NDTV के संस्थापक प्रणय रॉय और राधिका रॉय ने गत सप्ताह बयान जारी कर कहा था कि वह कंपनी के अधिकांश शेयर अडानी को बेच रहे हैं। इस बयान के बाद अब, शुक्रवार (30 दिसबंर 2022) को अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड ने कहा है कि उन्होंने NDTV के शेयर से जुड़ा लेन-देन पूरा कर लिया है।
BSE और NSE के अंतर्गत पूरी हुई इस डील या फाइलिंग को लेकर अडानी ग्रुप ने कहा है कि उन्होंने प्रणय रॉय और राधिका रॉय से एनडीटीवी के 27.26 प्रतिशत इक्विटी हिस्सेदारी हासिल कर ली है। इसके बाद, अब वह NDTV ग्रुप के सबसे बड़े हिस्सेदार बन गए हैं।
अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड ने बयान में कहा है, “अडानी एंटरप्राइजेज की एक अप्रत्यक्ष सहायक कंपनी और एनडीटीवी के प्रमोटर/प्रमोटर समूह के सदस्य आरआरपीआर ने प्रणय रॉय और राधिका रॉय से एनडीटीवी में 27.26% इक्विटी हिस्सेदारी हासिल की है।”
स्टॉक एक्सचेंजों के साथ की गई फाइलिंग के अनुसार, RRPR के पास अब एनडीटीवी में 56.45% हिस्सेदारी होगी। दरअसल, RRPR के पास पहले से ही एनडीटीवी में 29.18 प्रतिशत हिस्सेदारी थी।
अडानी ग्रुप ने यह भी बताया है कि विश्वप्रधान कमर्शियल प्राइवेट लिमिटेड, (अडानी ग्रुप की की अप्रत्यक्ष सहायक कंपनी है) के पास NDTV में 8.27% प्रतिशत हिस्सेदारी है। इसलिए, अडानी ग्रुप के पास अब NDTV में 64.72% हिस्सेदारी है।
अडानी एंटरप्राइजेज के एक बयान में कहा गया है कि कंपनी ने ₹342.65 प्रति शेयर की कीमत पर NDTV के संस्थापकों (प्रणय और राधिका रॉय) से 27.26% हिस्सेदारी हासिल की। इसका मतलब यह है कि कंपनी ने शेयरों के लिए उन्हें ₹600 करोड़ से अधिक का भुगतान किया। NDTV द्वारा गत सप्ताह की गई फाइलिंग के अनुसार, प्रणय रॉय ने 86,65,209 इक्विटी शेयर और राधिका रॉय ने 89,12,467 शेयर अडानी समूह को ट्रांसफर किए। यानी, दोनों प्रमोटर्स ने कुल 1,75,77,676 इक्विटी शेयर ट्रांसफर किए हैं।
₹342.65 प्रति शेयर की कीमत के हिसाब से, 1,75,77,676 इक्विटी शेयरों की कुल कीमत ₹602,29,90,681 होती है। अडानी ग्रुप ने राधिका और प्रणय रॉय को जो पैसा दिया है, वह कीमत के लगभग बराबर है। अडानी ग्रुप के बयान में यह भी कहा गया है कि उन्होंने लेन-देन के लिए प्रणय रॉय और राधिका रॉय को नकद भुगतान किया है।
यह ध्यान रखना दिलचस्प है कि अडानी ग्रुप ने प्रणय और राधिका रॉय को ओपन ऑफर में भुगतान की गई कीमत से अधिक प्रीमियम का भुगतान किया है। अडानी ग्रुप ने ओपन ऑफर में NDTV के लगभग 53.27 लाख शेयर हासिल करने के लिए ₹294 प्रति शेयर का भुगतान किया था। इसका अर्थ है कि प्रणय और राधिका रॉय को लगभग 17% अधिक भुगतान किया गया।
वहीं, इस मामले में कानून कहता है कि ओपन ऑफर में भुगतान की गई कीमत सभी शेयरधारकों के लिए समान होनी चाहिए। हालाँकि, अडानी और NDTV के संस्थापकों के बीच हुई इस डील को उस नियम से छूट मिलेगी। ऐसा इसलिए है, क्योंकि यह डील ओपन ऑफर न होकर एक मालिक से दूसरे मालिक को शेयरों का हस्तांतरण या एक पारस्परिक लेनदेन था। साथ ही, NDTV के शेयर RRPR द्वारा अधिग्रहित किए गए हैं, जो कंपनी के मौजूदा मालिक भी हैं। इसके अलावा, अधिग्रहण की घोषणा ओपन ऑफर समाप्त होने के बाद की गई थी।
अडानी ग्रुप द्वारा NDTV का अधिग्रहण इस साल अगस्त में अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी एएमजी मीडिया नेटवर्क्स द्वारा रिलायंस समूह की कंपनी विश्वप्रधान कमर्शियल प्राइवेट लिमिटेड (वीसीपीएल) के अधिग्रहण के साथ शुरू हुआ था। विश्वप्रधान ने RRPR में 99.9% हिस्सेदारी में परिवर्तित करने के अधिकार के साथ, ब्याज मुक्त ऋण के बदले RRPR के वारंट रखे थे।
RRPR प्रणय और राधिका रॉय की होल्डिंग वाली कंपनी थी। इस कंपनी के माध्यम से NDTV में उनकी हिस्सेदारी 29.18 प्रतिशत थी। विश्वप्रधान को हासिल करने के बाद, अडानी समूह ने RRPR को प्राप्त वारंट को आगे बढ़ाते हुए एनडीटीवी में 29.18% की हिस्सेदारी हासिल की थी। इसके बाद, अडानी ग्रुप ने स्टॉक एक्सचेंज के नियमों के अनुसार एक ओपन ऑफर जारी किया। इस ऑफर के जरिए, विश्वप्रधान कमर्शियल प्राइवेट लिमिटेड ने 20 दिसंबर 2022 को NDTV की 8.27% हिस्सेदारी हासिल की।
बता दें कि प्रणय रॉय और राधिका रॉय ने गत शुक्रवार (23 दिसंबर 2022) को एक बयान जारी कर कहा था कि उन्होंने NDTV के अधिकांश शेयर बेचने का फैसला किया है। इस बयान में उन्होंने 5% शेयर बचाने की बात कही थी। यानी, प्रणय और राधिका रॉय संयुक्त रूप से अब भी 5% के हिस्सेदार बने हुए हैं।
उन्होंने बयान में यह भी कहा था, “हालिया ओपन ऑफर के बाद AMG मीडिया नेटवर्क, अब NDTV की सबसे बड़ी एकल शेयरहोल्डर है। नतीजतन, आपसी समझौते से हमने NDTV में अपने अधिकतर शेयरों को AMG मीडिया नेटवर्क को बेचने का फैसला किया है। ओपन ऑफर लॉन्च होने के बाद से, गौतम अडानी के साथ हमारी चर्चा रचनात्मक रही है। हमारी तरफ से दिए गए सभी सुझावों को उन्होंने सकारात्मक रूप से और खुलेपन के साथ स्वीकार किया है।”