एग्जिट पोल्स के नतीजों से नाराज़ इंडियन एक्सप्रेस की पूर्व पत्रकार ने देश की जनता को भला-बुरा कहना शुरू कर दिया है। एग्जिट पोल्स में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाले राजग को पूर्ण बहुमत मिलता दिखाया गया है। नाराज़ पत्रकार इरीना अकबर ने पहले तो ईवीएम, फिर देश की जनता को ही भला-बुरा कहा। इरीना अकबर ने अपनी ट्वीट में लिखा:
“अगर भाजपा ईवीएम में गड़बड़ियाँ कर के फिर से चुनी जाती है तो ईवीएम पर से मेरा विश्वास उठ जाएगा। अगर भाजपा जनता द्वारा वोट देने के कारण फिर से सत्ता में आती है तो मेरा देश की जनता पर से ही विश्वास उठ जाएगा। दूसरी वाली स्थिति बहुत बुरी है, बहुत बुरी।“
If BJP is re-elected because of EVM manipulation, then I would have lost faith in the institutions of this country.
— Irena Akbar (@irenaakbar) May 19, 2019
If BJP is re-elected because people actually voted for it, I would have lost faith in the people of this country.
The latter is worse. Far, far worse.
इरीना अकबर की इस ट्वीट को लेकर सोशल मीडिया पर उन्हें निशाना बनाते हुए पाकिस्तान चले जाने की सलाह दी। लोगों ने इरीना को याद दिलाई कि जिन्हें इस देश पर और देश की जनता पर भरोसा नहीं था, उन्हीं के लिए 1947 में एक देश बनाया गया था, इरीना को वहीं चली जाना चाहिए। बाद में परेशान इरीना ने लिखा कि उन्होंने इस ट्वीट को लेकर आने वाली नोटिफिकेशन को म्यूट कर दिया है और ‘मूर्ख संघी’ उनके समय के लायक नहीं हैं। इरीना ने कहा कि संघी हंगामा मचा कर उन्हें डिस्टर्ब कर रहे हैं और उनका फोन नोटिफिकेशन्स के कारण बार-बार बज रहा है।
Journalists, activists, singers, actors & cricketers who worked hard for decades to build their careers & reputations frittered it all away to defend a mass murderer in the last 5 years. Will they ever be able to recover their lost respect? The respect they so willing gave away?
— Irena Akbar (@irenaakbar) May 17, 2019
कॉन्ग्रेस पार्टी की तरफ झुकाव रखनी वाली इरीना ख़ुद को बिज़नेस वुमन बताती हैं और संजय झा जैसे कॉन्ग्रेस नेताओं के ट्ववीट्स को अक्सर रीट्वीट करती रहती हैं। हाल ही में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आध्यात्मिक दौरे पर भी निशाना साधा था और गिरोह विशेष के क्रंदन में शामिल होते हुए सवाल किया था कि पीएम जब ध्यान कर रहे थे, तब वहाँ कैमरा क्यों था? कुछ दिनों पहले इरीना अकबर ने पत्रकारों, कार्यकर्ताओं, गायकों, अभिनेताओं और क्रिकेटरों पर निशाना साधते हुए कहा था कि इन लोगों ने वर्षों अपने क्षेत्र में काम कर के जो इज्जत कमाई, उन्होंने पिछले पाँच वर्षों में एक ‘हत्यारे’ का समर्थन करते हुए ये इज्जत गँवा दी।
इरीना ने लिखा था कि एक ‘हत्यारे’ का समर्थन करते हुए इन लोगों ने जो इज्जत गँवाई है, क्या उसे फिर ये वापस पा सकेंगे? इरीना का इशारा किस तरफ था, ये समझा जा सकता है। इससे पहले कॉन्ग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर द्वारा पीएम मोदी पर अभद्र टिप्पणी करते हुए उन्हें नीच कहे जाने का भी इरीना ने खुल कर समर्थन किया था। इरीना ने लिखा था कि मणिशंकर अय्यर बिलकुल सही थे और वो उनकी बातों से पूरी तरह सहमत हैं।
In a casteist society, the word ‘neech’ is interpreted as ‘lower caste’. Any intelligent, unbiased person knows that Mani Shankar Aiyar meant the lowness of politics & civility when he called PM Modi ‘neech’. I fully agree with him.
— Irena Akbar (@irenaakbar) May 14, 2019
एग्जिट पोल्स के नतीजे आने के बाद से ही लगातार गिरोह विशेष के पत्रकारों में बेचैनी दिख रही है। बीबीसी ने भी अपनी वेबसाइट पर राहुल गाँधी की प्रोफाइल में बदलाव करते हुए उनकी सफलता का वास्तविक लक्ष्य 2019 से बढ़ा कर 2014 कर दिया। बीबीसी ने राहुल को एक उम्दा बैकरूम ऑपरेटर कहा और अनाम विश्लेषकों के हवाले से दावा किया कि उनके पास राजनीतिक मुद्दों को लेकर व्यापक समझ है। बीबीसी ने प्रियंका गाँधी के चमत्कारिक व लोकप्रिय होने के भी दावे किये लकिन इसके पीछे का कारण नहीं बताया।