भारतीय मूल के ऋषि सुनक सोमवार (24 अक्टूबर, 2022) को ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री बन गए हैं। आगामी 28 अक्टूबर को वह अपने पद की शपथ लेंगे। ऋषि सुनक के ब्रिटेन का प्रधानमंत्री बनने के बाद उनके दादा द्वारा स्थापित किए गए मंदिर के अध्यक्ष संजय चंदराना ने खुशी जताते हुए कहा है कि यह ब्रिटेन के लिए ‘ओमाबा पल’ है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ऋषि सुनक के दादा रामदास सुनक ने साल 1971 में साउथेम्प्टन में वैदिक हिंदू सोसाइटी मंदिर की स्थापना की थी।
इस मंदिर की स्थापना के समय ऋषि के पिता यश ने भी रामदास सुनक का सहयोग किया था। इसलिए, अपने दादा और पिता की यादों से जुड़े रहने के लिए ऋषि सुनक समय निकालकर इस मंदिर में जरूर जाते हैं। सोमवार (24 अक्टूबर, 2022) को ब्रिटेन के प्रधानमंत्री के रूप में ऋषि सुनक के नाम का ऐलान होने के बाद वैदिक हिंदू सोसायटी मंदिर के अध्यक्ष संजय चंदराना ने कहा है कि ऋषि सुनक अब भी मंदिर आते रहते हैं। आखिरी बार वह जुलाई में परिवार सहित आए थे और पूजा की थी।
उन्होंने यह भी कहा है, “मुझे यकीन है कि प्रधानमंत्री बनने के बाद ऋषि सुनक निश्चित तौर पर मंदिर आएँगे। यह गौरवान्वित करने वाला क्षण है। मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ है और लोग उनके साथ ली गई अपनी तस्वीर दिखा रहे हैं। जब वह पिछली बार मंदिर आए थे उस समय करीब 300 लोग मंदिर में मौजूद थे। लेकिन, इसके बाद भी उन्होंने सभी के साथ तस्वीरें खिंचवाई थीं। ब्रिटेन के लिए यह बराक ओबामा पल की तरह है। जिस प्रकार अमेरिका में ओबामा पहले अश्वेत राष्ट्रपति थे, उसी प्रकार यहाँ पहली बार अश्वेत व्यक्ति प्रधानमंत्री बन रहा है। साथ ही वह भारतीय मूल के हैं और हिंदू हैं जोकि हमारे लिए गौरवान्वित होने का एक और कारण है।”
उन्होंने आगे कहा, “मैं निवेश बैंक में काम करता हूँ। मैं कैनरी व्हार्फ में मैनेजिंग डायरेक्टर हूँ। सभी पीढ़ी के लोग मानते हैं कि कुछ समस्याएँ हैं लेकिन मैं अब यह कह सकता हूँ ब्रिटेन में सभी लोग एकजुट हैं। ऋषि सुनक का प्रधानमंत्री बनना देश को एकजुट करेगा क्योंकि वह हिंदू धर्म का पूर्ण रूप से पालन करते हैं और इसका अहम मूल्य है कि पूरी दुनिया एक परिवार है और हम एकता में विश्वास करते हैं।”
उन्होंने कहा कि ब्रिटेन के लिए सबसे बड़ी चुनौती आर्थिक संकट और राजनीतिक अस्थिरता है जिससे उन्हें निपटना है। ‘वैदिक हिन्दू सोसाइटी’ मंदिर के अध्यक्ष ने आगे कहा कि पिछली बार वह राजनीति के कारण नहीं जीत पाए थे, हालाँकि इसका किसी और चीज से कोई लेना-देना नहीं था क्योंकि वह पहले ही चांसलर बन गए थे। उनका मानना है कि अगर जाति या रंग एक मुद्दा होता तो वह चांसलर नहीं बन पाते।
लिज ट्रस से कुछ गलतियाँ हुईं, अब सरकार कड़े फैसले लेगी: ऋषि सुनक
ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री चुने जाने के बाद ऋषि सुनक ने अपने पहले भाषण में देश में चल रहे आर्थिक संकट, पूर्व प्रधानमंत्री लिज ट्रस की गलतियों और रूस-यूक्रेन युद्ध पर बात की है।
उन्होंने कहा है, “इस समय हमारा देश एक गहरे आर्थिक संकट का सामना कर रहा है। यूक्रेन में युद्ध ने दुनिया भर के बाजारों को अस्थिर कर दिया है। पूर्व प्रधान मंत्री लिज ट्रस ने इस देश के आर्थिक लक्ष्यों को प्राप्त करने की, कोशिश की वह गलत नहीं थीं। मैं उनकी प्रशंसा करता हूँ। लेकिन उनके कार्यकाल में कुछ गलतियाँ हुईं हैं। हालाँकि, ये गलतियाँ गलत इरादे से नहीं की गईं लेकिन गलतियाँ तो गलतियाँ ही होती हैं।”
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने यह भी कहा, “मैं इस सरकार के एजेंडे के केंद्र में आर्थिक स्थिरता और विश्वास को रखूँगा। इसका मतलब होगा कि सरकार कठिन फैसले लेने वाली है। अपनी पार्टी और अपने देश को एक साथ लाना ही मेरी सर्वोच्च प्राथमिकता है। यही एक तरीका है जिसके जरिए हम सभी चुनौतियों का सामना करेंगे और अपने बच्चों के लिए एक बेहतर भविष्य तैयार करेंगे। मैं ईमानदारी के साथ दिन-रात काम करूँगा और ब्रिटेन के लोगों की सेवा करूँगा।”