जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में छात्रों ने आतंक मचाया। ये छात्र बड़ी संख्या आए थे, जिस कारण न सिर्फ़ डीन की तबियत ख़राब हो गई, बल्कि जब उन्हें हॉस्पिटल ले जाया जाने लगा, तो इन उत्पाती छात्रों ने उनके एंबुलेंस का रास्ता भी रोका। ख़ुद जेएनयू के वाईस चांसलर जगदीश कुमार ने 5 वीडियो ट्वीट कर इस पूरे मामले को सार्वजनिक किया।
इन पाँच वीडियो में आप देख सकते हैं कि जेएनयू के छात्रों के इस दुर्व्यवहार के कारण डीन की जान भी जा सकती थी और जिस तरह से उन्हें एम्बुलेंस में हॉस्पिटल जाने से रोका गया, उससे कुछ भी हो सकता था। आइए, जानते हैं कि छात्रों ने कैसे डीन के साथ दुर्व्यवहार किया।
The committee members requested the agitating students to go out and let the meeting continue. However, due to their unruly behaviour and sloganeering, the Dean of Students Prof. Umesh Kadam fell sick with high blood pressure. pic.twitter.com/UNXxT84TBc
— Mamidala Jagadesh Kumar (@mamidala90) October 28, 2019
जेएनयू के कन्वेशन सेंटर में सोमवार (अक्टूबर 28, 2019) को इंटर हॉस्टल एडमिनिस्ट्रेशन (IHS) की बैठक प्रस्तावित थी। इसमें कई ऐसे छात्र भी पहुँच गए, जो आईएचए के सदस्य नहीं हैं और उन्होंने वहाँ हंगामा शुरू कर दिया। बैठक में सिर्फ़ आईएचए के सदस्यों को ही सम्मिलित होना था। इसके बाद कमिटी के सदस्यों ने उन हंगामेबाज छात्रों से आग्रह किया कि वो बाहर चले जाएँ और बैठक को शांतिपूर्वक चलने दें। इसके बाद बदमाश छात्रों ने तेज़ आवाज़ में नारेबाजी की। उनके द्वारा किए जा रहे दुर्व्यवहार के कारण वहाँ उपस्थित प्रोफेसर उमेश कदम की तबियत अचानक से बिगड़ गई।
प्रोफ़ेसर क़दम जेएनयू के ‘डीन ऑफ स्टूडेंट्स’ हैं। छात्रों ने ऐसा हंगामा किया कि उनका ब्लड-प्रेशर अचानक से बहुत ज्यादा हो गया और उनकी तबियत ख़राब हो गई। प्रोफेसर कदम को जेएनयू के हेल्थ सेंटर में लाया गया, जहाँ डॉक्टरों ने उनका इलाज करना प्रारम्भ किया। हालाँकि, छात्र वहाँ भी पहुँच गए और उन्होंने बीमार प्रोफसर को बंधक बना लिया। उनकी रीढ़ में चोटें आईं और उन्हें दूसरे हॉस्पिटल में जाना था। हालाँकि, छात्रों के प्रदर्शन के कारण उन्हें ले जाना काफ़ी मुश्किल था।
The Dean, his wife and their small kid are inside the health center of JNU. Dean of students needs to be shifted to a hospital outside JNU. However, they are not letting him to be taken to an outside hospital for further check up. pic.twitter.com/FWbz6adi3K
— Mamidala Jagadesh Kumar (@mamidala90) October 28, 2019
जेएनयू के वीसी ने छात्रों की इस हरकत को निंदनीय और अशोभनीय बताया। उन्होंने बताया कि प्रोफ़ेसर कदम की पत्नी और छोटे बच्चे भी उस समय हेल्थ सेंटर में ही मौजूद थे, जब छात्र उन्हें इलाज के लिए बाहर नहीं ले जाने दे रहे थे। उनकी तबियत बिगड़ती ही जा रही थी और पत्नी लगातार तनाव में थीं। छात्र बाहर खड़े होकर किसी भी हालत में बीमार डीन को बाहर के हॉस्पिटल में जाने देने को तैयार नहीं थे।
Students blocking the Ambulance in which Dean of Students Prof. Umesh Kadam was being taken to the Health Centre in JNU. pic.twitter.com/4zz9apNEQ5
— Mamidala Jagadesh Kumar (@mamidala90) October 28, 2019
वाईस चांसलर जगदीश कुमार ने वो वीडियो भी ट्वीट किया, जिसमें छात्र डीन प्रोफेसर उमेश कदम के एम्बुलेंस को रास्ता देने से इनकार कर रहे हैं और उन्हें हेल्थ सेंटर नहीं पहुँचने दे रहे हैं। जेएनयू में स्थिति अब भी तनावपूर्ण बनी हुई है और वीसी लगातार ट्वीट कर मामले का अपडेट दे रहे हैं लेकिन अभी तक के हालात देख कर लग रहा है कि विश्वविद्यालय प्रशासन उद्दंड छात्रों के आगे लाचार ही नज़र आ रहा है।