफल हुआ है।
इस मुद्दे पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश में व्यापार, उद्योग और निवेश की अपार संभावनाएँ हैं। उन्होंने उच्चायुक्त को बताया कि कृषि आधारित अर्थव्यवस्था वाला उत्तर प्रदेश विश्व का सबसे बड़ा बाजार है। मुख्यमंत्री ने कहा कि दूध आलू, गन्ना और फलों के उत्पादन के मामले में उत्तर प्रदेश नंबर एक है और डेयरी और खाद्य प्रसंस्करण प्रमुख क्षेत्रों में उभरा है जहाँ वातावरण काफी अनुकूल है। योगी आदित्यनाथ का कहना है कि अगर सिंगापुर उत्तर प्रदेश के विकास में हाथ मिलाता है तो लोगों को बड़ी खुशी होगी।
धन्यवाद, श्री सामइन वोंग वाई क्यूएन जी!
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) September 25, 2021
आपसे भेंट कर अतीव प्रसन्नता हुई।
आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी के मार्गदर्शन में विकसित हो रहे उ.प्र. के विषय में आपकी सकारात्मक दृष्टि हमारे लिए गौरव का विषय है। @UPGovt आपको और अधिक निवेश के लिए आमंत्रित करती है। https://t.co/DVmZq8w7jr
मुख्यमंत्री ने बताया कि उत्तर प्रदेश में लखनऊ, वाराणसी और कुशीनगर में तीन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे हैं। इसलिए, सिंगापुर और यूपी कई क्षेत्रों में काम कर सकते हैं।
उच्चायुक्त ने कहा कि सिंगापुर की फर्मों के लिए डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर में निवेश करने के अच्छे अवसर हैं, इसके अलावा धार्मिक पर्यटन, रसद, बुनियादी ढाँचे जैसे कई अन्य क्षेत्र हैं, जहाँ पर निवेश किया जा सकता है।
खास बात यह है कि बुंदेलखंड में डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के हिस्से के रूप में उत्तर प्रदेश में लखनऊ, कानपुर, अलीगढ़, आगरा, झाँसी और चित्रकूट में 20,000 करोड़ रुपए के डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर विकसित किए जा रहे हैं।
उच्चायुक्त ने यह भी कहा कि सिंगापुर हवाई सेवा का अंतरराष्ट्रीय केंद्र होने का लाभ उत्तर प्रदेश में विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।